मेमोरी शार्प करने के इच्छुक हर उम्र के लोग होते हैं अगर आप मेमोरी शार्प करने के उपाय जानना चाहते हैं तो हम इस लेख में मेमोरी शार्प करने के उपाय के साथ-साथ सभी प्रकार के तरीके के बारे में जानेंगे जो आपकी मेमोरी शार्प करने में मदद करेंगे और यह सभी लोगों के लिए लाभकारी सिद्ध होगा चाहे वह बच्चे हो युवा हो या फिर बुजुर्ग हो।
मेमोरी शार्प करने के उपाय ( Memory Sharp karne ke upay )
जिस प्रकार हमारे शरीर को एक्सरसाइज के द्वारा मजबूत और आकर्षित बनाया जाता है ठीक उसी प्रकार मेमोरी को शार्प करने के उपाय करने चाहिए इसके साथ-साथ हमें सही आहार, एक्सरसाइज और दिमाग से जुड़ी हुई गतिविधियों को करके मेमोरी को शार्प बनाया जा सकता है। अब हम मेमोरी शार्प करने के उपाय के बारे में विस्तार पूर्वक चर्चा करेंगे और जानेंगे वह कौन से तरीके हैं? जिनको आप प्रत्येक दिन नित्य समय पर करके अपनी मेमोरी शार्प कर सकते हैं।
गहरी नींद ( Deep sleep for memory performance )
मेमोरी शार्प करने के उपाय के बारे में जानने से पहले आपको अपनी नींद के बारे में जानना होगा क्या आप प्रत्येक दिन एक शांतिपूर्ण और गहरी नींद लेते हैं या फिर आपकी नींद रात में कई बार टूटती रहती है अगर ऐसा है तो गहरी नींद ना ले पानी की वजह से आपकी याददाश्त पर बुरा असर पड़ता है और आपकी मेमोरी शार्प जल्दी नहीं हो पाती है।
इसलिए यदि आप अपनी मेमोरी को जल्दी से शार्प करना चाहते हैं तो आपको प्रत्येक दिन 7 से 8 घंटे की गहरी नींद जरूर लेनी चाहिए गहरी नींद आपको शारीरिक तथा मानसिक रूप से भी स्वस्थ रखती है, गहरी नींद लेने की वजह से आपका दिमाग सही प्रकार से आराम कर पता है और अगले दिन कार्य करने के लिए नई ऊर्जा से भरा हुआ महसूस करता है जिसकी वजह से आपको किसी भी कार्य को करने में कठिनाई का सामना नहीं करना पड़ता और आपकी मेमोरी शार्प होती चली जाती है।
काम करने के तरीका बदलें ( how changing in routine can improve memory power )
मेमोरी शार्प करने के उपाय में दूसरा सबसे जरूरी तरीका यह होता है कि आपको रोजमर्रा की जिंदगी में जो काम करने पड़ते हैं उसे हमेशा एक तरीके से ना करें कोशिश करें कि आप किसी काम को अलग-अलग तरीकों से करने की कोशिश करें उदाहरण के लिए
1. अगर आप प्रत्येक दिन अपने दाएं हाथ से ब्रश करते हैं तो कोशिश करें कि आप हफ्ते में दो से तीन बार बाएं हाथ से ब्रश करें।
2. कपड़े पहनते वक्त बटन को नीचे से ऊपर की तरफ बंद करें या फिर ऊपर से नीचे की तरफ बंद करें।
3. पॉकेट में रखें फोन की डायरेक्शन को चेंज करें कभी लेफ्ट की तरफ रखें तो कभी राइट की तरफ रखें।
4. चलते वक्त अपने कदमों पर ध्यान रखें नकारात्मक विचार आने पर गहरी सांस ले।
5. रुमाल और घड़ी समय-समय पर बदलते रहे।
6. अगर आप हमेशा मुझे के साथ जूता पहनते हैं तो कभी-कभी बिना मौजों के जूता पहनने का प्रयास करें अगर यह आपके लिए तकलीफ भरा कार्य लगता है तो बिल्कुल ना करें।
7. पानी पीते वक्त कितने घूंट पिया इसकी गिनती करें।
8. जब मन उदास हो तो रंग-बिरंगे फूलों के बारे में सोचें।
9. ऐसे गेम खेलें जिसमें ज्यादा दिमाग लगता हो जैसे की शतरंज, सुडोकू, पहेलियां इत्यादि।
10. अपने नाश्ते में ड्राई फ्रूट्स को शामिल करें।
11. बादाम, अखरोट इत्यादि को अपनी डाइट में प्राथमिकता दें।
आधुनिक संसाधनों पर निर्भरता कम करें ( avoid excessive use of digital things )
