तकिए के कवर के बारे में बहुत लोगों को नहीं पता कि यह चेहरे और बाल से संबंधित बीमारी का घर है आपको बहुत जल्दी समझ लेना चाहिए की तकिए के कवर से मुंहासे का निकलना क्यों होता है? अगर समय रहते आप तकिए के कवर से मुंहासे का निकलना और तकिए से होने वाली बीमारी, के बारे में नहीं समझेंगे तो आपके चेहरे के साथ-साथ आपके बालों को भी उठाना पड़ेगा भारी नुकसान ।
क्या तकिए के कवर से मुंहासे हो सकते हैं ( takiye ke cover se muhase ka nikalna in hindi )
न सिर्फ तकिए के कवर से मुंहासे बल्कि आपके बेडशीट व चद्दर से भी आपके मुहासे निकाल सकते हैं, ज्यादातर लोग इस बात को नहीं मानते की तकिए के कवर से मुंहासे हो सकते हैं, लेकिन यह सच है की तकिए के कवर से मुंहासे हो सकते हैं ज्यादातर लोग सूती तकिए का इस्तेमाल करते हैं, यह सूती तकिया चेहरे पर निकलने वाले मुंहासे का मुख्य कारण बनता है,
अगर आप तकिए के कवर को समय-समय पर साफ नहीं करते हैं, तब उसके अंदर आपके चेहरे से निकलने वाला तेल, सूती तकिए में अवशोषित होने लगता है जिसके परिणाम स्वरूप आपका तकिए के कवर में गंदगी के साथ-साथ अनेक प्रकार के हानिकारक बैक्टीरिया पनअपने लग जाते हैं, जो तकिए के कवर से मुंहासे होने का कारण बनते हैं।
तकिए के कवर में कौन से बैक्टीरिया पाए जाते हैं ( takiye ke cover me kaun se bacteria paye jate hai )
1. प्रोपियोनी बैक्टेरियम एक्ने ( Propionibacterium acnes )
यह बैक्टीरिया आपके त्वचा पर हर जगह पाए जाते हैं खास करके आपके चेहरे पर यह बैक्टीरिया आपके त्वचा से निकलने वाले तेल को खाते हैं, इस बैक्टीरिया के अंदर एक विशेष प्रकार की संरचना होती है जिसकी मदद से यह आपकी त्वचा में छेद करके अंदर तक चले जाते हैं, और जो फॉलिकल बंद हो जाते हैं उसके अंदर पनपते हैं, जिसकी वजह से आपकी त्वचा में सूजन के साथ-साथ मुंहासे होते हैं,
इन मुंहासे में में हल्का-हल्का दर्द भी होता रहता है और समय के साथ इनमें मवाद भी भर जाता है । यह बैक्टीरिया उन लोगों के चेहरे पर अधिक पाए जाते हैं जिनके त्वचा से अधिक तेल निकलता है, अगर समय रहते इसका सही इलाज न किया जाए तो यह आपके चेहरे को बुरे तरीके से संक्रमित कर सकते हैं । जिसके परिणाम स्वरुप आपके चेहरे की चमक खोने के साथ-साथ दाग धब्बे भी दिखाई देने लग जाते हैं ।
2. स्टेफिलोकोक्कस ऑरियस ( Staphylococcus aureus )
यह बैक्टीरिया आपके चेहरे पर तकिए के कवर से मुंहासे का कारण तो बनता है, साथ में आपके बालों की जड़ों में फॉलिकुलाइटिस का कारण भी बनता है, जिसकी वजह से आपके बालों के फॉलिकल में सूजन पैदा हो जाती है और आपके बाल कमजोर होते चले जाते हैं यह ग्राम पॉजिटिव बैक्टीरिया है,
जो त्वचा के ऊपरी सतह पर पाया जाता है, यह बैक्टीरिया हमारे नाक में भी पाया जाता है, जब कभी हमारे शरीर का प्रतिरक्षा तंत्र प्रणाली कमजोर पड़ता है तब यह हमारे शरीर में आसानी से प्रवेश कर जाते हैं, इसके बाद यह इंफेक्शन करना शुरू करते हैं यह बैक्टीरिया फॉलिकुलाइटिस, इमपेटिगो या फिर कुछ परिस्थितियों में सेल्यूलाइटिस जैसी बीमारियों का भी कारण बनते हैं ।
- फॉलिकुलाइटिस
- इमपेटिगो
- सेल्यूलाइटिस
3. स्ट्रैप्टॉकोक्कस पायोजेनेस ( Streptococcus pyogenes )
