केला और चूना खाने के फायदे कई प्रकार के हो सकते हैं परंतु इनमें कुछ सावधानी को भी ध्यान में रखना होता है। केला और चूना खाने से हमारे शरीर में कैल्शियम, पोटेशियम की कमी की पूर्ति होती है। इसके साथ यह हमारे पाचन तंत्र को बेहतर बनाता है शरीर में एंटीऑक्सीडेंट की कमी को पूरा करता है और हड्डियों को मजबूत बनाता है।
केला और चूना खाने के फायदे
केला दैनिक रूप से हमारे लिए शरीर को ऊर्जा प्रदान करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है वहीं चूना हमारे शरीर के अंदर हड्डियों दांतों मांसपेशियों और अन्य प्रकार से लाभ पहुंचता है जिसके बारे में हम विस्तार से जानेंगे साथ में यह भी जानेंगे कि केला और चूना हमें कितनी मात्रा में सेवन करना चाहिए।
कैल्शियम की कमी दूर करता है
प्रकृति में मौजूद चूना कैल्शियम का सबसे उच्च स्रोत होता है यदि आप केला और चूना खाते हैं तो आपके शरीर में कैल्शियम की कमी नहीं होती है। इसके साथ यह हड्डियों को मजबूत तथा दांतों को स्वस्थ रखने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है, वहीं केले के अंदर भी कैल्शियम की कुछ मात्रा मौजूद होती है।
1. कैल्शियम की वजह से हमारे शरीर में मौजूद हड्डियां और दांत मजबूत तथा स्वस्थ होते हैं यह हड्डियों के बीच का ढांचा बहुत मजबूत बनाता है जिससे हड्डियों के जल्दी टूट जाने जैसी शिकायत नहीं होती है
2. शरीर में कैल्शियम की प्रचुर मात्रा होने से मांसपेशियों को ताकत मिलती है कैल्शियम न्यूरोमस्कुलर सिग्नल को ही तेजी से भेजने का कार्य करता है जिससे हमारा शरीर फुर्तीला बना रहता है।
3. कैल्शियम हमारे शरीर में होने वाली कोशिकाओं के विभाजन और उनके कार्य प्रणाली में भी मदद करता है यह एंजाइम को सक्रिय करने तथा अन्य महत्वपूर्ण रासायनिक प्रक्रियाओं में उपयोग होता है।
पोटेशियम प्रदान करता है
केले में प्रचुर मात्रा में पोटेशियम पाया जाता है जो हमारे हृदय के स्वास्थ्य के लिए बहुत फायदेमंद माना जाता है। पोटेशियम हाई ब्लड प्रेशर को तुरंत काम करने के लिए महत्वपूर्ण माना जाता है।
1. पोटेशियम हमारे शरीर में न्यूरोमस्कुलर ट्रांसमिशन अर्थात न्यूरॉन्स के विद्युत प्रवाह के लिए उपयोगी माना जाता है जिसकी वजह से हमें संवेग का आभास होता है।
2. पोटेशियम का इस्तेमाल हमारे शरीर की मांसपेशियों को काम करने के दौरान फिलामेंटों में होने वाले रासायनिक क्रिया में किया जाता है जो मांसपेशियों को हिलाने-डुलाने में मदद करता है।
3. पोटेशियम का इस्तेमाल हमारे हृदय के धड़कने और रक्तचाप को नियंत्रित करने में किया जाता है यह हमारे शरीर में बड़े हुए रक्तचाप को काम करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है।
4. पोटेशियम पाचन प्रक्रिया के दौरान खाए हुए भोजन से मिलने वाली ऊर्जा को अवशोषित करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है। पोटेशियम से हमें अमीनो एसिड मिनरल्स व अन्य खनिज तत्वों को अवशोषित करने में मदद मिलती है।
एंटीऑक्सीडेंट को बढ़ावा देता है
मनुष्य के शरीर में एंटीऑक्सीडेंट का मौजूद होना अति आवश्यक है क्योंकि यह हमारी कोशिकाओं को फ्री रेडिकल से बचने का कार्य करता है। फ्री रेडिकल हमारे शरीर में मौजूद समान्य कोशिकाओं, प्रोटीन और ऑक्सीजन को प्रभावित करते हैं।
