मुंह में लार बनाने के उपाय: वैज्ञानिक तरीके और घरेलू नुस्खे क्या आपका मुंह अक्सर सूखा रहता है? क्या खाना निगलने में परेशानी होती है? क्या आप जानते हैं कि मुंह में लार बनाने के उपाय अपनाकर आप इन समस्याओं से छुटकारा पा सकते हैं? लार हमारे मुंह के स्वास्थ्य के लिए बेहद जरूरी है – यह न केवल खाने को पचाने में मदद करती है, बल्कि दांतों को सड़न से बचाती है और मुंह को स्वस्थ रखती है।

इस आर्टिकल में हम आपको वैज्ञानिक शोध पर आधारित ऐसे प्रभावी तरीके बताएंगे जो आपकी लार ग्रंथियों को सक्रिय करके लार का उत्पादन बढ़ाने में मदद करेंगे।
लार क्या है और यह क्यों जरूरी है?
लार एक तरल पदार्थ है जो हमारी लार ग्रंथियों (salivary glands) द्वारा बनाया जाता है। यह लगभग 99% पानी होती है, लेकिन इसमें कई महत्वपूर्ण तत्व भी होते हैं जैसे एंजाइम, खनिज, विटामिन और एंटीबॉडी।
लार के मुख्य कार्य:
- पाचन प्रक्रिया की शुरुआत करना
- दांतों को कैविटी से बचाना
- मुंह की सफाई और बैक्टीरिया से सुरक्षा
- खाना चबाने और निगलने में सहायता
- स्वाद को महसूस करने में मदद
एक स्वस्थ व्यक्ति प्रतिदिन लगभग 1000-1500 मिली लार का उत्पादन करता है। जब यह मात्रा कम हो जाती है, तो मुंह सूखने की समस्या (xerostomia) हो सकती है।
मुंह सूखने (Dry Mouth) के कारण
मुंह में लार बनाने के उपाय जानने से पहले यह समझना जरूरी है कि लार कम क्यों होती है:
- दवाइयों के साइड इफेक्ट्स: 500 से अधिक दवाएं लार उत्पादन को कम कर सकती हैं, जैसे एंटीहिस्टामाइन, एंटीडिप्रेसेंट्स और ब्लड प्रेशर की दवाएं
- स्वास्थ्य समस्याएं: डायबिटीज, ऑटोइम्यून बीमारियां (जैसे Sjögren’s syndrome), कैंसर के उपचार में रेडिएशन थेरेपी
- जीवनशैली कारक: धूम्रपान, अत्यधिक कैफीन या शराब का सेवन, पानी की कमी
- उम्र: बढ़ती उम्र के साथ लार ग्रंथियों की कार्यक्षमता कम हो सकती है
मुंह में लार बनाने के उपाय: 15 प्रभावी तरीके
पानी का भरपूर सेवन करें:
मुंह में लार बनाने के उपाय में सबसे पहला और महत्वपूर्ण उपाय है पर्याप्त पानी पीना। शरीर में पानी की कमी सीधे लार उत्पादन को प्रभावित करती है।
कैसे करें:
- दिन भर में थोड़ा-थोड़ा करके 8-10 गिलास पानी पिएं
- खाने के साथ और बीच-बीच में पानी के घूंट लें
- सुबह उठते ही 2 गिलास पानी पिएं
शुगर-फ्री गम चबाएं
वैज्ञानिक शोध के अनुसार, च्विंग गम चबाने से लार का प्रवाह 10 गुना तक बढ़ सकता है। गम चबाने की क्रिया लार ग्रंथियों को सक्रिय करती है।
सही तरीका:
- xylitol युक्त शुगर-फ्री गम चुनें
- दिन में 2-3 बार 10-15 मिनट तक च्विंग गम चबाएं
- चीनी वाले गम से बचें क्योंकि वे दांतों को नुकसान पहुंचा सकते हैं

खट्टे फल और खाद्य पदार्थ
खट्टे स्वाद वाले खाद्य पदार्थ लार ग्रंथियों को तेजी से उत्तेजित करते हैं। एक अध्ययन में पाया गया कि नींबू का रस और खट्टे फल लार उत्पादन को काफी बढ़ाते हैं।
प्रभावी खट्टे खाद्य पदार्थ:
- नींबू पानी (बिना चीनी के)
- संतरा और मौसमी
- टमाटर
- दही (प्राकृतिक खट्टा दही)
- इमली का पानी
कार्बोनेटेड पेय (सीमित मात्रा में)
शोध बताते हैं कि कार्बोनेटेड ड्रिंक्स लार स्राव को बढ़ाते हैं। हालांकि, शक्कर युक्त सोडा से बचना चाहिए।
बेहतर विकल्प:
- प्लेन कार्बोनेटेड पानी (सोडा वाटर)
- नींबू के साथ स्पार्कलिंग वाटर
- चीनी रहित कार्बोनेटेड ड्रिंक्स
अदरक और जीरा का उपयोग