आज के दौर में तेजी से बढ़ते आधुनिक संसाधन लोगों के बौद्धिक विकास को बाधित करते जा रहे हैं एक दूसरे से आगे निकलने की और में मनुष्य स्वयं विनाश की तरफ अग्रसर हो रहा है जितना मनुष्य आधुनिक संसाधनों के ऊपर निर्भर होता जाएगा वह खुद को कमजोर करता जाएगा यही वजह है कि आज के दौर में मनुष्य किसी भी चीज के बारे में सोचने समझने का वक्त नहीं लेता,
वह तुरंत आसपास मौजूद संसाधनों की सहायता ले लेता है जिसके फल स्वरुप उसकी याददाश्त कमजोर होने लग जाती है आधुनिक संसाधनों पर निर्भरता बुरी बात नहीं है लेकिन निर्भरता कितनी होनी चाहिए इसका सही आकलन होना आवश्यक है इसलिए जब तक जरूरी ना हो कोशिश करें कि खुद के बुद्धि विवेक का इस्तेमाल करके आप कार्य करें जिसके परिणाम स्वरुप आपकी मेमोरी शार्प होती चली जाएगी और याददाश्त भी तेज होगी।
सैर-सपाटा ( morning walk benefits )
मेमोरी शार्प करने के उपाय में सबसे महत्वपूर्ण है आपका प्रत्येक दिन सुबह सूर्योदय के वक्त प्राकृतिक वातावरण में टहलना, कई रिसर्च इस बात को साबित कर चुकी हैं कि अगर आप प्रत्येक दिन लगभग 30 मिनट तक मॉर्निंग वॉक करते हैं तो आपका मानसिक तनाव कम करने में मदद मिलती है, इसके साथ आपका शरीर हेल्दी रहता है,
सूर्योदय के समय सूर्य से मिलने वाली विटामिन-डी हमारे शरीर को अनेक प्रकार से स्वस्थ रखने का कार्य करती है। इसलिए यदि आप याददाश्त को तेज करना चाहते हैं तो प्रत्येक दिन कम से कम 30 मिनट जरूर सैर सपाटा करना चाहिए, कोशिश करें कि आप शांतिपूर्ण और प्राकृतिक वातावरण में टहलने जाएं।
बुद्ध मेडिटेशन ( right way of doing meditation )
याददाश्त को तेज करने तथा मेमोरी शार्प करने के लिए आज हमारे और आपके शहर में कई जगह मेडिटेशन सेंटर खुल चुके हैं जहां पर आपको अलग-अलग तरीके से मेडिटेशन कराया जाता है मगर आपको यह जानकर आश्चर्य होगा कि ऐसे सेंटर में मेडिटेशन करना शायद उतना लाभकारी सिद्ध नहीं हो सकता, जितना किसी शांत वातावरण में बैठकर के मेडिटेशन करना लाभकारी सिद्ध होता है इसलिए अगर आप याददाश्त को तेज करना चाहते हैं।
या मेमोरी शार्प करना चाहते हैं तो आपको बुद्ध के तरीके से मेडिटेशन करना चाहिए इसके लिए आपको शांत और प्राकृतिक वातावरण का चयन करना है और प्रत्येक दिन सुबह के वक्त 15 से 20 मिनट अपने सांसों पर ध्यान केंद्रित करते हुए मेडिटेशन करना है शुरुआत के दिनों में आपको थोड़ी बहुत कठिनाई हो सकती है, आपके विचार आपके नियंत्रण में नहीं आएंगे लेकिन धीमे-धीमे जब आपको मेडिटेशन की आदत लग जाएगी तब आपके विचार आपके नियंत्रण में आ जाएंगे और आप सही निर्णय लेने के साथ-साथ याददाश्त और मेमोरी पावर के बढ़ाने का एहसास करेंगे।
शर्माना छोड़ दे ( tips for Sharp mind )
कई लोगों की यह आदत होती है कि वह पब्लिक में तो शर्म करते ही हैं लेकिन अकेले में भी उन्हें कुछ नया करने में शर्म आती है, इसलिए यदि आपको बहुत ज्यादा शर्म आती है तो लोगों की परवाह ना करते हुए आपको जल्द से जल्द शर्माना छोड़ देना चाहिए। रिसर्च में यह बात सामने आई है कि जब कोई इंसान बहुत ज्यादा शर्माता है,
तब वह लोगों के बीच में किसी कार्य को पूरे आत्मविश्वास के साथ नहीं कर पाता, इसके साथ-साथ किसी कार्य को करने में पूर्ण रूप से ध्यान केंद्रित नहीं कर पाता, जिसकी वजह से उसकी याददाश्त तेज होने की बजाय कमजोर होने लग जाती है। मेमोरी शार्प करने के उपाय में यह एक महत्वपूर्ण बात हो सकती है जिसे बहुत से लोग जाने अनजाने में नजरअंदाज कर देते हैं।
डेली एक टास्क पूरा करें ( tips for Sharp Brain )
