सी बकथाॅर्न खाने के फायदे; ध्यान में रखे 5 सावधानियां, नुकसान से बचें जाने इस्तेमाल करने का सही तरीका सी बकथाॅर्न खाने के फायदे अनेक प्रकार से होते हैं आपको यह जानकर आश्चर्य होगा कि सी बकथाॅर्न आयुर्वेद, तिब्बती और पारंपरिक चिकित्सा में पुराने समय से इस्तेमाल में लिया जाता रहा है। सी बकथाॅर्न के फल से कई प्रकार के उपयोग किए जाते हैं। सी बकथाॅर्न के बीच, पल्प और तेल सभी उपयोगी माने जाते हैं, दरअसल सी बकथाॅर्न एक झाड़ी है। जिसका साइंटिफिक नाम “Hippophae rhamnoides” है। इस स्वास्थ्यवर्धक लेख में हम जानेंगे कि सी बकथाॅर्न खाने के फायदे, सावधानियां और सी बकथाॅर्न का इस्तेमाल करने का सही तरीका।

सी बकथाॅर्न खाने के फायदे (Sea Buckthorn khane ke fayde)
सी बकथाॅर्न को सुपर फूड की श्रेणी में रखा गया है ऐसा इसलिए क्योंकि सी बकथाॅर्न से 10 प्रकार से भी अधिक पोषण संबंधित फायदे होते हैं। यानी की सी बकथाॅर्न मनुष्य के शरीर को 10 प्रकार से भी अधिक तरीकों से फायदा पहुंचता है। इसके बारे में हम नीचे विस्तार से जानेंगे इसके साथ चार्ट के माध्यम से हम यह भी समझेंगे कि सी बकथाॅर्न के अंदर मौजूद पोषण की मात्रा किस प्रकार है? सी बकथाॅर्न सबसे अधिक किस उपयोग में लिया जाता है।
सी बकथाॅर्न में क्या पाया जाता है
सी बकथाॅर्न में रिसर्च के हिसाब से लगभग 200 प्रकार के रासायनिक यौगिक पाए गए हैं। जिनमें मुख्य रूप से विटामिन, कैरोटिनाॅइङ्स, फ्लेवोनॉइड्स, फैटी एसिड्स, फाइटोस्टेराल्स आदि हैं। जिनके बारे में नीचे हम आसान शब्दों में और विस्तार से जानेंगे लिए पहले देखते हैं सी बकथाॅर्न का पोषण किस प्रकार से विभाजित है। और यह किस प्रकार से शरीर को फायदा पहुंचना है नीचे दिए गए चार्ट में सी बकथाॅर्न का शरीर के कुछ खास भाग पर पढ़ने वाले असर को दिखाया गया है।
Sea Buckthorn के प्रमुख रासायनिक घटक (Chemical Composition Chart)
| रासायनिक वर्ग (Chemical Class) | यौगिक का नाम (Compound Name) | मुख्य कार्य / लाभ (सी बकथाॅर्न खाने के फायदे) |
|---|---|---|
| विटामिन्स (Vitamins) | Vitamin C (Ascorbic acid) | शक्तिशाली एंटीऑक्सीडेंट, प्रतिरक्षा प्रणाली को मजबूत करता है। |
| Vitamin A (Retinol & Carotenoids) | दृष्टि, त्वचा व प्रतिरक्षा स्वास्थ्य के लिए आवश्यक। | |
| Vitamin E (Tocopherols, Tocotrienols) | कोशिकाओं को फ्री रेडिकल क्षति से बचाता है। | |
| Vitamin K | रक्त जमाव (Blood Clotting) में मदद करता है। | |
| Vitamin B1 (Thiamine) | ऊर्जा उत्पादन व तंत्रिका कार्य में आवश्यक। | |
| Vitamin B2 (Riboflavin) | मेटाबोलिज़्म सुधारता है, त्वचा स्वास्थ्य बनाए रखता है। | |
| Vitamin B3 (Niacin) | रक्त प्रवाह व कोलेस्ट्रॉल नियंत्रण में सहायक। | |