तकिए के कवर से मुंहासे का निकलना इस बैक्टीरिया के कारण भी होता है यह एक ग्राम पॉजिटिव गोलाकार बैक्टीरिया है जो ज्यादातर गले से संबंधित बीमारी पैदा करता है, यह आपके गले में खराश, सूजन के साथ हल्के दर्द का भी कारण बन सकता है यह बैक्टीरिया आपकी त्वचा के ऊपर तथा त्वचा के अंदर भी पाया जाता है, अगर इनकी संख्या अधिक हो जाती है तो यह आमवाती बुखार ( Rheumatic feaver ), या पोस्ट-स्ट्रैप्टॉकोल ग्लौमेरुललोनेफ्राइटिस ( Streptococcal glomerulonephritis ) जैसी बीमारी भी पैदा कर सकते हैं ।
4. ई-कोलाई ( E – coli )
यह बैक्टीरिया आपके पाचन तंत्र से संबंधित होता है यह ग्राम नेगेटिव प्रकार का बैक्टीरिया होता है जो राजनुमा आकार का होता है यह आपकी आत में पाया जाता है, यह बैक्टीरिया पेट के अंदर कुछ अच्छे काम को करने के लिए जिम्मेदार होता है, हालांकि इस बैक्टीरिया के कुछ और प्रकार होते हैं,
जो हमारे शरीर को नुकसान पहुंचाते हैं, यह गंदे खान व पानी के द्वारा हमारे शरीर में प्रवेश कर जाते हैं, जिनकी वजह से यह डायरिया, मूत्र नली में इन्फेक्शन ( UTI ), जैसे बीमारियों का कारण बनते हैं इसलिए आपको अपने तकिए के कवर, बेडशीट और चद्दर को समय-समय पर साफ करते रहना चाहिए ।
आंतों की सफाई 1 दिन में करने के लिए घरेलू उपाय, सालो की गंदगी एक दिन में साफ
5. एसिनेटोबैक्टर बाउमानी ( Acinetobacter baumannii )
तकिए के कवर से मुंहासे होने का जिम्मेदार यह बैक्टीरिया भी होता है, यह ग्राम नेगेटिव बैक्टीरिया होता है, जिसका आकार राड की तरह होता है, यह बैक्टीरिया आमतौर पर ऐसे एनवायरमेंट में पाया जाता है जहां पर अस्पताल का कचरा फेका जाता जाता है , यह बैक्टीरिया गंदे जमीन, गंदे पानी और अन्य प्रदूषित वातावरण में पाया जाता है, यह बैक्टीरिया निमोनिया, यूरिनरी ट्रैक इनफेक्शन, स्किन इन्फेक्शन और ब्लड स्ट्रीम के इन्फेक्शन का भी कारण बनता है।
- निमोनिया
- यूरिनरी ट्रैक इनफेक्शन
- स्किन इन्फेक्शन
- ब्लड स्ट्रीम का इन्फेक्शन
यह बैक्टीरिया आमतौर पर कमजोर प्रतीक्षा तंत्र प्रणाली वाले लोगों में आसानी से संक्रमण फैल सकता है, इस बैक्टीरिया का अभी तक कोई सही एंटीबायोटिक नहीं बन पाया है, जिसकी वजह से इसके द्वारा फैलाए गए संक्रमण का उपचार करना मुश्किल भरा काम हो जाता है, इस बैक्टीरिया की विशेषता यह है कि यह धीमे-धीमे अपनी मजबूती को बढ़ाते जाता है जिसकी वजह से इसके इन्फेक्शन को कंट्रोल करना बहुत मुश्किल होता है । और ज्यादा डोज वाली एंटीबायोटिक देने के बावजूद इस पर बहुत कम असर होता है ।
6. प्रोटियस मीराबिलिस ( Proteus mirabilis )
तकिए के कवर से मुंहासे का होना इस बैक्टीरिया का एकमात्र कारण नहीं होता, यह बैक्टीरिया ग्राम नेगेटिव प्रकार का होता है, जिसका आकार राड की तरह होता है, आमतौर पर यह बैक्टीरिया संक्रमित व्यक्ति के आंत में पाया जाता है, तथा जब कभी संक्रमित व्यक्ति मल त्याग करता है तो उसके मल में उपस्थित यह बैक्टीरिया जमीन में मिल जाता है,
मगर देखा जाए तो यह बैक्टीरिया बहुत कम नुकसानदायक होते हैं लेकिन कभी-कभी यह बैक्टीरिया आपके यूरिनरी ट्रैक इनफेक्शन का कारण बनते हैं अक्सर देखा गया है कि यह बैक्टीरिया आपके ” यूरिनरी ब्लैडर में स्टोन के बनने में भी मदद करता है जिसकी वजह से आपकी किडनी पर भी बुरा प्रभाव पड़ता है ”