आपको प्रत्येक दिन अपने दिमाग को एक टास्क देना चाहिए और उसके लिए समय सीमा भी निर्धारित कर देना चाहिए इसकी वजह से आपका दिमाग थोड़ा सा मानसिक दबाव की अनुभूति करेगा, जिसके फल स्वरुप वह एक्टिव रूप से कार्य करेगा और आपके निर्धारित समय पर टास्क को पूरा करने की भरपूर कोशिश करेगा, ऐसा करने का वैज्ञानिक कारण यह है कि जब आपका दिमाग किसी टास्क को पूरा करने की कोशिश करता है तब वह पूरे तरीके से केंद्रित होता है, और केंद्रित दिमाग की याददाश्त और मेमोरी शार्प बहुत ज्यादा होती है।
नशे से दूर रहें ( how smoking and alcohol can affect memory power )
आज के युवा वर्ग का नशा करना जैसे एक फैशन सा बन गया है लोग जाने अनजाने में एक दूसरे को देख करके स्मोकिंग, ड्रिंकिंग जैसी गंदी आदतों का शिकार हो जाते हैं, जिसका एक बुरा असर उनकी याददाश्त तथा मेमोरी पर भी पड़ता है। इसलिए यदि आप मेमोरी शार्प करने के उपाय कर रहे हैं तो आपको नशे से बिल्कुल दूर रहना चाहिए यह नशे आपके दिमाग में भ्रम जैसी स्थिति उत्पन्न कर देते हैं, और आपके सोचने समझने की क्षमता को भी बुरे तरीके से प्रभावित करते हैं।
खुश रहें ( find your happiness )
खुश रहना आधुनिक युग के इंसान का एक चैलेंज सा हो गया है थोड़ा सा मानसिक दबाव या परिस्थितियों खराब होने से इंसान तुरंत दुखी हो जाता है जिसकी वजह से उसकी बौद्धिक क्षमता प्रभावित होती है इसके साथ उसे याददाश्त तथा शॉर्ट टर्म मेमोरी लॉस के साथ-साथ मेमोरी शार्प न होने जैसी शिकायत भी होने लग जाती है,
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इसलिए कोशिश करें कि आप छोटी-मोटी समस्याओं से खुद को प्रभावित न होने दें आपकी खुशी जीवन में आने वाली छोटी-मोटी समस्याओं से बहुत ज्यादा कीमती है हमेशा अपनी खुशी को प्राथमिकता दें वही कार्य करें जो आपको खुशी देता है इसलिए यदि आप मेमोरी शार्प करने के उपाय अपनाना चाहते हैं तो आपको खुश रहना बहुत जरूरी है खुश रहने से आपका दिमाग स्वस्थ रहता है और याददाश्त ठीक रहती है।
डाइट का रखें ख्याल ( super food for memory power )
पुराने समय में एक कहावत कही जाती थी इंसान जैसा खाना खाता है उसका मन भी वैसा हो जाता है इसलिए दिया आप अपने दिमाग को स्वस्थ रखने के साथ-साथ याददाश्त को मजबूत तथा मेमोरी शार्प करने के उपाय करना चाहते हैं तो आपको अपनी डाइट का खास ख्याल रखना चाहिए कुछ ऐसे भोजन होते हैं जो आपके मस्तिष्क को सही पोषण देने का कार्य करते हैं,
इसकी वजह से याददाश्त तेज होती है और मेमोरी शार्प होती है, जैसे की अखरोट बादाम, मछली का तेल, दूध, विटामिन B12 से भरपूर भोजन, आंवला, नींबू, अनानास, हरी पत्तेदार सब्जियां इत्यादि मेमोरी शार्प करने के लिए जरूर खाएं।
मेमोरी शार्प जल्दी क्यों नहीं होती? मेरी याददाश्त तेज क्यों नहीं होती है ( Why Memory Sharping is very tough )
ज्यादा तरिया देखा जाता है कि जब मनुष्य की उम्र अधिक हो जाती है तब मेमोरी शार्प ना रहने की शिकायत देखी जाती है मगर आधुनिक युग के बढ़ते हुए संसाधन लोगों के सोचने समझने की क्षमता को बुरी तरीके से प्रभावित कर रहे हैं इसलिए मेमोरी शार्प करने में लोगों को बहुत कठिनाई होती है,
आपको बता दें कि जब पहले इतने संसाधन नहीं मौजूद होते थे तो लोग अपने बुद्धि विवेक का इस्तेमाल बहुत अधिक मात्रा में करते थे जिसके फल स्वरुप बार-बार प्रयास करने की वजह से मेमोरी शार्प हो जाती थी मगर आज का मनुष्य संसाधनों के ऊपर इतना निर्भर हो चुका है कि मेमोरी शार्प करने के उपाय और किसी प्रकार की गतिविधि नहीं करता जिससे मेमोरी शार्प ना होने की शिकायत देखी जाती है।