| Vitamin B6 (Pyridoxine) | मस्तिष्क व हार्मोन संतुलन के लिए आवश्यक। | |
| Folate (Vitamin B9) | DNA संश्लेषण व लाल रक्त कोशिकाओं के निर्माण में मददगार। | |
| कैरोटेनॉइड्स (Carotenoids) | β-Carotene, Lycopene, Zeaxanthin, Lutein | त्वचा व आँखों की सुरक्षा, एंटीऑक्सीडेंट कार्य। |
| फ्लावोनॉइड्स (Flavonoids) | Quercetin, Kaempferol, Isorhamnetin, Myricetin | एंटी-इंफ्लेमेटरी, एंटीऑक्सीडेंट, हृदय-संरक्षक गुण। |
| फिनोलिक यौगिक (Phenolic Compounds) | Gallic acid, Caffeic acid, Ferulic acid, Coumaric acid | ऑक्सीडेटिव तनाव व सूजन नियंत्रण। |
| फैटी एसिड्स (Fatty Acids) | Omega-3 (α-Linolenic acid), Omega-6 (Linoleic acid), Omega-7 (Palmitoleic acid), Omega-9 (Oleic acid) | हृदय, त्वचा व मस्तिष्क स्वास्थ्य के लिए उपयोगी। |
| फाइटोस्टेरॉल्स (Phytosterols) | β-Sitosterol, Campesterol, Stigmasterol | कोलेस्ट्रॉल स्तर घटाने व हृदय सुरक्षा में सहायक। |
| एमिनो अम्ल (Amino Acids) | Lysine, Leucine, Isoleucine, Valine, Arginine, Glutamic acid, Aspartic acid आदि (कुल ~18 प्रकार) | प्रोटीन संश्लेषण, मांसपेशी निर्माण व मेटाबोलिज़्म के लिए आवश्यक। |
| खनिज तत्व (Minerals) | Calcium, Magnesium, Potassium, Sodium, Iron, Zinc, Copper, Manganese, Selenium | हड्डियों, रक्त निर्माण, तंत्रिका तंत्र व एंजाइम कार्य में सहायक। |
| शर्करा (Sugars) | Glucose, Fructose, Sucrose | प्राकृतिक ऊर्जा स्रोत। |
| जैव सक्रिय पॉलीसैकराइड्स (Polysaccharides) | Sea Buckthorn Polysaccharides (SBP) | प्रतिरक्षा व एंटीऑक्सीडेंट समर्थन। |
| ऑर्गेनिक एसिड्स (Organic Acids) | Malic acid, Citric acid, Succinic acid, Tartaric acid | पाचन स्वास्थ्य सुधारते हैं। |
| वाष्पशील यौगिक (Volatile Compounds) | Hexanal, Limonene, β-Ionone | फल की सुगंध व स्वाद में योगदान। |
| टोकोफेरॉल्स (Tocopherols) | α, β, γ, δ-tocopherols | Vitamin E के रूप — सेल प्रोटेक्शन व एंटीऑक्सीडेंट। |
| स्टेरॉल्स (Sterols) | Campesterol, Stigmasterol, β-Sitosterol | लिपिड मेटाबोलिज़्म सुधारते हैं। |
| टैनिन्स (Tannins) | Hydrolysable tannins | सूजनरोधी व जीवाणुनाशी गुण। |
| सैपोनिन्स (Saponins) | Sea buckthorn saponins | प्रतिरक्षा व कोलेस्ट्रॉल नियंत्रण में सहायक। |
| एल्कलॉइड्स (Alkaloids) | Trace compounds | जैवसक्रिय प्रभाव, हालांकि सीमित अध्ययन उपलब्ध। |
| पिगमेंट्स (Pigments) | Carotenoids, Chlorophyll derivatives | एंटीऑक्सीडेंट एवं फोटोप्रोटेक्टिव गुण। |
सी बकथाॅर्न एंटीऑक्सीडेंट का खजाना
