हम सभी कभी ना कभी चॉकलेट जरूर खाते हैं मगर बहुत से लोगों को यह नहीं पता होता कि सबसे अच्छी चॉकलेट कौन सी है और चॉकलेट खाने से हमारे शरीर पर क्या प्रभाव पड़ता है कहीं ऐसा तो नहीं की जिस चॉकलेट को हम अच्छा समझ करके खाते हैं वह हमारे स्वास्थ्य के लिए नुकसानदायक साबित हो, आज हम इस लेख में डार्क चॉकलेट के ऊपर संपूर्ण जानकारी प्राप्त करेंगे।
सबसे अच्छी चॉकलेट कौन सी है (Sabse acchi chocolate kaun si hai)
सबसे अच्छी चॉकलेट डार्क चॉकलेट को मानते हैं ऐसी चॉकलेट जिनका कलर बहुत ज्यादा डार्क होता है, वह चॉकलेट हमारे स्वास्थ्य के लिए अच्छी मानी जाती हैं और स्वाद में भी अच्छी होती हैं, पर ऐसे में सवाल उठता है कि क्या सभी डार्क चॉकलेट हमारे स्वास्थ्य के लिए अच्छी होती हैं? कहीं आवश्यकता से अधिक खा लेने पर हमें किसी प्रकार की समस्या का सामना तो नहीं करना पड़ेगा आईए जानते हैं।
डार्क चॉकलेट खाने के फायदे क्या है (Benefits of dark chocolate)
डार्क चॉकलेट खाने के फायदे में मुख्य रूप से यह हमारे दिल से संबंधित बीमारियों को दूर करने में मदद करती है, और हमारे मस्तिष्क के कार्य क्षमता को बढ़ाने का कार्य करती है, इसके साथ डार्क चॉकलेट में एंटीऑक्सीडेंट भी पाए जाते हैं जो हमारे इम्यूनिटी को बेहतर बनाने में भी सहयोग करते हैं, डार्क चॉकलेट में हमारे मूड को अच्छा बनाने के लिए भी खाने में प्रयोग किया जाता है डार्क चॉकलेट के सेवन से हमारे शरीर के वजन में भी परिवर्तन होता है, जिसके बारे में हम इस लेख में आगे बात करेंगे
डार्क चॉकलेट में क्या पाया जाता है?
डार्क चॉकलेट में मैग्नीशियम, आयरन, कोका पाउडर, अतिरिक्त शुगर, कार्बन और हाइड्रोजन के मिश्रण से बने यौगिक, इलेक्ट्रोलाइट विटामिन सी व अन्य तत्व पाए जाते हैं, डार्क चॉकलेट में पाए जाने वाला एक यौगिक जिसका नाम फ्लेवोनोइड्स हैं यह ऑक्सीडेटिव तनाव के मैनेजमेंट में सहयोग करता है, इसलिए डार्क चॉकलेट खाने से तनाव कम होता है।
डार्क चॉकलेट में पाए जाने वाले प्रमुख उपादानों की मात्रा 100 ग्राम के हिसाब से निम्नलिखित है
उपादान | मात्रा (प्रति 100 ग्राम) | प्रतिशत |
---|---|---|
कैलोरी | 546 कैलोरी | – |
फैट | 31.3 ग्राम | 54.2% |
कार्बोहाइड्रेट्स | 58.7 ग्राम | 30.2% |
शुगर | 24.2 ग्राम | 26.9% |
प्रोटीन | 5.3 ग्राम | 10.7% |
फाइबर | 7 ग्राम | 28% |
यहाँ दी गई मात्राएँ और प्रतिशतें आम रूप से हो सकती हैं और विभिन्न डार्क चॉकलेट ब्रांड्स में थोड़ी भिन्नता हो सकती हैं।
डार्क चॉकलेट में पाए जाने वाले कुछ मुख्य उपादान और रासायनिक तत्वों की जानकारी निम्नलिखित है
उपादान/रासायनिक तत्व | मात्रा (प्रति 100 ग्राम) |
---|---|
कैफीन | 80 मिलीग्राम |
फ्लावोनॉयड्स | उपभोक्ता के अनुसार भिन्नता हो सकती है, लेकिन आमतौर पर होते हैं |