समय बीतने के साथ यह बैक्टीरिया एंटीबायोटिक से लड़ने की शक्ति उत्पन्न कर लेता है इसलिए जब हाई डोज की एंटीबायोटिक दी जाती है तब भी इस बैक्टीरिया पर बहुत हल्का असर पड़ता है मगर आपको चिंता करने की कोई जरूरत नहीं है यह बहुत कम लोगों में होता है।
7. कोरेन बैक्टेरियम ( Corynebacterium )
इस बैक्टीरिया का कई प्रकार होता है जिसमें से मुख्य रूप से यह ग्राम पॉजिटिव होता है जो एक राड के आकार का होता है यह बैक्टीरिया हमारी त्वचा और म्यूकस पर प्राकृतिक रूप से मौजूद होते हैं, परंतु यह साधारणत्या किसी प्रकार का नुकसान नहीं पहुंचते, लेकिन कभी-कभी इन व्यक्तियों की कुछ प्रजाति में इस त्वचा से संबंधित बीमारियों को उत्पन्न करते हुए देखा गया है, जिसमें मुख्य रूप से अस्थमा और डिप्थीरिया जो की एक असामान्य बीमारी है का कारण बनते हैं ।
तकिए कवर से मुंहासे का होना इस बैक्टीरिया की वजह से हो सकता है क्योंकि यह आपकी त्वचा के फॉलिकल में मौजूद तेल को खाने का काम करते हैं, जिसकी वजह से यह आपकी त्वचा में सूजन और मुंहासे को उत्पन्न करने का कारण बनते हैं, अगर बात डिप्थीरिया की कई जाए तो यह सांसों से संबंधित एक प्रकार का सीरियस इंफेक्शन है,
मगर आपको चिंता करने की कोई जरूरत नहीं ” डिप्थीरिया से लड़ने के लिए वैक्सीन बनाई जा चुकी है और इसका इलाज किया जा सकता है ” साधारणतया यह आपकी त्वचा को नुकसान नहीं पहुंचते लेकिन अगर आपकी त्वचा पर कहीं पर इंफेक्शन है या चोट लग जाती है तो वहां पर यह आसानी से इन्फेक्शन कर सकते हैं ।
चेहरे की चमक को कैसे बढ़ाये 20 घरेलू उपाय; एक दिन में निखार लाए
तकिए के कवर से मुंहासे को रोकने के लिए क्या करें /मुंहासे का निकलना कैसे रोके
सबसे पहले आपको अपनी तकिए कवर को बदल लेना चाहिए, ज्यादातर लोग सूती तकिए का कर इस्तेमाल करते हैं, लेकिन आपको बता दें कि यह आपकी त्वचा के लिए तथा बालों के लिए नुकसानदायक साबित हो सकती है, आपको रेशम और साटन, सिल्क से बने तकिए के कवर का इस्तेमाल करना चाहिए । सिल्क से बने तकिए के कवर में त्वचा से निकलने वाला तेल बहुत कम मात्रा में अवशोषित होता है, जिसकी वजह से आपके चेहरे पर मुंहासे होने का खतरा कम हो जाता है ।
कितने समय बाद तकिया का कवर बदलना चाहिए
आमतौर पर आपको अपनी तकिया के कवर को प्रत्येक हफ्ते में एक बार धूल लेना चाहिए अगर संभव नहीं है तो ज्यादा से ज्यादा 10 दिन तक एक कवर को इस्तेमाल करना चाहिए, अगर गर्मियों का मौसम है तब आपको तकिए के कवर को हर तीसरे दिन अच्छी प्रकार से साफ करना चाहिए । क्योंकि गर्मी के दिनों में त्वचा से निकलने वाले पसीने वह तेल की मात्रा अधिक होती है, जिसकी वजह से ज्यादातर लोगों को मुहासे की समस्या गर्मियों के दिनों में अधिक होती है ।
क्या सूती तकिया नुकसानदायक होता है
नहीं तकिया का कोई भी प्रकार आपके लिए नुकसानदायक साबित तब तक नहीं होता जब तक आप साफ सफाई व उसके रखरखाव का उचित ध्यान नहीं रखते हैं, तकिया का कवर सूती हो या सिल्क का हो अगर इसकी साफ सफाई का उचित ध्यान ना रखा जाए तो तकिए के कवर से मुंहासे निकल के आपकी त्वचा को संक्रमित करने में कोई कसर नहीं छोड़ेगा,
सूती तकिया में अवशोषित करने की क्षमता अधिक पाई जाती है, इस कारण से सूती तकिए का कवर सिल्क के कवर की तुलना में थोड़ा ज्यादा नुकसानदायक साबित हो सकता है, लेकिन अगर आपका रूम ऐसा है जहां पर तापमान हमेशा एक जैसा रहता है तब आप किसी भी तकिया का इस्तेमाल कर सकते हैं , आप तकिए के कवर से मुंहासे और अनेक प्रकार के होने वाले नुक्सान से बच जायेंगे ।