सी बकथाॅर्न में पाए जाने वाले फ्लावोनाइट्स और पॉलीफेनॉल्स ऐसे रासायनिक यौगिक हैं, जो हमारे शरीर में और त्वचा में पाए जाने वाले फ्री रेडिकल को प्रभावहीन अर्थात निष्क्रिय कर देते हैं। जिससे ऑक्सीडेटिव तनाव कम हो जाता है, इसके साथ यह लिपिड परऑक्सीडेशन को रोकने में भी मदद कर सकता है।
यह त्वचा की ऊपरी परत यानी झिल्ली को नुकसान होने से बचाने में मदद करता है। कुछ रिसर्च यह बताते हैं कि सी बकथाॅर्न ने ऑक्सीडेटिव तनाव को भी कम किया है। इसलिए यदि आप सी बकथाॅर्न की थोड़ी सी मात्रा प्रतिदिन विशेषज्ञ की सलाह के अनुसार लेते हैं, तो यह आपके शरीर को फ्री रेडिकल और ऑक्सीडेटिव तनाव से मुक्त रखता है।

सी बकथाॅर्न खाने से हृदय पर क्या असर होता है
सी बकथाॅर्न हृदय को स्वस्थ रखने में विशेष मदद कर सकता है क्योंकि सी बकथाॅर्न में फाइटोस्टेराल्स और ओमेगा फैटी एसिड पाए जाते हैं। फाइटोस्ट्रोल कोलेस्ट्रॉल को नियंत्रित करता है, और रक्त के प्रवाह को धमनियों के अंदर बिना रुकावट के होने देता है, जिससे हार्ड अटैक जैसी संभावना कम की जा सकती है।
सी बकथाॅर्न ट्राइग्लिसराइड और खराब कोलेस्ट्रॉल (LDL) को कम करने में भी खास मदद करता है इसके अलावा यदि किसी भी मनुष्य के शरीर की धमनियों में सूजन की समस्या है, तो सी बकथाॅर्न खाने से धमनियों के सूजन में भी आराम मिल सकता है। कुल मिलाकर देखा जाए तो सी बकथाॅर्न हृदय रोगों से संबंधित अनेक प्रकार के बीमारी के खतरे को कम कर सकता है। यदि किसी को पहले से हृदय संबंधी बीमारी है तो विशेषज्ञ से सलाह लेने के बाद ही इसको अपने दैनिक आहार में शामिल करें।
सी बकथाॅर्न शुगर के मरीजों के लिए उपयोगी
सी बकथाॅर्न शुगर के मरीजों के लिए पूर्ण रूप से उपयोगी है या नहीं यह अभी भी शोध का विषय बना हुआ है। कुछ अनुसंधान यह मानते हैं कि सी बकथाॅर्न ब्लड शुगर को नियंत्रित करता है, परंतु यह जान लेना भी उतना ही जरूरी है सी बकथाॅर्न में उपस्थित पॉलीफेनॉल्स इंसुलिन की संवेदनशीलता को बढ़ा सकता है। इसलिए यदि किसी को मधुमेह या प्री-डायबीटिक है तो उसे इसी वक्त स्थान का उपयोग डॉक्टर से सलाह लेने के बाद सी बकथाॅर्न खाने के फायदे आप भी उठा सकते हैं।
सी बकथाॅर्न का उपयोग लिवर के लिए
हाल के कुछ रिसर्च में पता चला है कि सी बकथाॅर्न लिवर स्वास्थ्य के लिए भी महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है। दरअसल जिन लोगों के लिवर में वसा का संचय अधिक हो जाता है, तो यह उसको कम करने में मदद करता है। कुछ परिस्थितियों जैसे नान अल्कोहलिक फैटी लीवर डिजीज (NAFLD) जैसी स्थिति में भी मदद कर सकता है। यहां तक की यह लीवर की कोशिकाओं को स्वस्थ और उसकी सूजन को कम करने में भी मदद कर सकता है।

सी बकथाॅर्न का प्रयोग त्वचा और बाल के लिए