आंतरीणीय धातु | आयरन: 2.3 मिलीग्राम, मैग्नीशियम: 228 मिलीग्राम, कैल्शियम: 73 मिलीग्राम, पोटैशियम: 499 मिलीग्राम, फॉस्फोरस: 206 मिलीग्राम |
एंटीऑक्सीडेंट्स | फ्लावोनॉयड्स, केटोन्स, टानिन्स, पोलीफेनोल्स, रेजिनोल |
स्टीरीक एसिड | जीरा और इलायची जैसे उत्साहीकरण रसायन |
फेनाइलएथीलामीन | मूड को सुधारने में सहायक |
यहाँ दी गई मात्राएँ और रासायनिक तत्वों की सूची आम हो सकती है और विभिन्न डार्क चॉकलेट विक्रेताओं और उत्पादों में थोड़ी भिन्नता हो सकती है।
डार्क चॉकलेट कब खाना चाहिए।
डार्क चॉकलेट को आप सुबह के नाश्ते के बाद या फिर नाश्ते के रूप में ले सकते हैं, यह आपको भरपूर मात्रा में ऊर्जा प्रदान करता है, वैसे तो सबसे अच्छी चॉकलेट खाने का कोई निर्धारित समय नहीं होता यह आपके मूड पर निर्भर करता है, लेकिन अगर आप इसे सुबह के वक्त कहते हैं तो आपको इसका अच्छा प्रभाव देखने को मिलेगा और इससे मिलने वाली ऊर्जा आपको और अधिक प्रोडक्टिव बनाने में मदद करेगी।
डार्क चॉकलेट किसको नहीं खाना चाहिए
डार्क चॉकलेट उन लोगों को नहीं खाना चाहिए जो अपना वजन कम करने की सोच रहे हैं क्योंकि डार्क चॉकलेट में पाई जाने वाली कैलोरी की मात्रा अधिक होती है, यह आपका वजन को तेजी से बढ़ा सकती है इसलिए यदि आप वजन कम करना चाहते हैं तो आपको डार्क चॉकलेट नहीं खानी चाहिए। जिन लोगों को शुगर की समस्या है उन्हें डार्क चॉकलेट नहीं खानी चाहिए क्योंकि कुछ कंपनियां फ्लेवर के नाम पर थोड़ा बहुत शुगर, चॉकलेट बनाने में इस्तेमाल करती हैं जिससे आपका शुगर अस्तर खराब हो सकता है।
क्या डार्क चॉकलेट में शुगर होता है?
आमतौर पर डार्क चॉकलेट बनाने में शुगर का इस्तेमाल नहीं किया जाता, लेकिन कुछ कंपनी डार्क चॉकलेट बनाने में शुगर का इस्तेमाल करती हैं, यह इसलिए किया जाता है क्योंकि डार्क चॉकलेट का स्वाद बहुत कड़वा होता है और ज्यादातर लोगों को यह पहली बार में पसंद नहीं आता, इसलिए अपने कस्टमर को लुभाने के लिए कुछ कंपनियां शुगर का इस्तेमाल करती हैं, बेहतर होगा कि आप चॉकलेट / सबसे अच्छी चॉकलेट खरीदते वक्त उसको बनाने में इस्तेमाल किए गए पदार्थों का विवरण जरूर देखें।
क्या डार्क चॉकलेट खाने से डिप्रेशन कम होता है
डार्क चॉकलेट खाना हमारे मुड़ के परिवर्तन में प्रभावकारी सिद्ध होता है, इसके इस्तेमाल से डिप्रेशन और तनाव दूर होता है और मानसिक स्वास्थ्य भी सही रहता है इसलिए जिन लोगों का मन उदास रहता है उन्हें एक बार डार्क चॉकलेट खा करके देखना चाहिए। दअरसल डार्क चॉकलेट में ऐसे तत्व पाए जाते हैं जो हमारे अंदर ऐसे हार्मोन का स्राव करते हैं जिससे हमें खुशी मिलती है और अच्छा महसूस होता है।
डार्क चॉकलेट खाने के नुकसान क्या है
