बहुत से लोग अज्ञानता बस नाभि में चूना लगाते हैं उन्हें यह नहीं पता होता की नाभि में चूना लगाने के फायदे होते हैं या फिर सिर्फ सुनी बातों की वजह से नाभि में चूना लगाने लग जाते हैं, हम इस लेख में जानेंगे की नाभि में चूना लगाने से क्या होता है? क्या सच में इसके फायदे हैं या फिर लोग लोगों की बातों में आकर नाभि में चूना लगाने लग जाते हैं।
नाभि में चूना लगाने के फायदे (Nabhi me chuna lagane ke fayde)
नाभि में चूना लगाने के फायदे के बारे में किसी प्रकार के चिकित्सा रिसर्च और पारंपरिक उपचार पद्धतियों में उल्लेख नहीं मिलता है कई लोगों का ऐसा मानना है की नाभि में चूना लगाने से वजन घटता है, परंतु सच बात यह है कि नाभि में चूना लगाने के फायदे नहीं होते हैं यह एक मिथक है,
कई रिसर्च ने स्पष्ट रूप से यह माना है कि नाभि में चूना लगाने से किसी प्रकार का फायदा नहीं होता बल्कि यदि आप नाभि (अम्बिलीकस / बेली बटन) में विभिन्न प्रकार के तेल या अन्य उत्पादों को लगाते हैं तो उसे आपको विशेष फायदे मिल सकते हैं जिनका जिक्र प्राचीन उपचार पद्धतियों में मौजूद है जो स्वास्थ्य की दृष्टिकोण से अच्छा माना जा सकता है।
नाभि में चूना लगाने से क्या होता है ( Treatment through Limestone in belly button)
नाभि में चूना लगाने से किसी प्रकार का स्वास्थ्य लाभ नहीं मिलता है बल्कि यह नाभि में जलन और खुजली को पैदा कर सकता है, इसलिए नाभि में चूना लगाने से बचना चाहिए, यदि आप चूने का सेवन करना चाहते हैं तो आप इसे शरीर में कैल्शियम की कमी को पूरा करने के लिए केला और चूना खा सकते हैं।
नाभि में क्या लगाए
नाभि में चूना लगाने के फायदे के बारे में बात करना हास्यप्रद प्रतीत होता है परंतु कुछ रोग होते हैं जो नाभि के द्वारा ठीक किया जाता है जैसे पाचन तंत्र का खराब होना, अनेक प्रकार के चिकित्सा उपचारों में, शरीर की संरचना के साथ-साथ सांस्कृतिक और आध्यात्मिक महत्व भी जुड़ा हुआ है।
नाभि का इस्तेमाल क्या है
नाभि के द्वारा आप अपने शरीर में होने वाले कई प्रकार के विकार को ठीक कर सकते हैं जो चमत्कारिक रूप से अपना असर दिखाता है प्राचीन काल से नाभि को हमारे शरीर मैं खास महत्व दिया जाता रहा है जिसका उल्लेख रामायण में भगवान राम के द्वारा रावण वध में किया गया है,
पुराणो के हिसाब से ऐसा माना जाता है कि रावण के नाभि में अमृत का वास था इसी विचारधारा को मानते हुए कई ऋषि-मुनि और वैदिक गुरु नाभि के द्वारा शरीर के कुछ रोगों का इलाज करते हैं, विशेष प्रकार के मिश्रण नाभि में लगाने से लाभ मिलता है इसके बारे में नीचे बताया गया है;
पाचन तंत्र का स्वास्थ्य
वैदिक काल में आयुर्वेदाचार्य के द्वारा नाभि के आसपास की त्वचा का परीक्षण करके रोगी के पाचन तंत्र की वर्तमान स्थिति का पता लगाया जाता था आयुर्वेदाचार्य सही प्रकार से परीक्षण करके पाचन तंत्र से संबंधित समस्याओं को दूर करते थे।
शारीरिक उपचार
परंपरागत उपचार पद्धतियों में नाभि का उपयोग शरीर का मुख्य बिंदु के रूप में किया जाता है, विशेषज्ञ का ऐसा मानना है कि नाभि में औषधी को लगाने से यह शरीर में गहराई तक पहुंचता है और रोगों को नष्ट करता है जिसमें से मुख्य तौर पर होठों का फटना, चेहरे की चमक, पाचन तंत्र, आंतों की समस्या, नाभि का खिसकना इत्यादि शामिल है।
शरीर का नियंत्रण
नाभि का स्थान हमारे शरीर का केंद्र माने जाने की वजह से यह हमारे शरीर का नियंत्रण बिंदु भी होता है शारीरिक संरचना और मांसपेशियों के खिंचाव का संकेत नाभि की स्थिति से पता चलता है कुछ परिस्थितियों में नाभि के खिसक जाने से पाचन तंत्र और आंतों से संबंधित समस्या भी हो जाती है।
त्वचा की समस्या
नाभि के द्वारा त्वचा की समस्याओं को काम करने और प्रभावी रूप से ठीक करने में मदद मिलती है प्रत्येक दिन नाभि के आसपास की सफाई को बनाए रखना महत्वपूर्ण है, इससे त्वचा के अंदर जमा कचरा बाहर निकल जाता है और नाभि में संक्रमण नहीं होता है। त्वचा संबंधित समस्या को दूर करने के लिए नाभि में हर्बल उपचार भी किया जाता है, जिसमें मुख्य रूप से नाभि में लगाने के लिए तुलसी, नीम, एलोवेरा, नींबू और मुल्तानी मिट्टी का उपयोग किया जाता है।
नाभि में कौन सा तेल लगाना चाहिए