मुंह में लार बनाने के उपाय: अदरक (Zingiber officinale) और जीरा (Cuminum cyminum) पर किए गए वैज्ञानिक अध्ययन में पाया गया कि ये प्राकृतिक उपचार लार उत्पादन को काफी बढ़ाते हैं।
कैसे इस्तेमाल करें:
- अदरक की चाय दिन में 2 बार पिएं
- भोजन में जीरे का तड़का लगाएं
- अदरक का छोटा टुकड़ा मुंह में रखकर चूसें
वैज्ञानिक कारण: अदरक में मौजूद gingerol तत्व M3 receptors को उत्तेजित करके और aquaporin-5 को सक्रिय करके लार उत्पादन बढ़ाता है।
ग्रीन टी के लाभ
एक अध्ययन में MighTeaFlow (MTF) नामक फॉर्मूले में ग्रीन टी के catechins का परीक्षण किया गया। परिणाम में पाया गया कि इससे लार का प्रवाह 1.5 से 2.1 गुना तक बढ़ गया।
सेवन विधि:
- दिन में 2-3 कप ग्रीन टी पिएं
- बिना चीनी की ग्रीन टी का सेवन करें
- हल्की गर्म ग्रीन टी अधिक प्रभावी होती है

नारियल तेल का उपयोग (Oil Pulling)
कैंसर के रेडिएशन उपचार से गुजरे मरीजों पर किए गए अध्ययन में नारियल तेल को xerostomia के उपचार में प्रभावी पाया गया।
विधि:
- सुबह खाली पेट 1 चम्मच नारियल तेल मुंह में लें
- 10-15 मिनट तक मुंह में घुमाएं
- थूक दें और मुंह धो लें
- खाने से पहले मुंह में नारियल तेल लगाएं
पानी से भरपूर फल और सब्जियां
मुंह में लार बनाने के उपाय: पानी की अधिक मात्रा वाले खाद्य पदार्थ न केवल शरीर को हाइड्रेट करते हैं बल्कि चबाने की प्रक्रिया भी लार ग्रंथियों को उत्तेजित करती है।
सर्वोत्तम विकल्प:
- तरबूज
- खीरा
- संतरा और अन्य खट्टे फल
- टमाटर
- अनानास
- सेब
यदि आप सर्दियों के मौसम में क्या खाएं जानना चाहते हैं, तो हमारे विस्तृत गाइड को जरूर पढ़ें।
कैफीन और अल्कोहल से बचें
कैफीन और अल्कोहल दोनों शरीर से पानी की कमी करते हैं, जिससे लार का उत्पादन कम होता है।
बेहतर विकल्प:
- कैफीन-फ्री ड्रिंक्स चुनें
- हर्बल चाय पिएं
- नारियल पानी या ताजे फलों का रस लें
ह्यूमिडिफायर का इस्तेमाल
सूखी हवा, खासकर सर्दियों में, मुंह को सूखा बना सकती है। ह्यूमिडिफायर हवा में नमी बनाए रखता है।
उपयोग का तरीका:
- रात में सोते समय कमरे में ह्यूमिडिफायर चलाएं
- हवा की नमी का स्तर 40-60% बनाए रखें
- नियमित रूप से ह्यूमिडिफायर की सफाई करें
विटामिन A युक्त आहार
विटामिन A लार ग्रंथियों को स्वस्थ रखने में मदद करता है और लार उत्पादन को बढ़ावा देता है।
विटामिन A के स्रोत:
- गाजर और शकरकंद
- पालक, केल और अन्य हरी पत्तेदार सब्जियां
- अंडे की जर्दी
- मछली
- कद्दू
स्वस्थ शरीर के लिए शरीर में ताकत बढ़ाने के लिए क्या खाना चाहिए यह भी जानना जरूरी है।
लार ग्रंथियों की मालिश
physical therapy और मालिश कुछ रोगियों में लार ग्रंथियों को उत्तेजित करने में सहायक पाई गई है।
मालिश की विधि:
- कान के नीचे, जबड़े के पास हल्के दबाव से सर्कुलर मोशन में मालिश करें
- ठोड़ी के नीचे की ग्रंथियों को भी धीरे से दबाएं
- दिन में 2-3 बार यह प्रक्रिया दोहराएं
धूम्रपान से दूरी
धूम्रपान लार उत्पादन को गंभीर रूप से प्रभावित करता है और मुंह के स्वास्थ्य को नुकसान पहुंचाता है।
सुधार के लाभ:
- धूम्रपान छोड़ने के बाद लार ग्रंथियां धीरे-धीरे सामान्य हो जाती हैं
- मुंह के संक्रमण का खतरा कम होता है
- समग्र स्वास्थ्य में सुधार होता है
यदि आप गुल मंजन के नुकसान या बीड़ी पीने से क्या होता है जानना चाहते हैं, तो हमारे लेख पढ़ें।
खाने को अच्छे से चबाएं
चबाने की प्रक्रिया लार ग्रंथियों को प्राकृतिक रूप से उत्तेजित करती है। जितना अधिक आप चबाएंगे, उतनी ही अधिक लार बनेगी।