1. एंटी एक्सीडेंट की प्रचुर मात्रा होने से हमारे शरीर में नई कोशिकाएं बनती रहती हैं और पुरानी कोशिकाओं को फ्री रेडिकल से होने वाले नुकसान से बचने का कार्य करता है
2. एंटीऑक्सीडेंट न सिर्फ कोशिकाओं को बल्कि हमारे शरीर के अंदर मौजूद महत्वपूर्ण ऑर्गेन को भी सुरक्षा प्रदान करता है
3. एंटीऑक्सीडेंट हमारे शरीर में उत्पन्न होने वाले अनेक रोगों से लड़ने में भी मदद करता है
हड्डियों को मजबूत बनाता है
हड्डियों का मजबूत होना हर इंसान के लिए बहुत ही महत्वपूर्ण होता है, हड्डियों की कमजोर होने की वजह से जीवन एक अभिशाप की तरह लगने लग जाता है, कम उम्र में ही इंसान लंबी पैदल यात्रा नहीं कर पाता, युवा अवस्था में ही उसका शरीर झुकने लग जाता है और शरीर अस्त-व्यस्त हो जाता है।
1. हड्डियों के मजबूत होने से हमारे शरीर की संरचना व्यवस्थित होती है और शरीर दिखाने में खूबसूरत लगता है कमजोर हड्डियां इंसान को झुकने पर मजबूर कर देती हैं।
2. हड्डियों के मजबूत और स्वस्थ होने से उनके अंदर बोन मैरो (अस्थि मज्जा) में रक्त सेल्स बनती रहती हैं इससे हमारा शरीर स्वस्थ रहता है।
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3. हड्डियों के मजबूत और स्वस्थ होने से हमारे शरीर में अचानक से कैल्शियम, फास्फेट और मैग्नीशियम की कमी हो जाने से वह हड्डियों से अवशोषित कर लिए जाते हैं। लेकिन हमें इनकी पूर्ति करने के लिए बाहर से कैल्शियम, फास्फेट और मैग्नीशियम से भरपूर खाद्य पदार्थों को जरूर खाना चाहिए अन्यथा समय के साथ हमारी हड्डियां जर्जर हो जाएगी।
4. मजबूत हड्डियां हमारे शरीर के अंदर मौजूद महत्वपूर्ण अंगों जैसे हृदय, फेफड़ा, मस्तिष्क और किडनी इत्यादि अंगों को सुरक्षा प्रदान करती हैं जिससे वह बाहरी आघातों से बचे रहते हैं।
5. स्वस्थ हड्डियां हमारे शरीर हार्मोन के निर्माण में भी महत्वपूर्ण भूमिका निभाती हैं हड्डियों में बनने वाला हार्मोन ऑस्टिकोल्स्ट्रीन है जो कैल्शियम अस्तर को नियंत्रित करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है।
केला और चूना किसे नहीं खाना चाहिए
ऊपर हमने केला और चूना खाने के निम्नलिखित फायदे के बारे में जाना मगर केला और चूना कुछ लोगों को नहीं खाना चाहिए। यदि आप केला और चूना खाने के फायदे समझ गए हैं तो अब अधिक मात्रा में खाने से होने वाले नुकसान के बारे में भी जान लीजिए बेहतर होगा कि आप किसी डॉक्टर की सलाह के द्वारा इसे अपने डाइट में शामिल करें।
1. किडनी स्टोन
जिन लोगों के किडनी में स्टोन है उन्हें केला और चूना नहीं खाना चाहिए क्योंकि शरीर में कैल्शियम की अधिक मात्रा होने से यह किडनी स्टोन को ठीक नहीं होने देगा बल्कि उसे और बढ़ा सकता है, जिससे आपको गंभीर समस्या हो सकती है।
2. आंत में संक्रमण
जिन लोगों के आंत में संक्रमण है या उनके आंतों की सफाई अच्छे से नहीं हो पाती है। उन्हें अधिक मात्रा में केला और चूना नहीं खाना चाहिए क्योंकि इससे आपको कब्ज और अन्य पाचन संबंधी समस्या हो सकती है।
4. हाइपरकैल्सीमिया
अधिक मात्रा में केला और चूना खाने से यह आपके शरीर में हाइपरकैल्सीमिया का कारण बनता है खून में कैल्शियम की मात्रा अधिक हो जाने से यह शरीर में शोथ, उत्पीड़न तथा मूत्र संबंधी समस्याएं पैदा कर सकता है।
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5. हृदय के मरीज