नाभि के आसपास की त्वचा को मसाज करते वक्त उसमें नमी बनाए रखने के लिए जैतून नारियल बादाम और सरसों का तेल इस्तेमाल में ला सकते हैं, विशेषज्ञ का मानना है कि सरसों का तेल नाभि में लगाने से होठों का फटना कम होता है।
नाभि का हमारे शरीर में क्या महत्व है
नाभि हमारे शरीर का एक महत्वपूर्ण अंग माना जाता है यह गर्भावस्था में शुरुआती चरण के दौरान बनता है, नाभि के द्वारा मां और पेट में पल रहे बच्चे के बीच पोषण और ऑक्सीजन के आदान-प्रदान का कार्य होता है, जो नाभि नाल (Umbilical cord) के द्वारा प्लेसेंटा से जुड़ा होता है, इस नली के माध्यम से भोजन का आदान-प्रदान तथा ऑक्सीजन की सप्लाई और बच्चें के द्वारा बाहर निकाले गए अपशिष्ट पदार्थों को बाहर करने का काम भी होता है।
नाभि खिसकने से क्या होता है
नाभि खिसकने से हमारा पाचन तंत्र बहुत बुरे तरीके से प्रभावित होता है जब हम बाहर से किसी भी खाद्य पदार्थ को खाते हैं तब वह हमारे शरीर में पूर्ण रूप से नहीं पच पाता इसके साथ मल त्याग करने की समस्या भी देखी जाती है नाभि खिसकने से पेट में दर्द होता रहता है और रोगी को अधिक मात्रा में गैस बनती है गंभीर स्थिति में पेट हमेशा फुला हुआ रहता है कभी-कभी नाभि खिसकने से उल्टी होने की शिकायत भी देखी जाती है।
क्या सच में नाभि में तेल लगाने से फायदा होता है
नाभि में तेल लगाकर कई प्रकार के रोगों को ठीक किए जाने का दावा पारंपरिक उपचार में देखने को मिलता है, परंतु इसका वैज्ञानिक आधार नहीं मिलता ना ही किसी प्रकार की वैज्ञानिक रिसर्च इसका समर्थन करती है परंतु कुछ मामलों में तेल से मसाज करने पर फायदे देखे जा सकते हैं।
नाभि में तांबे की रिंग पहनने से क्या होता है
बहुत से लोगों का ऐसा मानना है की नाभि में तांबे की रिंग पहनने से अर्थराइटिस जैसी गंभीर बीमारी ठीक हो जाती है परंतु इस बात का भी कोई वैज्ञानिक प्रमाण नहीं है यह एक धार्मिक या विश्वास से जुड़ी परंपरा हो सकती है लेकिन आधुनिक चिकित्सा पद्धति इसे उचित नहीं मानती।
नाभि के पास या कमर में काला धागा बांधने से क्या होता है
नाभि के पास या कमर में काला धागा बांधने के पीछे लोगों का यह विश्वास है कि इससे बुरी नजर नहीं लगती इस बात का किसी भी प्रकार से वैज्ञानिक सिद्धांत नहीं है कमर में धागा बांधने का आध्यात्मिक कारण हो सकता है।
लड़कियां नाभि में क्या लगती हैं
लड़कियां नाभि में सरसों का तेल और नारियल का तेल लगाती हैं, यही प्रक्रिया पुरुष भी नाभि में करते हैं, इसके पीछे लड़कियों का यह मानना होता है कि उनके चेहरे की चमक बढ़ेगी और होठों का फटना कम होगा।
नाभि में किसका वास होता है
बहुत से लोगों का ऐसा मानना है कि महिला की नाभि में श्री लक्ष्मी जी का वास होता है यदि कोई महिला की नाभि को छूता है तो यह अच्छा नहीं माना जाता है, वहीं पुराणो के अनुसार पुरुषों की नाभि में भगवान विष्णु का वास माना जाता है।
महिलाओं की नाभि गहरी क्यों होती है
ज्यादातर महिलाओं की नाभि गहरी इसलिए होती है क्योंकि पेट में अधिक चर्बी जमा हो जाने से नाभि अंदर की तरफ धस जाती है वही उम्र के साथ त्वचा नर्म पड़ जाने पर नाभि लटकी हुई प्रतीत होती है।
क्या नाभि को गोल किया जा सकता है
हां कुछ विशेष प्रकार की सर्जरी से नाभि को गोल किया जाता है परंतु यह शारीरिक दिखावा करने वालों के लिए जरूरी हो सकता है सामान्य मनुष्य को नाभि के आकार को लेकर किसी प्रकार की चिंता करने की आवश्यकता नहीं है नाही का आकार आपके शरीर पर किसी भी प्रकार से प्रभाव नहीं डालता है।
नाभि में चूना लगाने के फायदे -निष्कर्ष
हमने इस लेख (नाभि में चूना लगाने के फायदे) को आपके सामने प्रस्तुत करने से पहले कई प्रकार की रिसर्च और अध्ययन किया जिसके आधार पर हमने यह लेख आपकी जानकारी के लिए लिखा जिसमें अपने जाना की नाभि में चूना लगाने के फायदे नहीं होते, वहीं कुछ प्रकार की विशेष प्राचीन पद्धतियां नाभि के द्वारा की जाती हैं, जो शरीर के अन्य प्रकार के रोगों को ठीक करने में उपयोगी साबित होती हैं परंतु ज्यादातर मामलों में नाभि से संबंधित उपचारों का वैज्ञानिक तथ्य हमें नहीं मिला या अभी मिलना बाकी है।
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