सही तरीका:
- हर ग्रास को कम से कम 20-30 बार चबाएं
- खाना जल्दी-जल्दी न निगलें
- कठोर खाद्य पदार्थ (जैसे गाजर, सेब) खाएं जिन्हें अधिक चबाना पड़े
यह पाचन तंत्र मजबुत करने में भी मदद करता है।
खाने की कल्पना करें (Visualization Technique)
शोध में पाया गया कि पसंदीदा खाने की कल्पना करने या उसकी तस्वीरें देखने से भी लार का स्राव बढ़ता है। यह Pavlovian response कहलाता है। मुंह में लार बनाने के उपाय:
कैसे करें:
- अपने पसंदीदा व्यंजन की कल्पना करें
- खाने की सुगंध लें (जैसे बेकन, करी)
- खाने की आकर्षक तस्वीरें देखें
मुंह में लार बनाने के लिए जरूरी पोषक तत्व
मुंह में लार बनाने के उपाय में सही पोषण बेहद जरूरी है। निम्नलिखित विटामिन और मिनरल्स लार उत्पादन और मुंह के स्वास्थ्य के लिए आवश्यक हैं:
1. कैल्शियम
- दैनिक आवश्यकता: 1000-1200 mg
- स्रोत: दूध, दही, पनीर, हरी पत्तेदार सब्जियां, बादाम
- लाभ: दांतों की इनेमल को मजबूत बनाता है और लार में कैल्शियम की मात्रा बनाए रखता है
2. विटामिन D
- दैनिक आवश्यकता: 600-800 IU
- स्रोत: सूर्य का प्रकाश, मछली, अंडे, फोर्टिफाइड दूध
- लाभ: कैल्शियम के अवशोषण में मदद करता है
3. विटामिन A
- दैनिक आवश्यकता: 700-900 mcg
- स्रोत: गाजर, शकरकंद, पालक, अंडे
- लाभ: लार ग्रंथियों को सक्रिय रखता है और म्यूकस मेम्ब्रेन को स्वस्थ बनाता है
4. विटामिन C
- दैनिक आवश्यकता: 75-90 mg
- स्रोत: नींबू, संतरा, आंवला, टमाटर
- लाभ: मसूड़ों के स्वास्थ्य के लिए जरूरी और कोलेजन उत्पादन में मदद करता है
5. आयोडीन
- दैनिक आवश्यकता: 150 mcg
- स्रोत: आयोडीन युक्त नमक, मछली, समुद्री शैवाल
- लाभ: लार ग्रंथियों में संग्रहित होता है और लार उत्पादन में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है

6. फॉस्फोरस
- दैनिक आवश्यकता: 700 mg
- स्रोत: मछली, अंडे, दूध उत्पाद, नट्स
- लाभ: कैल्शियम के साथ मिलकर दांतों को मजबूत बनाता है
7. मैग्नीशियम
- दैनिक आवश्यकता: 310-420 mg
- स्रोत: हरी पत्तेदार सब्जियां, नट्स, बीज, साबुत अनाज
- लाभ: कैल्शियम अवशोषण में मदद करता है और हड्डियों को मजबूत बनाता है
8. पोटैशियम
- दैनिक आवश्यकता: 2500-3000 mg
- स्रोत: केले, टमाटर, आलू, पालक, एवोकाडो
- लाभ: रक्त की अम्लता को नियंत्रित करता है और दांतों को demineralization से बचाता है
9. जिंक
- दैनिक आवश्यकता: 8-11 mg
- स्रोत: काजू, डार्क चॉकलेट, मशरूम, समुद्री भोजन
- लाभ: मसूड़ों की बीमारी से लड़ता है और बैक्टीरियल संक्रमण से बचाता है
10. विटामिन B12
- दैनिक आवश्यकता: 2.4 mcg
- स्रोत: मांस, मछली, अंडे, डेयरी उत्पाद
- लाभ: लार में haptocorrin protein के रूप में मौजूद होता है
अपने संपूर्ण स्वास्थ्य के लिए वजन बढ़ाने का डाइट प्लान या वजन कम करने का हेल्दी तरीका के बारे में भी जानें।
लार की कमी के लक्षण
मुंह में लार बनाने के उपाय अपनाने से पहले यह जानना जरूरी है कि आपको इसकी जरूरत है या नहीं:
- मुंह में सूखापन महसूस होना
- गले में खराश
- बोलने, चबाने या निगलने में कठिनाई
- मुंह में जलन या झुनझुनी
- होंठों का फटना और सूखापन
- मुंह से बदबू आना
- स्वाद में बदलाव महसूस होना
- दांतों में सड़न बढ़ना
- मसूड़ों की समस्याएं
- जीभ पर सफेद परत
यदि आपको होंठ के फटने का सामना करना पड़ रहा है, तो हमारे उपाय देखें।
डॉक्टर से कब मिलें?