याददाश्त कमजोर होने के क्या कारण होते हैं? ( scientific reason of weaknesses of memory )
मेमोरी शार्प करने के उपाय के बारे में हम बात करें इससे पहले हमें कुछ वैज्ञानिक कर्म को भी समझना चाहिए जिसकी वजह से मेमोरी शार्प नहीं होती है कुछ रिसर्च में यह पता चला है कि जिस प्रकार मनुष्य आज के दौर में बिना किसी मेहनत के सब कुछ हासिल कर लेना चाहता है,
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ठीक उसी तरह वह अपने दिमाग के ऊपर बिना किसी दबाव के हर चीज को जान लेने के लिए दूसरे सोर्स के ऊपर अपने निर्भरता को बढ़ते जा रहा है जिसके फल स्वरुप मेमोरी शार्प नहीं हो पाती इसके पीछे का एक सबसे बड़ा कारण यह भी है कि जब इंसान अपने दिमाग के ऊपर किसी चीज को जल्दी से समझने के लिए दबाव नहीं डालता तब ऐसी स्थिति में मेमोरी शार्प नहीं होती है।
क्या मेमोरी शार्प करने के लिए नींद जरूरी है ( is sleep is important for improve memory performance )
हां, मेमोरी शार्प करने के उपाय में नींद बहुत जरूरी है जब आप प्रत्येक दिन कुछ नया सीखने हैं तब आपके मस्तिष्क में नए न्यूरॉन्स बनते हैं और जब आप पूरे दिन काम करके थक जाते हैं, तब आपके मस्तिष्क को विश्राम की आवश्यकता होती है इसलिए आपको सोना बहुत आवश्यक है क्योंकि जब आप सोते हैं तब आपका मस्तिष्क विश्राम कर रहा होता है,
और आपके सब कॉन्शियस माइंड में पूरे दिन की जानकारी को एकत्रित करता है इसलिए आपने देखा होगा कि कोई बात आपको कुछ समय बाद भूल जाती है यह इसलिए होता है, कि आपका मस्तिष्क पूरे तरीके से आराम नहीं कर पाता और जानकारी को सही प्रकार से एकत्रित नहीं कर पता है इसलिए अगर आप मेमोरी शार्प करना चाहते हैं तो आपको नींद जरूर पूरी करनी चाहिए।
मेमोरी शार्प करने के लिए एक्सरसाइज ( exercise for boost memory power )
मेमोरी शार्प करने के उपाय में एक्सरसाइज का एक अहम भूमिका होती है इसलिए हम यहां पर कुछ एक्सरसाइज के प्रकार को जानेंगे जो मेमोरी शार्प करने के उपाय के लिए जरूरी है जिसे प्रत्येक दिन करके आप मेमोरी को जल्दी शार्प कर सकते हैं।
याददाश्त बढ़ाने का तरीका / एक्सरसाइज / योगासन
1. पद्मासन
2. हलासन
3. ताड़ासन
4. शीर्षासन
5. भ्रामरी प्राणायाम
6. सर्वांगासन
7. सेतुबंध आसन
ऊपर बताए गए जितने भी योग के प्रकार हैं यह सभी आपकी याददाश्त बढ़ाने के साथ-साथ याददाश्त को तेज करते हैं और मेमोरी शार्प बनाते हैं।
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दिमाग की मेमोरी पावर कैसे बढ़ाएं? निष्कर्ष
रोजमर्रा की जिंदगी में लोग अपने जीवन को बहुत ही संकुचित करते चले जा रहे हैं, जिसकी वजह से उनकी बौद्धिक क्षमता का पतन दिन प्रतिदिन हो रहा है। जिसके फल स्वरुप लोग मेमोरी शार्प करने के उपाय करने के लिए विवश हो जाते हैं, हमने अपने इस लेख में मेमोरी शार्प करने के उपाय के बारे में विस्तृत रूप से जाना साथ में हमने कुछ वैज्ञानिक कारणों के ऊपर भी बात किया।
दोस्तों मेमोरी पावर का कम होना, याददाश्त का कम होना या मेमोरी शार्प ना होना यह आम बात है, इसको आप अपने दिनचर्या में बदलाव तथा खाने-पीने के तरीकों में बदलाव जरूरी एक्सरसाइज करके आसानी से खत्म कर सकते हैं।
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