छठे मंथ की प्रेगनेंसी के मुख्य लक्षणों में है पीठ में दर्द का होना, खाना हजम नहीं होना, गैस और कब्ज जैसी दिक्कत का होना, क्योंकि इस दौरान आपका शरीर गर्भ में पल रहे बच्चे का विकास करने के साथ-साथ खुद डिलीवरी के लिए भी तैयार कर रहा होता है, छठे मंथ की प्रेगनेंसी में बच्चे का विकास होने के साथ-साथ गर्भाशय का साइज भी बढ़ता है जिसकी वजह से पेट बाहर निकल आता है ,
6 मंथ की प्रेगनेंसी में आपको और आपके बच्चे को पौष्टिक आहार की ज्यादा जरूरत पड़ती है और पौष्टिक तत्वों की पूर्ति के लिए आपके शरीर के टिशु में कुछ तरल पदार्थ बनने शुरू हो जाते हैं, जिसकी वजह से पेल्विक एरिया में प्रेशर बढ़ता है शरीर में खासकर के पैरों में, हाथों में और एड़ियों में सूजन आ जाती है अगर इस प्रकार के लक्षण अधिक समय तक दिखाई दें तो स्त्री रोग विशेषज्ञ से संपर्क जरूर करें
छठे मंथ की प्रेगनेंसी के लक्षण (6 Months Pregnancy symptoms)
छठे मंथ की प्रेगनेंसी में आपको गैस और कब्ज जैसी दिक्कत से भी सामना करना पड़ेगा क्योंकि, इस दौरान बच्चों का आकार बढ़ता है जिसके कारण पेट के निचले हिस्से में दबाव पड़ता है, इस दौरान आप तरल पदार्थ जैसे जूस, पानी, नारियल पानी आदि और फाइबर का इस्तेमाल ज्यादा कर सकती हैं,
गैस और कब्ज की वजह से खाना हजम नहीं होना प्रेगनेंसी के समान लक्षण में से एक है, जो की खान-पान में बदलाव लाने पर ठीक हो जाते हैं मगर ध्यान रहे अपने खान-पान में बदलाव करने से पहले अच्छी प्रकार से जांच परख जरूर कर लें |
छठे मंथ की प्रेगनेंसी में बच्चा कितना बड़ा हो जाता है :-
प्रेगनेंसी के छठे महीने में बच्चा काफी बड़ा हो जाता है क्योंकि इस वक्त आपके प्रेगनेंसी के 20 वीक पूरे हो चुके होते हैं छठे मंथ की प्रेगनेंसी दूसरे तिमाही का आखरी महीना होता है, और इस महीने के चार सप्ताह काफी महत्वपूर्ण होते हैं इस महीने बच्चे का वेट 500 से 800 ग्राम होता है सिक्स मंथ के लास्ट वीक में आपका बच्चा 10 से 15 इंच का होता है |
प्रेगनेंसी के सिक्स मंथ में बच्चे का विकास कैसा होता है
- इस दौरान शिशु हरकत करना शुरू कर देता है
- यह बाहर की आवाजों को सुन सकता है और उसके अनुसार प्रतिक्रिया भी दे सकता है
- इस वक्त आपके बच्चे के लगभग सभी अंग तैयार हो चुके होते हैं
- बच्चे का भी के दिमाग तेजी से विकसित होता है
- बच्चा इस वक्त अपना अंगूठा चूसता है
- बच्चा इस दौरान हिचकी भी लेता है जो कि आप महसूस कर सकती हैं
- बच्चे की त्वचा की पारदर्शिता खत्म हो जाती है
- बच्चों के बाल और नाखून उगने शुरू हो जाते हैं
- बच्चे के सोने और जागने का एक पैटर्न बन चुका होता है जिसे आप महसूस कर सकती हैं
- बच्चे के पेट में मकोनियम नाम का काला पदार्थ जमा होना शुरू होता है जो उसका पहला मल बनता है
- इस दौरान बच्चा अपने आप सांस नहीं ले पता है इसलिए जब कभी प्रीमेच्योर बच्चा पैदा होता है तब उस बच्चों को इनक्यूबेटर पर रखा जाता है
बच्चों का साइज काफी बड़ा हो जाने की वजह से जैसे-जैसे बच्चे को पौष्टिक आहार की जरूरत होती है, वैसे-वैसे आपका शरीर खून के उत्पादन दर को बढ़ाता है इस सिक्स मंथ की प्रेगनेंसी के दौरान आप अपने शरीर में काफी बदलाव महसूस करती हैं, इससे आपको घबराने की कोई जरूरत नहीं है इस दौरान यह बदलाव शरीर में आना छठे मंथ की प्रेगनेंसी के सामान्य लक्षण है |
यह लक्षण कुछ समय बाद अपने आप दूर हो जाते हैं, यदि आपको इसकी वजह से शरीर में ज्यादा कोई दिक्कत आती है तो आप अपने स्त्री रोग विशेषज्ञ से मिलकर अपनी प्रॉब्लम पर बात करनी चाहिए |
छठे मंथ की प्रेगनेंसी में क्या खाना चाहिए ?