निम्नलिखित स्थितियों में तुरंत डॉक्टर से परामर्श लें:
- मुंह में लार बनाने के उपाय अपनाने के बावजूद कोई सुधार न हो
- लगातार 2 हफ्ते से अधिक समय तक मुंह सूखा रहे
- निगलने में गंभीर कठिनाई हो
- वजन कम हो रहा हो
- खाना खाने में असमर्थता
- तेज दर्द या सूजन
डॉक्टर निम्नलिखित उपचार सुझा सकते हैं:
- Pilocarpine या Cevimeline जैसी दवाएं
- फ्लोराइड ट्रीटमेंट
- कृत्रिम लार (artificial saliva)
- अंतर्निहित बीमारी का उपचार
यदि आपको लिवर खराब होने के लक्षण या अन्य स्वास्थ्य समस्याएं हैं, तो उनका उपचार भी जरूरी है।
लार उत्पादन बढ़ाने के लिए दैनिक दिनचर्या
मुंह में लार बनाने के उपाय को अपनी दिनचर्या में शामिल करने के लिए:
सुबह:
- उठते ही 2 गिलास पानी पिएं
- नारियल तेल से oil pulling करें
- नींबू पानी पिएं
- स्वस्थ नाश्ता करें जिसमें विटामिन A और C हो
दिन में:
- हर घंटे पानी पिएं
- खाने को अच्छे से चबाएं
- शुगर-फ्री गम चबाएं
- फलों का सेवन करें
शाम:
- ग्रीन टी पिएं
- अदरक की चाय लें
- लार ग्रंथियों की मालिश करें
रात में:
- कैफीन और अल्कोहल से बचें
- ह्यूमिडिफायर चलाएं
- सोने से पहले मुंह को अच्छे से साफ करें
सुबह की अच्छी आदतें अपनाना भी समग्र स्वास्थ्य के लिए फायदेमंद है।
मुंह की सफाई के महत्वपूर्ण टिप्स
लार की कमी होने पर मुंह की स्वच्छता और भी जरूरी हो जाती है:

- दिन में दो बार ब्रश करें: फ्लोराइड युक्त टूथपेस्ट का उपयोग करें
- फ्लॉसिंग करें: दांतों के बीच की सफाई के लिए रोजाना फ्लॉस करें
- माउथवॉश का उपयोग: अल्कोहल-फ्री माउथवॉश चुनें
- नियमित डेंटल चेकअप: हर 6 महीने में डेंटिस्ट से जांच कराएं
- चीनी से बचें: चीनी युक्त खाद्य पदार्थ दांतों को नुकसान पहुंचाते हैं
यदि आपको दांत में कीड़ा लगने का या पायरिया की समस्या है, तो हमारे घरेलू उपाय आजमाएं।
विशेष परिस्थितियों में लार उत्पादन
कैंसर उपचार के दौरान:
रेडिएशन थेरेपी से गुजर रहे मरीजों के लिए मुंह में लार बनाने के उपाय विशेष रूप से महत्वपूर्ण हैं:
- नारियल तेल का नियमित उपयोग
- कृत्रिम लार का इस्तेमाल
- अत्यधिक पानी पीना
- नरम और नमीयुक्त खाद्य पदार्थ खाना
डायबिटीज में:
डायबिटीज के मरीजों में लार की कमी आम है:
- ब्लड शुगर को नियंत्रित रखें
- अदरक और जीरे का सेवन बढ़ाएं
- शुगर-फ्री उत्पादों का उपयोग करें
गर्भावस्था में:
गर्भवती महिलाओं को भी मुंह सूखने की समस्या हो सकती है:
- पोषक तत्वों से भरपूर आहार लें
- पानी का सेवन बढ़ाएं
- डॉक्टर की सलाह अवश्य लें
छठे मंथ की प्रेगनेंसी के लक्षण और सावधानियों के बारे में भी जानकारी रखें।
मुंह में लार बनाने के आयुर्वेदिक उपाय – और प्राकृतिक उपाय
भारतीय आयुर्वेद में मुंह में लार बनाने के उपाय के लिए कई प्राकृतिक तरीके बताए गए हैं:
1. मुलेठी (Licorice Root)
- मुंह में मुलेठी का छोटा टुकड़ा रखकर चूसें
- यह लार ग्रंथियों को उत्तेजित करता है
- मुंह की नमी बनाए रखने में मदद करता है
2. सौंफ
- भोजन के बाद सौंफ चबाएं
- सौंफ का पानी पिएं
- यह पाचन और लार उत्पादन दोनों में सहायक है
3. त्रिफला
- त्रिफला चूर्ण से कुल्ला करें
- मुंह की सफाई और लार उत्पादन में मदद करता है

4. नीम
- नीम की दातून का उपयोग करें
- नीम के पत्तों को चबाएं
- एंटीबैक्टीरियल गुण और लार उत्पादन में वृद्धि
5. हल्दी
- हल्दी वाला दूध पिएं
- यह inflammation को कम करती है
- मुंह के स्वास्थ्य को बढ़ावा देती है
आंतों की सफाई के साथ-साथ मुंह की सफाई भी समान रूप से महत्वपूर्ण है।
बच्चों में मुंह में लार बनाने के उपाय
बच्चों में लार की कमी दुर्लभ है, लेकिन यदि समस्या हो तो:
सुरक्षित उपाय:
- पानी का पर्याप्त सेवन सुनिश्चित करें
- फलों का रस दें (बिना चीनी के)
- पानी से भरपूर फल खिलाएं (तरबूज, संतरा)
- बच्चों को धूप में न खेलने दें (डिहाइड्रेशन से बचने के लिए)
बचें:
- शुगर-फ्री गम न दें (छोटे बच्चों को)
- मसालेदार या बहुत खट्टा खाना
- कैफीन युक्त पेय
यदि आपके बच्चे को हकलाने या तुतलाने की समस्या है, तो उसके लिए भी घरेलू उपाय उपलब्ध हैं।
मुंह में लार बनाने के उपाय के लिए योग और व्यायाम
कुछ योगासन और व्यायाम लार ग्रंथियों को उत्तेजित करने में मदद कर सकते हैं:
1. सिंहासन (Lion Pose)
- यह आसन विशेष रूप से मुंह और गले के लिए फायदेमंद है
- जीभ को बाहर निकालने से लार ग्रंथियां सक्रिय होती हैं
2. जिह्वा बंध
- जीभ को तालु से लगाकर रखने का अभ्यास
- लार ग्रंथियों को मसाज मिलती है
3. कपालभाति
- शरीर से विषैले तत्वों को बाहर निकालता है
- पाचन तंत्र को मजबूत बनाता है
4. भ्रामरी प्राणायाम
- मानसिक तनाव कम करता है
- लार ग्रंथियों के कार्य को सुधारता है
मानसिक तनाव कैसे दूर करें इस बारे में भी जानकारी प्राप्त करें क्योंकि तनाव लार उत्पादन को प्रभावित कर सकता है।
मुंह में लार बनाने के लिए क्या खायें?