ज्यादा ऊंची तकिया लगाने से बचें
ज्यादातर लोगों को तकिया ऊंचा लगाने का आरामदायक अनुभव होता है, लेकिन आपको बता दें कि यह आपके स्वास्थ्य के नजरिए से नुकसानदायक साबित हो सकता है, ऊंचा तकिया लगाने की वजह से आपके सर में दिल के द्वारा पंप किया गया खून सही प्रकार से नहीं पहुंच पाता, जिसकी वजह से आपको सर दर्द तथा बालों से संबंधित समस्या का भी सामना करना पड़ सकता है, आपको बता दें कि दिल के द्वारा पंप किए जाने वाला खून का लगभग 1/5 हिस्सा आपके दिमाग में जाता है ।
तकिया की ऊंचाई कितनी होनी चाहिए
बहुत से लोगों को तकिया के बिना नींद नहीं आती अगर आपके साथ ऐसा है और आप तकिया लगाने का आदी बन चुके हैं तब आपको तकिए की ऊंचाई को ” 6 इंच ” से अधिक नहीं रखना चाहिए, इससे अधिक ऊंचाई वाली तकिया आपके लिए नुकसानदायक साबित हो सकता है, और एक बात का हमेशा ध्यान रखें की तकिया बहुत ज्यादा मुलायम नहीं होना चाहिए, यह ब्लड सर्कुलेशन को प्रभावित करता है, बेहतर होगा अगर आप बिना तकिए का सोने का प्रयास करें ।
शरीर की दुर्गंध का इलाज; मिनटो में पसीने की बदबू से छुटकारा 5 घरेलू उपाय
तकिए के कवर से मुंहासे को रोकने का घरेलू उपाय –
1. प्रत्येक सप्ताह अपने ताकि के कर को अच्छी प्रकार से दूर करके धूप में जरूर सुखाय
2. सोने से पहले अपने चेहरे को अच्छी प्रकार से जरूर साफ कर ले जिससे आपके चेहरे पर जमा गंदगी साफ हो जाए
3. चेहरे को कभी भी अधिक गर्म पानी से ना धुले
4. मॉइश्चराइजर का इस्तेमाल करते रहें
5. चेहरे से निकलने वाले तेल को सुखाने वाले प्रोडक्ट के इस्तेमाल को सोच समझकर करें
6. समय-समय पर अपने चेहरे का निरीक्षण करें
7. निकलने वाले मुहासे को हाथों से ना फोड़े
8. बार-बार मुंहासे को छूने से बचें
9. विटामिन सी और एंटीऑक्सीडेंट से भरपूर भोजन को अपनी डाइट में शामिल जरूर करें
10. महीने में एक से दो बार स्क्रबर का इस्तेमाल करें
11. Collagen से भरपूर भोजन करें
12. अधिक Ph वाले ब्यूटी प्रोडक्ट लगाने से बचें
13. चेहरे पर किसी प्रकार की दवा लगाने से पहले डॉक्टर से संपर्क जरूर करें
14. चेहरे से संबंधित समस्या के लिए पहले प्राकृतिक तरीकों को प्राथमिकता दें
15. अगर जरूरत महसूस हो तो तुरंत अनुभवी डॉक्टर से संपर्क करें
निष्कर्ष
दोस्तों यह था हमारा लेख की तकिए के कवर से मुंहासे को होने से कैसे रोका जाए जिसमें हमने जाना की वह कौन से बैक्टीरिया हैं जो तकिए के कवर से मुंहासे का कारण बनते हैं, साथ में हमने यह जाना की यह बैक्टीरिया हमारी त्वचा को कैसे प्रभावित करते हैं और तकिए के कवर से मुंहासे से बचने के लिए हम कौन से जरूरी उपाय कर सकते हैं,
अगर हम चेहरे के रंग रूप की बात को ध्यान में ना रखें और सिर्फ चेहरे की कोमलता को ध्यान में रखें तो चेहरे का रंग काला हो या फिर गोरा चेहरे का साफ सुथरा दिखाना आपके व्यक्तित्व को निखारता है, इसलिए हम यहां पर रंगभेद की बात नहीं करते बैक्टीरिया रंग नहीं देखे वह सिर्फ इन्फेक्शन करते हैं, इसलिए आपको अपने चेहरे से वह अपने शरीर से प्यार करना चाहिए, और समय-समय पर उसकी देखभाल करनी चाहिए ।
Follow on YouTube
” MEDICOSUTRA पर आने के लिए आपका धन्यवाद
हम आपके बेहतर स्वास्थ्य की कामना करते हैं अपने स्वास्थ्य को प्राथमिकता दें “
धन्यवाद