कई लोगों को शिकायत रहती है कि मेरे दिमाग में बार-बार एक ही विचार आना कहीं ओवरथिंकिंग की वजह से तो नहीं है? मगर आपको यह जान के आश्चर्य होगा कि प्रत्येक मनुष्य के दिमाग में औसतन प्रतिदिन 50000 से 1 लाख विचार आते रहते हैं परंतु, उनमें से कोई एक दिमाग में बार-बार एक ही विचार आना जैसी समस्या बन जाता है, हम जानेंगे कि ऐसे कौन से कारण होते हैं जिनकी वजह से दिमाग में बार-बार एक ही विचार आना लगा रहता है, और हम यह भी जानेंगे कि क्या यह मानसिक बीमारी का कारण बन सकता है? अगर हां तो फिर ओवरथिंकिंग को कंट्रोल कैसे किया जाए?
दिमाग में बार-बार एक ही विचार आना
किसी के द्वारा कही हुई बात या फिर देखे गए कुछ ऐसे दृश्य जिसकी हम कल्पना नहीं कर सकते, जिसकी वजह से वही दिमाग में बार-बार एक ही विचार आना शुरू हो जाता है, दिमाग में उठने वाले अनेक प्रकार के विचार हमारी ओवरथिंकिंग करने की वजह से और गहरे होते जाते हैं, और वह बार-बार हमें याद आते रहते हैं इसलिए यदि आप एक ही विचार बार-बार आने से परेशान है तो यहां बताए गए कुछ तरीकों को अपना करके थोड़े समय में आप ओवरथिंकिंग की समस्या को दूर कर सकते हैं।
दिमाग में बार-बार एक ही विचार आना कैसे रोके (How to stop overthinking) – Obsessive Compulsive Disorder
यदि आपके दिमाग में बार-बार एक ही विचार आता है तो उसे रोकने के लिए आप तुरंत किसी ऐसे काम को करने की कोशिश करें जिसमें आपका मन लगता है, अगर यह तरीका कारगर साबित नहीं होता है तो, आप अपने करीबी दोस्त से बात करने की कोशिश करें अगर यह भी संभव नहीं है तो, लोगों की भीड़ में शामिल हो जाएं और लोगों को चलते फिरते हुए देखें इससे आपका ध्यान भटकेगा और एक ही विचार का बार-बार आना बंद हो जाएगा।
1. कमरे से बाहर निकले (Walk outdoors)
कभी-कभी हम अपने आप को दुनिया से बहुत अलग कर लेते हैं या फिर बहुत ही ज्यादा अकेला महसूस करने लगते हैं, जिसकी वजह से हमें कुछ नया देखने और सुनने को नहीं मिलता है परिणाम स्वरुप हमारे दिमाग में कोई भी पुरानी बात बार-बार याद आ करके हमें परेशान कर सकती है, इसलिए यदि हम लंबे समय से घर से बाहर नहीं निकलेंगे तो पुरानी कोई बात या फिर कोई भी विचार बार-बार दिमाग में आता रहता है, घर से बाहर निकाल कर 30 से 35 मिनट जरूर पहले इसे मानसिक तनाव दूर होता है।
2. किसी पुराने दोस्त से बात करें (Talk with friends)
पुराने दोस्त से बात करने पर हमारे दिमाग को यह संकेत मिलता है कि उसे पुरानी यादों को पुनः ताजा करके सामने लाना है, इसकी वजह से वह वर्तमान में मौजूद यादों को छोड़कर के पुरानी यादों को इकट्ठा करने में लग जाता है, इसलिए जब आपके दिमाग में बार-बार एक ही विचार आना बंद नहीं होता तो आपको किसी पुराने दोस्त से बात जरूर करनी चाहिए, यह तरीका और कारगर साबित होगा अगर पुराने दोस्त से बहुत लंबे समय से बात नहीं हुई है ऐसा करने से आपको पहले से बेहतर महसूस होगा।
3. नए विचार आने दें (More Creative)
कुछ लोगों का मानसिक विकास बहुत मजबूत नहीं होता है इसलिए यह लोग सिर्फ एक ही बात को बार-बार दिमाग में याद करते रहते हैं यदि आप अपने दिमाग में नए विचार नहीं आने देंगे तो, आपके दिमाग में बार-बार एक ही विचार का आना बंद नहीं होगा जब आपके दिमाग में नए विचार आते हैं तब आपका दिमाग उन विचारों को याद करने तथा उन्हें समझने में ऊर्जा खर्च करता है,
फलस्वरुप वह किसी पुरानी बात को भूलने का प्रयास करता है और आप यादों के जाल से बाहर निकल जाते हैं, नए विचार लाने के लिए आप किसी भी प्रकार की आईडिया, फिल्म, कहानी, शायरी, कथा, उपन्यास इत्यादि को लिखने के बारे में सोच सकते हैं ऐसा करने के लिए आप बिल्कुल स्वतंत्र हैं इसके कई फायदे भी हो सकते हैं।
एक्सरसाइज करें (Do Exercise)