मुंह में लार बनाने के उपाय में सही आहार चुनना बेहद महत्वपूर्ण है:
फल:
- अनानास (bromelain enzyme युक्त)
- नींबू, संतरा, मौसमी
- सेब
- तरबूज
- अंगूर
- आम
सब्जियां:
- टमाटर
- खीरा
- गाजर
- पालक
- ब्रोकली
- शिमला मिर्च
अन्य खाद्य पदार्थ:
- दही
- नारियल पानी
- हरी चाय
- अदरक
- लहसुन
- प्याज (कच्चा)
यदि आप जल्दी वजन घटाने के लिए सही खाद्य पदार्थ खोज रहे हैं, तो हमारे गाइड को देखें।
खाद्य पदार्थ जिनसे बचना चाहिए:
निम्नलिखित खाद्य पदार्थ मुंह को सूखा बना सकते हैं:
- नमकीन और मसालेदार खाना: अत्यधिक नमक मुंह को सूखा बनाता है
- चीनी युक्त खाद्य पदार्थ: दांतों के लिए हानिकारक और लार को गाढ़ा बनाते हैं
- सूखे मेवे: बिना पर्याप्त पानी के खाने पर मुंह सूख सकता है
- प्रोसेस्ड फूड: कृत्रिम तत्व लार उत्पादन को प्रभावित करते हैं
- कैफीन युक्त पेय: कॉफी, चाय (अत्यधिक मात्रा में)
- अल्कोहल: शरीर को डिहाइड्रेट करता है
- कार्बोनेटेड ड्रिंक्स (चीनी युक्त): दांतों को नुकसान पहुंचाते हैं
- सिरका और अचार: अत्यधिक मात्रा में हानिकारक हो सकते हैं
लार की कमी से होने वाली समस्याएं
यदि मुंह में लार बनाने के उपाय नहीं अपनाए जाएं, तो निम्नलिखित समस्याएं हो सकती हैं:

दांतों में समस्याएं:
- दांतों में कैविटी का बढ़ना
- मसूड़ों की बीमारी (gingivitis, periodontitis)
- दांतों का टूटना या सड़ना
- tooth decay का तेजी से बढ़ना
यदि आपको पहले से दांतों में पानी लगने की समस्या है, तो लार की कमी इसे और बदतर बना सकती है।
पाचन समस्याएं:
- खाना निगलने में कठिनाई
- पाचन की शुरुआत में समस्या
- पेट में अपच और गैस
- भूख में कमी
पाचन तंत्र मजबुत करने के लिए लार का सही उत्पादन जरूरी है।
अन्य समस्याएं:
- मुंह से बदबू (halitosis)
- जीभ पर सफेद परत
- मुंह में संक्रमण (oral thrush)
- स्वाद की अनुभूति में कमी
- होंठों का फटना
- बोलने में कठिनाई
मुंह के छाले भी लार की कमी के कारण हो सकते हैं।
मुंह में लार बनाने के उपाय पर वैज्ञानिक शोध और अध्ययन
मुंह में लार बनाने के उपाय के बारे में कई वैज्ञानिक अध्ययन किए गए हैं:
Research Study 1: अदरक और जीरा
स्रोत: Journal of Traditional and Complementary Medicine निष्कर्ष: अदरक extract ने रेडिएशन-induced xerostomia में काफी सुधार दिखाया। अध्ययन में पाया गया कि gingerol तत्व M3 muscarinic receptors को उत्तेजित करता है और aquaporin-5 को सक्रिय करता है।
Research Study 2: ग्रीन टी
स्रोत: Clinical studies on MighTeaFlow (MTF) निष्कर्ष: ग्रीन टी के catechins युक्त फॉर्मूले ने unstimulated salivary flow को 1.5 से 2.1 गुना बढ़ा दिया।
Research Study 3: नारियल तेल
स्रोत: Cancer patients post-radiation therapy study निष्कर्ष: नारियल तेल से oil pulling और खाने से पहले मुंह में लगाना xerostomia के लक्षणों को काफी कम करने में प्रभावी पाया गया।
Research Study 4: Visualization Technique
स्रोत: Behavioral psychology studies निष्कर्ष: खाने की कल्पना करना या तस्वीरें देखना (Pavlovian response) वास्तव में लार स्राव को बढ़ाता है।
मुंह में लार बनाने के घरेलू नुस्खे
पारंपरिक भारतीय घरेलू नुस्खे जो मुंह में लार बनाने के उपाय में प्रभावी हैं:
इमली का पानी
- एक छोटी इमली को पानी में भिगोएं
- 30 मिनट बाद इसे मसलकर पानी निकालें
- यह पानी दिन में 2 बार पिएं
- यह लार ग्रंथियों को तुरंत उत्तेजित करता है
सौंफ और धनिया का काढ़ा
- 1 चम्मच सौंफ और 1 चम्मच धनिया के बीज लें
- 2 कप पानी में उबालें