अधिक मात्रा में डार्क चॉकलेट खाने से आपका वजन बढ़ सकता है, नींद ना आने जैसी समस्या भी हो सकती है, कुछ लोगों में यह सर दर्द का कारण भी बनता है, कई डॉक्टर ने यह भी माना है कि, अधिक मात्रा में डार्क चॉकलेट खाने से दिल की धड़कन बढ़ जाती है जिससे उच्च रक्त दाब वाले मरीजों को परेशानी का सामना करना पड़ सकता है, अगर एक बार में जरूर से अधिक सबसे अच्छी चॉकलेट भी खा लेते हैं तो जीमिचलाने और उल्टी होने जैसी समस्या भी हो सकती है, जिसकी वजह से डिहाइड्रेशन का खतरा बढ़ जाता है।
क्या त्वचा के लिए डार्क चॉकलेट फायदेमंद है
एनसीबीआई की एक रिसर्च में यह पता चला है कि डार्क चॉकलेट में मौजूद डायट्री फ्लेवोनोल्स हमारी त्वचा को सूर्य की किरणों से होने वाले नुकसान से बचाती है जिससे हमारे चेहरे की चमक बनी रहती है, तेज धूप होने की वजह से सूर्य की किरणों में मौजूद यूवी किरण ( UV Ray’s ) हमारे त्वचा को नुकसान पहुंचती है, यह हमारे त्वचा को काला भी कर देती है।
डार्क चॉकलेट बनाम मिल्क चॉकलेट कौन सी बेहतर है?
मेडिको सूत्र (MedicoSutra) की टीम ने अपने स्तर पर एक सर्वे करने का प्रयास किया जिसका उद्देश्य यह था कि ऐसे लोगों के स्वास्थ्य को अध्ययन करके तुलना की जाए जो डार्क चॉकलेट / सबसे अच्छी चॉकलेट खाते हैं उनका स्वास्थ्य बेहतर होता है या फिर मिल्क चॉकलेट खाने वालों का हमें इस सर्वे का एक बेहतर परिणाम प्राप्त हुआ जिसे हम आपके साथ साझा कर रहे हैं-
डार्क चॉकलेट खाने वालों की दिनचर्या और स्वास्थ्य
अधिकांश लोग जो डार्क चॉकलेट को अपनी पसंद बताते हैं वह अपने स्वास्थ्य को प्राथमिकता देते हैं और एक खुशनुमा जिंदगी जीना उनका मकसद होता है डार्क चॉकलेट / सबसे अच्छी चॉकलेट खाने वाले अपने काम के लिए फोकस्ड होते हैं उनकी याददाश्त भी तेज होती है और उनके अंदर बेहतर आत्मविश्वास दिखाई देता है।
मिल्क चॉकलेट खाने वालों की दिनचर्या और स्वास्थ्य
मिल्क चॉकलेट खाने वाले अधिकांश लोग अपने स्वास्थ्य को लेकर बहुत ज्यादा चिंतित नहीं होते ज्यादातर लोगों का मानना यह है कि उन्हें मिल्क चॉकलेट स्वाद में बेहतर लगती है और डार्क चॉकलेट के मुकाबले कम कीमत में मिल जाती है, और उन्हें तुरंत ऊर्जा मिलती है जिससे वह अच्छा महसूस करते हैं।
डार्क चॉकलेट और मिल्क चॉकलेट में अंतर क्या होता है इस पर अध्ययन करने से हमें यह साफ-साफ पता चलता है कि डार्क चॉकलेट खाने वालों की जीवन शैली मिल चॉकलेट खाने वालों के जीवन शैली से थोड़ा अलग होता है।
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दिमाग को तेज करने के लिए डार्क चॉकलेट (dark chocolate for brain)
डार्क चॉकलेट में मौजूद कैफीन हमारे दिमाग को फ्रेश रखने के साथ-साथ अधिक एक्टिव रहने में मदद करता है, इसके साथ डार्क चॉकलेट में थियोब्रोमाइन पाया जाता है जो दिमाग को स्वस्थ रखने के साथ तेज करने और याददाश्त मजबूत करने में भी मदद करता है, यदि आप लाइब्रेरी में अधिक समय बिताते हैं तो मूड को बेहतर बनाने और एक अच्छा ब्रेक लेने के लिए डार्क चॉकलेट / सबसे अच्छी चॉकलेट का इस्तेमाल स्नैक्स के रूप में कर सकते हैं, मगर ध्यान रहे इसकी सीमित मात्रा होनी चाहिए।