इस दौरान आपको भूख ज्यादा लगेगी क्योंकि इस वक्त गर्भ में पल रहे आपके बच्चे का विकास तेजी से हो रहा होता है, इसलिए आपको ज्यादा से ज्यादा पौष्टिक आहार लेना है जिसमें प्रोटीन, विटामिन, मिनरल्स, फाइबर शामिल जरूर करें इससे आपको स्वस्थ बच्चे की प्राप्ति होती है |
प्रोटीन की पूर्ति करने के लिए आप दाल, अंडा, पनीर, दही, दूध और फलों को अपने डाइट में शामिल जरूर करें इस दौरान आप अपने डाइट में मिनरल्स और विटामिन का सेवन भी जरूर करें क्योंकि इस वक्त आपके शरीर को मजबूत रखना बहुत जरूरी है, फाइबर मिनरल और विटामिन के सेवन से शरीर के मेटाबॉलिज्म को बढ़ावा मिलता है
और इसकी पूर्ति के लिए ताजी और हरी पत्तेदार सब्जी व फलों का सेवन करना चाहिए, साथ में आप ड्राई फ्रूट्स का सेवन भी कर सकती हैं क्योंकि इन चीजों के इस्तेमाल से आपके शरीर में पोटेशियम, मैग्नीशियम, आयरन, फोलिक एसिड, मिनरल्स और दूसरे महत्वपूर्ण तत्वों की पूर्ति हो जाती है
जिससे आप का होने वाला बच्चा पूर्ण रूप से स्वस्थ पैदा होता है, इन दिन आप फैट और कार्बोहाइड्रेट का सेवन भी कर सकते हैं जो कि आपके शरीर को ऊर्जा प्रदान करता है, इसकी पूर्ति के लिए आप घी ,आलू, चावल इत्यादि चीजों को अपनी डाइट में शामिल कर सकती हैं |
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प्रेगनेंसी के सिक्स मंथ में कौन सी सावधानियां रखनी चाहिए
- इस समय आप अपने पेट पर दबाव बिल्कुल भी ना डालें और
- किसी भी भारी चीज को ना उठाएं
- लंबे समय तक झुकने से बचे
- अगर आप चेयर या कहीं पर बैठे हैं तो पर ज्यादा देर तक लटका कर ना बैठे
- समुद्री भोजन का सेवन बिलकुल न करें
- सिगरेट और शराब जैसे मादक पदार्थों का सेवन भूल कर भी ना करें
- फास्ट फूड और सॉफ्ट ड्रिंक कोल्ड ड्रिंक जैसी चीजों से दूर रहें
- छोटी-छोटी दिक्कतों पर दवा का तुरंत सेवन न करें
- अपनी दिनचर्या में इस दौरान योग और व्यायाम जरूर शामिल करें
अगर ज्यादा दिक्कत हो तो अपने डॉक्टर से परामर्श करने के बाद ही किसी प्रकार की दवा का सेवन करें, तली और मसालेदार चीजों का सेवन करना बिल्कुल बंद कर दें या फिर हल्की मात्रा में करें वरना आपको कब्ज और गैस की समस्या परेशान कर सकती है, इन सब के अलावा अपने डॉक्टर से समय-समय पर मिलकर अपनी जांच करवानी चाहिए किसी भी तरह की कोई भी दिक्कत होने पर तुरंत अपने डॉक्टर से संपर्क करे |
छठे मंथ की प्रेगनेंसी के दौरान आपको और अपने बच्चों की सेहत को लेकर काफी सावधानी रखनी चाहिए क्योंकि इस वक्त आप अपनी डाइट का खास ख्याल तो रखती हैं लेकिन इसके साथ आपको बताई गई बातों का विशेष रूप से ध्यान रखना आवश्यक है |
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