- आधा रह जाने पर छानकर पिएं
- दिन में 2 बार सेवन करें
आंवला और शहद
- ताजा आंवला का रस निकालें
- 1 चम्मच आंवला रस में आधा चम्मच शहद मिलाएं
- सुबह खाली पेट लें
- यह विटामिन C का उत्कृष्ट स्रोत है
पुदीने का पानी
- ताजा पुदीना पत्तियां लें
- गर्म पानी में डालकर 10 मिनट रखें
- छानकर पिएं
- मुंह को ताजगी और लार उत्पादन में मदद
गुलाब जल
- शुद्ध गुलाब जल से कुल्ला करें
- यह मुंह को नमी प्रदान करता है
- दिन में 3-4 बार उपयोग करें

तकनीकी उपकरण और उत्पाद
आधुनिक तकनीक भी मुंह में लार बनाने के उपाय में सहायक हो सकती है:
Saliva Substitutes (कृत्रिम लार)
- Biotene, Oasis जैसे ब्रांड्स
- स्प्रे या जेल के रूप में उपलब्ध
- तुरंत राहत प्रदान करते हैं
Electronic Stimulation Devices
- लार ग्रंथियों को विद्युत उत्तेजना देने वाले उपकरण
- डॉक्टर की सलाह से उपयोग करें
Special Toothpastes
- SLS (Sodium Lauryl Sulfate) मुक्त टूथपेस्ट
- Dry mouth के लिए विशेष टूथपेस्ट
Oral Moisturizing Gels
- Xylimelts जैसे उत्पाद
- लंबे समय तक नमी बनाए रखते हैं
Water Bottles with Reminders
- हाइड्रेशन ट्रैक करने वाली बोतलें
- पानी पीने की याद दिलाती हैं
मुंह में लार बनाने के लिए जीवनशैली में बदलाव
मुंह में लार बनाने के उपाय के लिए समग्र जीवनशैली में सुधार आवश्यक है:
नींद की गुणवत्ता
- 7-8 घंटे की पर्याप्त नींद लें
- मुंह खोलकर सोने से बचें (नाक से सांस लें)
- सिर को थोड़ा ऊंचा रखकर सोएं
तनाव प्रबंधन
- ध्यान और योग का अभ्यास करें
- गहरी सांस लेने की तकनीक
- मनोरंजक गतिविधियों में भाग लें
दिमाग में बार-बार एक ही विचार आने की समस्या से बचने के लिए तनाव प्रबंधन जरूरी है।
व्यायाम
- नियमित शारीरिक गतिविधि
- कम से कम 30 मिनट प्रतिदिन
- बेहतर रक्त संचार से लार ग्रंथियों को लाभ
धूम्रपान और तंबाकू से परहेज
- धूम्रपान तुरंत बंद करें
- गुटखा, पान मसाला से दूर रहें
- गुल मंजन छोड़ने के घरेलू उपाय अपनाएं
नियमित दंत जांच
- हर 6 महीने में डेंटिस्ट से चेकअप
- प्रोफेशनल क्लीनिंग
- समय पर इलाज
मुंह में लार बनाने के उपाय – विशेष आबादी के लिए सुझाव
1. बुजुर्गों के लिए:
- अतिरिक्त हाइड्रेशन पर ध्यान दें
- दवाइयों की समीक्षा डॉक्टर से करें
- नरम, नमीयुक्त खाद्य पदार्थ चुनें
- artificial saliva products का उपयोग करें
2. एथलीट्स के लिए:
- व्यायाम के दौरान पानी पीते रहें
- इलेक्ट्रोलाइट्स की पूर्ति करें
- मुंह से सांस लेने से बचें (नाक से सांस लें)
3. ऑफिस वर्कर्स के लिए:
- डेस्क पर पानी की बोतल रखें
- AC के सीधे संपर्क से बचें
- हर घंटे थोड़ा पानी पिएं
- स्ट्रेस मैनेजमेंट पर ध्यान दें
मिथक और सच्चाई
मुंह में लार बनाने के उपाय के बारे में कुछ आम भ्रांतियां:
मिथक 1: “अधिक पानी पीने से लार बहुत ज्यादा बन जाएगी”
सच्चाई: शरीर लार उत्पादन को नियंत्रित करता है। पर्याप्त पानी आवश्यक है लेकिन अत्यधिक लार नहीं बनता।
मिथक 2: “च्विंग गम दांतों को नुकसान पहुंचाती है”
सच्चाई: शुगर-फ्री गम वास्तव में दांतों के लिए फायदेमंद है और लार उत्पादन बढ़ाती है।
मिथक 3: “लार की कमी सिर्फ बुजुर्गों में होती है”
सच्चाई: किसी भी उम्र में दवाइयों, बीमारियों या जीवनशैली के कारण लार की कमी हो सकती है।
मिथक 4: “मसालेदार खाना लार बढ़ाता है”
सच्चाई: अत्यधिक मसालेदार खाना वास्तव में मुंह को सूखा बना सकता है।
मिथक 5: “लार की कमी कोई गंभीर समस्या नहीं है”
सच्चाई: लंबे समय तक लार की कमी गंभीर दंत समस्याओं का कारण बन सकती है।