कई बार हमारा मस्तिष्क विचारों के जाल में ऐसे फस जाता है कि वह उनसे निकलने में समर्थ महसूस करता है इसलिए यदि आपको ऐसा लगता है कि आपके दिमाग में बार-बार एक ही विचार का आना बंद नहीं हो रहा है तो आप एक्सरसाइज जरूर करें, एक्सरसाइज करने से आपके शरीर में रक्त का प्रवाह तेज हो जाता है जिससे मस्तिष्क को मिलने वाला ताज और ऑक्सीजन से भरपूर होता है, यह ताजा रक्त हमारे दिमाग को नहीं ऊर्जा देता है जिससे हम थोड़ा बहुत आराम महसूस करते हैं और ताजगी का एहसास होता है।
पूरी नींद ले (Deep Sleep)
कई लोगों का मानसिक स्तर बहुत बुरे तरह से प्रभावित हो जाता है जिसकी वजह से वह किसी अनहोनी, कोई अप्रिय घटना या फिर ऐसी परिकल्पनाओं की यादों में ऐसे खो जाते हैं कि वह नींद लेना भी भूल जाते हैं और खुद को तनाव से ग्रसित बना लेते हैं, इसलिए यदि आपको दिमाग में बार-बार एक ही विचार आना रोकना है तो भरपूर मात्रा में और गहरी नींद लेनी चाहिए,
गहरी नींद लेने से आपका दिमाग अच्छे से आराम कर पता है और आने वाली नई सुबह आपके लिए ऊर्जा से भरपूर होती है और दिमाग की कार्य क्षमता भी बढ़ती है जिससे आपकी याददाश्त बहुत तेज और मेमोरी शार्प होती है।
कुछ नया सीखना (Learn New Things)
जब हम कुछ नया सीखना शुरू करते हैं तब हमारा दिमाग पूरी तरीके से सीखने के ऊपर केंद्रित होता है जिससे हमें दिमाग में बार-बार एक ही विचार का आना बंद हो जाता है, और हम अपने नए काम के ऊपर पूरा ध्यान केंद्रित कर पाते हैं नया काम सीखने की वजह से हमारे दिमाग में डोपामाइन का अस्तर बढ़ जाता है जिससे हमें खुशी का एहसास होता है हर बार कुछ नया सीखना आपके मस्तिष्क के स्वास्थ्य के लिए बहुत अच्छा माना जाता है इससे नए न्यूरॉन्स बनते हैं और दिमाग की सबसे अच्छी एक्सरसाइज होती रहती है।
ध्यान लगाना (Do Meditation)
ध्यान लगाना एक सामान्य सी बात लगती है लेकिन इसके चमत्कारी परिणाम होते हैं, ध्यान लगाने से आप अपने जीवन में आने वाली समस्त समस्याओं का समाधान पा सकते हैं, ध्यान लगाने से आप दिमाग में बार-बार एक ही विचार का आना बंद कर सकते हैं, ध्यान लगाने के अनगिनत फायदे होते हैं जिनको धार्मिक ग्रंथो तथा शास्त्रों में विशेष रूप से उल्लेखित किया गया है, इसलिए प्रत्येक व्यक्ति को ध्यान लगाना चाहिए चाहे आप बच्चे हो युवा हो या बुजुर्ग यह सभी के लिए फायदेमंद होता है।
नकारात्मक विचारों से दूर रहें (Be Positive)
नकारात्मक विचारों से दूर रहना, दिमाग में बार-बार एक ही विचार आना कम कर सकता है। कुछ लोग नकारात्मक विचारों से इस प्रकार जकड़े हुए होते हैं कि वह कुछ अच्छा सोचने की हिम्मत भी नहीं जूटा पाए, जिसकी वजह से वह खुद को कमजोर महसूस करने लगते हैं और दिमाग में बार-बार घूमने वाले कुछ विचारों में खुद को जकड़ा हुआ महसूस करते हैं,
इन विचारों से निकलने के लिए उनके पास हिम्मत खत्म हो जाती है इसलिए चाहे जीवन में कैसे भी परिस्थिति हो आपको अपना नजरिया सकारात्मक रखना चाहिए, नकारात्मक विचार आग में घी डालने का काम करते हैं इसलिए जितना हो सके इसे दूर रहना चाहिए।
दिमाग में बार-बार एक ही विचार क्यों आता है; Overthinking
दिमाग में बार-बार एक ही विचार का आना कई कारण के ऊपर निर्भर करता है जिसमें मुख्य रूप से बेज्जती होना, गलती स्वीकार न करना, झगड़ा होना, ब्रेकअप होना, अपनों को खोना, सपनों का टूटना, कोई बड़ा नुकसान होना, दूसरे के द्वारा शोषण होना इत्यादि शामिल है। यह ऐसे विचार होते हैं जो दिमाग में बार-बार आते रहते हैं ऐसे विचारों से निपटने के लिए मानसिक स्तर पर मजबूत होना बहुत जरूरी होता है क्योंकि यह विचार मनुष्य को अंदर से झकझोर के रख देते हैं,