लड़कियां चॉकलेट क्यों पसंद करती हैं
लड़कियों की जीवन शैली लड़कों की तुलना में बहुत अलग होती है लड़कियों को हमेशा खुश रहना और अच्छा दिखना पसंद होता है इसलिए वह चॉकलेट खाना पसंद करती हैं जिससे उनका मूड अच्छा हो जाता है और वह अपने काम को और कलाकात्मक रूप से करती हैं।
खाली पेट चॉकलेट खाने से क्या होता है
खाली पेट चॉकलेट खाने से आपको नाश्ते के रूप में अधिक ऊर्जा मिल सकती है लेकिन जिन लोगों को शुगर की समस्या है उन्हें सुबह खाली पेट चॉकलेट गलती से भी नहीं खाना चाहिए, यह आपके शरीर में शुगर के लेवल को अचानक से बढ़ा सकता है वहीं जिन लोगों का वजन बहुत अधिक है उन्हें सुबह खाली पेट चॉकलेट खाने से बचना चाहिए, कुछ विशेषज्ञ का यह भी मानना है कि जिन लोगों को पाचन संबंधी समस्याएं रहती हैं उन्हें भी सुबह खाली पेट चॉकलेट नहीं खाना चाहिए।
1 दिन में कितना चॉकलेट खाना चाहिए
1 दिन में 40 ग्राम से 50 ग्राम तक चॉकलेट खाना सुरक्षित माना जाता है, यह हमारे स्वास्थ्य पर बुरा प्रभाव नहीं डालता अगर हम 50 ग्राम से लेकर 100 ग्राम तक चॉकलेट प्रतिदिन कहते हैं तो यह हमारे स्वास्थ्य के लिए नुकसानदायक साबित हो सकता है मगर कोशिश करें कि सबसे अच्छी चॉकलेट को भी प्रतिदिन ना का करके सप्ताह में एक से दो बार ही खाएं।
अस्वीकरण
मेडिको सूत्र (MedicoSutra) की टीम के द्वारा यह पोस्ट किसी विशेष प्रकार के चॉकलेट को बढ़ावा देने के लिए नहीं लिखी गयी है हमारा मकसद सिर्फ लोगों को जागरूक करना है, इस लेख में हमने तुलनात्मक अध्ययन करने का प्रयास किया है, किसी भी चीज का दो पहलू हो सकता हैं इसलिए आपको सबसे अच्छी चॉकलेट चुनने के लिए अपने विवेक का इस्तेमाल करना चाहिए, आवश्यकता महसूस होने पर विशेषज्ञ से भी जरूर परामर्श लें।
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सबसे अच्छी चॉकलेट कौन सी है – निष्कर्ष
साधारण तौर पर सबसे अच्छी चॉकलेट डार्क चॉकलेट को माना जाता है, लेकिन अगर आप किसी भी अच्छी चीज को आवश्यकता से अधिक खाने में प्रयोग करते हैं तो यह आपके स्वास्थ्य को प्रभावित कर सकती है सीमित मात्रा में सबसे अच्छी चॉकलेट का इस्तेमाल स्वास्थ्य को बेहतर बनाने में मददगार साबित हो सकता है,
मिल्क चॉकलेट खाने वालों को ऐसी चॉकलेट खानी चाहिए जिसमें शुगर की मात्रा बहुत कम हो वही डार्क चॉकलेट खाने वाले भी शुगर की मात्रा जरूर चेक करें, ध्यान रहे आपके स्वास्थ्य से बेहतर कुछ भी नहीं है इसलिए हमेशा स्वाद के पीछे नहीं भागना चाहिए यदि आप किसी डाइट को फॉलो कर रहे हैं तो अपने जीवन शैली में किसी प्रकार के खाद्य पदार्थ को शामिल करने से पहले विशेषज्ञ से परामर्श से जरूर करें।
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मेडिको सूत्र (MedicoSutra) पर आने के लिए धन्यवाद हम आपकी बेहतर स्वास्थ्य की कामना करते हैं
कृपया अपने स्वास्थ्य को प्राथमिकता दें
धन्यवाद