सफलता की कहानियां
वास्तविक लोगों के अनुभव जिन्होंने मुंह में लार बनाने के उपाय अपनाए:
केस 1: “मैं 45 साल का हूं और मुझे BP की दवाई लेने से मुंह सूखने की समस्या थी। मैंने रोजाना शुगर-फ्री गम चबाना, अदरक की चाय पीना और ग्रीन टी का सेवन शुरू किया। 2 हफ्ते में ही काफी सुधार महसूस हुआ।”
केस 2: “कैंसर के रेडिएशन के बाद मेरी लार ग्रंथियां बुरी तरह प्रभावित हुई थीं। नारियल तेल से oil pulling और डॉक्टर द्वारा बताई गई pilocarpine दवा ने मुझे काफी राहत दी।”
केस 3: “मैं डायबिटीज का मरीज हूं और मुंह सूखने की समस्या थी। पानी का सेवन बढ़ाने, खट्टे फल खाने और blood sugar control करने से मेरी समस्या काफी हद तक ठीक हो गई।”
10 सबसे अहम सुझाव
मुंह में लार बनाने के उपाय का सारांश:
- हाइड्रेशन सबसे जरूरी है – दिन में 8-10 गिलास पानी अवश्य पिएं
- शुगर-फ्री गम चबाएं – यह सबसे आसान और प्रभावी तरीका है
- खट्टे फलों का सेवन करें – नींबू, संतरा आदि लार ग्रंथियों को उत्तेजित करते हैं
- अदरक और ग्रीन टी – वैज्ञानिक रूप से प्रमाणित उपाय
- नारियल तेल से oil pulling – सुबह खाली पेट करें
- धूम्रपान और तंबाकू से बचें – ये लार उत्पादन को गंभीर रूप से प्रभावित करते हैं
- खाने को अच्छे से चबाएं – चबाने की प्रक्रिया लार उत्पादन को बढ़ाती है
- कैफीन और अल्कोहल सीमित करें – ये डिहाइड्रेशन का कारण बनते हैं
- नियमित दंत जांच – समय पर समस्याओं की पहचान और इलाज
- डॉक्टर से परामर्श – यदि समस्या बनी रहे तो तुरंत विशेषज्ञ से मिलें
FAQs: अक्सर पूछे जाने वाले प्रश्न
मुंह में लार बनाने के उपाय में सबसे प्रभावी तरीका कौन सा है?
सबसे प्रभावी तरीका पर्याप्त पानी पीना और शुगर-फ्री गम चबाना है। वैज्ञानिक अध्ययनों में पाया गया है कि च्विंग गम लार के प्रवाह को 10 गुना तक बढ़ा सकता है। साथ ही, अदरक और ग्रीन टी का नियमित सेवन भी बेहद प्रभावी है। इन उपायों को मिलाकर अपनाने से सर्वोत्तम परिणाम मिलते हैं।
क्या घरेलू उपाय वास्तव में लार उत्पादन बढ़ा सकते हैं?
हां, बिल्कुल! कई घरेलू उपाय वैज्ञानिक रूप से प्रमाणित हैं। अदरक extract, नींबू पानी, नारियल तेल से oil pulling, और पानी से भरपूर फलों का सेवन – ये सभी लार उत्पादन को प्राकृतिक रूप से बढ़ाने में सहायक हैं। हालांकि, गंभीर मामलों में डॉक्टर की सलाह जरूरी है।
मुंह सूखने की समस्या कितने दिन में ठीक हो जाती है?
यह कारण पर निर्भर करता है। यदि समस्या हल्की है और सिर्फ डिहाइड्रेशन के कारण है, तो 2-3 दिन में सुधार हो सकता है। दवाइयों के साइड इफेक्ट या किसी बीमारी के कारण होने पर 2-4 हफ्ते लग सकते हैं। नियमित रूप से मुंह में लार बनाने के उपाय अपनाने से धीरे-धीरे सुधार होता है।
क्या ज्यादा पानी पीने से कोई नुकसान हो सकता है?
सामान्य रूप से, प्रतिदिन 8-10 गिलास पानी सुरक्षित और स्वास्थ्यवर्धक है। हालांकि, अत्यधिक पानी (प्रति घंटे 1 लीटर से अधिक) पीने से water intoxication हो सकता है, जो दुर्लभ लेकिन गंभीर है। अपने शरीर की प्यास को सुनें और थोड़ा-थोड़ा करके पूरे दिन पानी पिएं।
क्या दवाइयों के कारण होने वाले dry mouth का कोई इलाज है?
हां, कुछ उपाय हैं: (1) डॉक्टर से दवाई बदलने या डोज़ एडजस्ट करने के बारे में बात करें, (2) Pilocarpine या Cevimeline जैसी लार उत्पादन बढ़ाने वाली दवाएं ले सकते हैं, (3) artificial saliva products का उपयोग करें, (4) घरेलू उपाय जैसे शुगर-फ्री गम, अदरक, ग्रीन टी को अपनी दिनचर्या में शामिल करें।
क्या लार की कमी से दांत खराब हो सकते हैं?