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किसी इंसान के लिए समान पूर्वक जीवन जीना एक महान लक्ष्य होता है और ऐसे में कोई उसकी बेइज्जती कर देता है तो वह उसके दिमाग में बैठ जाता है या यूं कहें कि उसे बोलना मुश्किल हो जाता है जिसकी वजह से कभी-कभी वह बहुत तकलीफ देता है और फिर यहीं से दिमाग में बार-बार एक ही विचार आना शुरू हो जाता है।
दिमाग में बार-बार एक ही विचार का आना कितने समय में बंद होता है ( how much time will take to relief in Obsessive Compulsive disorder) Overthinking time duration
दिमाग मैं बार-बार एक ही विचार का आना बंद होने में कम से कम आधे घंटा (30 Minutes) और ज्यादा से ज्यादा हफ्ते या महीने लग सकते हैं, यह इस बात पर निर्भर करता है कि दिमाग में बार-बार आने वाला विचार कितना ज्यादा घातक है इसलिए आपको ऊपर बताए हुए तरीकों को एक बार अपना करके देखना चाहिए, क्योंकि विचारों का नियंत्रण यह आपके हाथों में होता है इसे बाहरी किसी अन्य के द्वारा नियंत्रित किया जाना असंभव माना जा सकता है।
क्या ओवरथिंकिंग खतरनाक बीमारी है (Is overthinking dangerous for health)
हद से ज्यादा ओवर थिंकिंग आपके स्वास्थ्य के लिए अच्छी नहीं मानी जाती यह आपको मानसिक शारीरिक और सामाजिक रूप से नुकसान पहुंचा सकती है, इसलिए समय रहते अच्छे डॉक्टर से संपर्क जरुर करना चाहिए क्योंकि लंबे समय से चली आ रही ओवरथिंकिंग मनुष्य को अंदर ही अंदर खोखला करती रहती है।
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ओवरथिंकिंग क्यों होती है
हम सभी के जीवन में आने वाली समस्याएं ओवरथिंकिंग के लिए जिम्मेदार होती हैं हम सभी अपनी समस्याओं का समाधान ढूंढने के लिए विचार विमर्श करते रहते हैं, जिसकी वजह से हमारा दिमाग हमेशा नए विचार उत्पन्न करता रहता है लेकिन, वहीं पर कुछ ऐसी बातें होती हैं जिनकी उम्मीद हमें नहीं होती यह बातें ओवरथिंकिंग के रूप में बार-बार दिमाग में आती रहती हैं, अगर यह हद से ज्यादा होती है तो दिमाग में बार-बार एक ही विचार आना जैसी हालत हो सकती है।
ओवरथिंकिंग किसको होती है
ओवरथिंकिंग प्रत्येक मनुष्य को होती है हर कोई अपने विचारों को लेकर के बैठा हुआ है, सभी के मन में कोई ना कोई ऐसा विचार जरूर होता है जो चलता रहता है परंतु, कुछ ऐसे विचार होते हैं जो हमारे अंदर मानसिक तनाव का कारण बनते हैं और धीमे-धीमे यह ओवरथिंकिंग का रूप ले लेते हैं, फल स्वरुप दिमाग में बार-बार एक ही विचार आना शुरू हो जाता है इसलिए आपको कभी भी किसी एक विचार को पकड़ कर के नहीं बैठना चाहिए खास करके तब जब वह विचार कष्टकारी होता है।
दिमाग में बार-बार एक ही विचार आना – निष्कर्ष
प्रकृति में सबसे ज्यादा रचनात्मक मनुष्य का दिमाग होता है इसलिए मनुष्य के दिमाग में विचारों का आना स्वाभाविक है हम विचारों के ऊपर थोड़ा बहुत नियंत्रण कर सकते हैं लेकिन, उन्हें खत्म नहीं कर सकते इसलिए हमें किन विचारों के ऊपर अपने ज्ञान को केंद्रित करना है और किन विचारों को हमें मस्तिष्क से बाहर निकाल फेंकना है इसके बारे में भली-भांति समझ होनी चाहिए,
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यदि आपको मन में उठने वाले विचारों से संबंधित किसी प्रकार की समस्या है तो आपको विशेषज्ञ डॉक्टर से जरूर संपर्क करना चाहिए यदि समान्य सी समस्या है तो आप ऊपर बताए हुए तरीकों को अपना करके अपने जीवन को चमत्कारिक रूप से परिवर्तित कर सकते हैं, आपको एक बात हमेशा याद रखनी चाहिए कि इस दुनिया में कुछ भी हमेशा के लिए नहीं होता,
इसलिए अपने वर्तमान को खूबसूरत बनाने का प्रयास करना चाहिए, हमें गुजरी हुई बातों को पकड़ कर के बैठने से सिर्फ नुकसान होता है दिमाग में बार-बार एक ही विचार का आना कम करने में यह लेख मदद करेगा।
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