जिन लोगों का हृदय स्वस्थ नहीं है अर्थात उनका रक्तचाप नियंत्रित नहीं रहता है उन्हें अधिक मात्रा में केला और चूना का सेवन नहीं करना चाहिए। शरीर में कैल्शियम की मात्रा अधिक होने से यह हृदय की धड़कन को प्रभावित करने के साथ-साथ अन्य प्रकार की गंभीर समस्या उत्पन्न कर सकता है। यदि पोटेशियम की मात्रा अधिक हो जाती है तो हृदय में मौजूद मित्रल वाल्व के खुलने और बंद होने की प्रक्रिया भी प्रभावित हो सकती है।
प्रतिदिन दो केला और चूना खाने के फायदे और उनसे मिलने वाले कैलोरी प्रोटीन कार्बोहाइड्रेट मिनरल्स व कैल्शियम की मात्रा नीचे टेबल में दिया गया है जिसे देखकर के आप बेहतर तरीके से समझ पाएंगे
पोषण | 2 केले | 2 ग्राम चूना |
---|---|---|
कैलोरी | 210 | 8 |
प्रोटीन | 2.6 ग्राम | 0 |
कार्बोहाइड्रेट | 54 ग्राम | 0 |
शुगर | 28 ग्राम | 0 |
फैट | 0.8 ग्राम | 0 |
फाइबर | 6.2 ग्राम | 0 |
विटामिन C | 35 मिलीग्राम | 0 |
पोटैशियम | 844 मिलीग्राम | 0 |
कैल्शियम (चूने में) | – | 160 मिलीग्राम |
शरीर में कैल्शियम की कमी का पता कैसे करें
शरीर में कैल्शियम की कमी होने से कई लक्षण दिखाई देते हैं कभी-कभी यह लक्षण कुछ समय के लिए होते हैं तो कभी-कभी एक लंबे समय तक बने रहते हैं इसलिए आपको ही लक्षण को पहचान करके डॉक्टर से संपर्क जरुर करना चाहिए लिए अब जानते हैं उन लक्षण के बारे में जो कैल्शियम की कमी के वजह से दिखाई देते हैं।
1. कैल्शियम की कमी से हमारे हड्डियों और मांसपेशियों में दर्द होता है और कमजोरी का एहसास होता है।
2. कैल्शियम की कमी से नींद की कमी थकान और चिड़चिड़ापन जैसी समस्या हो जाती है।
3. मूड स्विंग तथा उत्साह की कमी भी शरीर में कैल्शियम की कमी होने का लक्षण है।
4. यदि आपका रक्तचाप बढ़ जाता है तो यह इस बात की तरफ इशारा करता है कि आपके शरीर में कैल्शियम की कमी हो सकती है।
5. बच्चों के विकास में कैल्शियम का महत्वपूर्ण योगदान होता है जिसकी कमी से बच्चों में रिकेट्स नामक बीमारी हो जाती है।
6. कैल्शियम की कमी होने से हाथों से संबंधित समस्याएं उत्पन्न हो जाती हैं जिससे भोजन को पचाने में असुविधा होती है इसलिए पाचन तंत्र को मजबूत रखने के लिए कैल्शियम का अस्तर सही होना चाहिए।
एक स्वस्थ मनुष्य को कितनी कैल्शियम की जरूरत होती है
एक स्वस्थ मनुष्य को प्रत्येक दिन लगभग 1000 मिलीग्राम कैल्शियम की आवश्यकता होती है हालांकि यह मनुष्यों के उम्र, लिंग और मौजूदा स्वास्थ्य की स्थिति पर भी निर्भर करता है। वही 50 वर्ष से अधिक की उम्र के लोगों में प्रतिदिन कैल्शियम की आवश्यकता 1200 मिलीग्राम तक पड सकती है।
केला और चूना खाने के फायदे -निष्कर्ष
केला और चूना खाने के फायदे तभी आपको मिल सकते हैं जब किसी शिक्षित डॉक्टर की सलाह से इसे आप अपने प्रतिदिन के आहार में सम्मिलित करेंगे। केला और चूना खाने के फायदे के अलावा कई प्रकार के नुकसान भी हो सकते हैं जो गंभीर समस्या उत्पन्न कर सकते हैं।
डॉ आदित्य का मानना है कि केला और चूना खाना आपके लिए फायदेमंद साबित हो सकता है यदि आप इसे नजदीकी डॉक्टर के द्वारा उचित परामर्श से लेते हैं। क्योंकि केला और चूना में मौजूद कैल्शियम और पोटेशियम हमारे शरीर के महत्वपूर्ण माइक्रो न्यूट्रिएंट्स माने जाते हैं। यदि इनके अस्तर में कमी या आवश्यकता से अधिक वृद्धि हो जाती है तो यह हमारे लिए नुकसानदायक साबित होता है, जरूरी है कि उनके स्तर को सामान्य स्थिति में रखा जाए।
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