बिल्कुल हां। लार दांतों को कैविटी से बचाती है, मुंह को साफ रखती है, और एसिड को neutralize करती है। लार की कमी से दांतों में सड़न तेजी से बढ़ती है, मसूड़ों की बीमारी होती है, और tooth decay का खतरा काफी बढ़ जाता है। इसलिए मुंह में लार बनाने के उपाय अपनाना दांतों के स्वास्थ्य के लिए अत्यंत आवश्यक है।
क्या च्विंग गम सभी के लिए सुरक्षित है?
शुगर-फ्री गम आमतौर पर सुरक्षित है, लेकिन TMJ (temporomandibular joint) disorder वाले लोगों को सावधान रहना चाहिए। छोटे बच्चों को गम न दें क्योंकि वे इसे निगल सकते हैं। गर्भवती महिलाएं और किसी विशेष स्वास्थ्य समस्या वाले लोग एक बार डॉक्टर से पूछ लें।
नींबू पानी कितनी बार पीना चाहिए?
नींबू पानी दिन में 2-3 बार पी सकते हैं। हालांकि, अधिक मात्रा में नींबू का सेवन दांतों की इनेमल को नुकसान पहुंचा सकता है क्योंकि यह acidic होता है। इसे हमेशा पतला करके पिएं, और पीने के बाद सादे पानी से मुंह धो लें। स्ट्रॉ से पीना दांतों के सीधे संपर्क से बचाता है।
क्या ग्रीन टी से दांत पीले हो सकते हैं?
ग्रीन टी में regular tea की तुलना में कम tannins होते हैं, इसलिए दांत पीले होने का खतरा कम है। हालांकि, अधिक मात्रा में और बिना मुंह धोए लेने से थोड़ा प्रभाव हो सकता है। ग्रीन टी पीने के बाद पानी से मुंह धो लें। इसके लार उत्पादन और एंटीऑक्सीडेंट लाभ दांतों के लिए फायदेमंद हैं।
अगर सभी उपाय करने के बाद भी मुंह सूखा रहे तो क्या करें?
यदि 2-3 हफ्ते तक सभी मुंह में लार बनाने के उपाय अपनाने के बाद भी कोई सुधार न हो, तो तुरंत डॉक्टर से मिलें। यह किसी गंभीर स्वास्थ्य समस्या जैसे Sjögren’s syndrome, डायबिटीज, या थायराइड disorder का संकेत हो सकता है। डॉक्टर सही निदान करके उचित उपचार बताएंगे, जिसमें prescription medications या specialized treatments शामिल हो सकते हैं।

मुंह में लार बनाने के उपाय – निष्कर्ष
मुंह में लार बनाने के उपाय केवल मुंह के स्वास्थ्य के लिए ही नहीं, बल्कि समग्र स्वास्थ्य के लिए भी महत्वपूर्ण हैं। लार हमारे पाचन तंत्र का पहला चरण है और दांतों को सुरक्षित रखने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाती है।
इस आर्टिकल में बताए गए उपाय वैज्ञानिक शोध पर आधारित हैं और प्रभावी साबित हुए हैं। सबसे महत्वपूर्ण बात यह है कि इन उपायों को नियमित रूप से अपनाना जरूरी है। एक या दो दिन करने से स्थायी लाभ नहीं मिलेगा।
मुंह में लार बनाने के उपाय याद रखें:
- हाइड्रेशन सबसे जरूरी है
- शुगर-फ्री गम तुरंत राहत देता है
- खट्टे फल और अदरक प्राकृतिक रूप से लार बढ़ाते हैं
- ग्रीन टी वैज्ञानिक रूप से प्रमाणित है
- नारियल तेल से oil pulling बेहद प्रभावी है
यदि समस्या गंभीर है या लंबे समय तक बनी रहती है, तो डॉक्टर या डेंटिस्ट से परामर्श अवश्य लें। कभी-कभी लार की कमी किसी अन्य स्वास्थ्य समस्या का संकेत हो सकती है।
अपने मुंह के स्वास्थ्य का ध्यान रखें, क्योंकि यह आपके संपूर्ण स्वास्थ्य का आईना है। नियमित दंत जांच, सही आहार, और स्वस्थ जीवनशैली अपनाकर आप न केवल लार उत्पादन को सामान्य रख सकते हैं, बल्कि कई अन्य स्वास्थ्य समस्याओं से भी बच सकते हैं।
डिस्क्लेमर: यह आर्टिकल (मुंह में लार बनाने के उपाय) केवल सामान्य जानकारी और शैक्षिक उद्देश्यों के लिए है। यह किसी भी तरह से पेशेवर चिकित्सा सलाह, निदान या उपचार का विकल्प नहीं है। कोई भी उपचार शुरू करने से पहले हमेशा अपने डॉक्टर या योग्य स्वास्थ्य सेवा प्रदाता से परामर्श लें। यदि आपको कोई गंभीर स्वास्थ्य समस्या है या दवाइयां ले रहे हैं, तो कोई भी नया उपाय अपनाने से पहले अपने चिकित्सक से चर्चा करें।