सी बकथाॅर्न का उपयोग त्वचा को चमकदार और बालों के स्वास्थ्य को बरकरार रखने के लिए, तिब्बती लोग और आयुर्वेद में काफी समय से इस्तेमाल में लिया जा रहा है। सी बकथाॅर्न त्वचा को नमी देता है। और जिन लोगों की त्वचा में झुर्रियां दिखाई देने लगी हैं यह उन्हें भी कम करता है। त्वचा को हमेशा चमकता हुआ रखने में उपयोगी सिद्ध हो सकता है।
जो लोग सनस्क्रीन का इस्तेमाल नहीं कर पाते यदि वह इसका सेवन करें तो त्वचा को UV Rays से होने वाले नुकसान से बचा सकते हैं। सी बकथाॅर्न का उपयोग बालों को मुलायम, चमकदार व मजबूत तथा बालों का रूखापन कम करने में किया जा सकता है।
सी बकथाॅर्न का उपयोग पाचन स्वास्थ्य को ठीक करने में
सी बकथाॅर्न के फलों में फाइबर और एंटीऑक्सीडेंट मौजूद होता है, यह भोजन को आंत में फंसने से बचाता है, और आंत की सफाई में विशेष मदद करता है। कुछ मरीजों ने यह माना है कि इसके सेवन से उनके पेट के स्वास्थ्य में काफी आराम मिला है। यहां तक कि सी बकथाॅर्न पाचन में मदद करने वाले बैक्टीरिया के विकास में भी मदद करता है अर्थात यह एक तरह से प्री-बायोटिक की तरह कार्य करता है।
इम्युनिटी बढ़ाने के लिए सी बकथाॅर्न का उपयोग
रोग प्रतिरोधक क्षमता अर्थात इम्यूनिटी को बढ़ाने के लिए सी बकथाॅर्न का उपयोग किया जा सकता है। क्योंकि सी बकथाॅर्न के अंदर एंटीऑक्सीडेंट और एंटी इन्फ्लेमेटरी रासायनिक यौगिक पाए जाते हैं। कुछ अध्ययन यह भी बताते हैं कि यह हमारे शरीर में होने वाले वायरल, बैक्टीरिया व कुछ मौसमी संक्रमण से भी बचता है। जिन लोगों को मौसम के बदलते ही संक्रमण हो जाता है, ऐसे लोगों के लिए सी बकथाॅर्न का उपयोग लाभकारी सिद्ध हो सकता है।
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सी बकथाॅर्न का उपयोग शरीर के सूजन को कम करने के लिए
कई अध्ययन ने यह माना है किसी बर्तन का उपयोग करने से शरीर में होने वाली सूजन से संबंधित कई प्रकार की बीमारियां, खास करके गठिया, पाचन संबंधी सूजन इत्यादि में मददगार साबित हो सकता है। अभी इसका परीक्षण बहुत बड़े स्तर पर नहीं किया गया है, इसलिए इसके बारे में सही-सही कहना अभी अतिशयोक्ति होगा।
सी बकथाॅर्न खाने के फायदे जो शरीर के विभिन्न अंगों को मिलते हैं
सी बकथाॅर्न ने कुछ अध्ययन में न्यूरो प्रोटेक्टिव लक्षण दिखाएं हैं अर्थात यह मस्तिष्क संबंधी तनाव, स्मरण शक्ति में मददगार साबित हो सकता है। रिसर्चर ने देखा कि किसी सी बकथाॅर्न अधिक समय से चले आ रहे तनाव व स्मरण शक्ति को बढ़ाने में कुछ हद तक कामयाबी हासिल किया है। इसके साथ सी बकथाॅर्न आंखों के स्वास्थ्य में भी मदद करता है,
विशेष रूप से यह आंखों के सूखापन को कम करता है जिन लोगों की आंखें बार-बार सूख जाती हैं या चुभन महसूस होती है ऐसे लोगों के लिए सी बकथाॅर्न मददगार साबित हो सकता है।

ऊपर लेख में हमने अब तक जाना कि इसी सी बकथाॅर्न शरीर को किस प्रकार से फायदा पहुंचता है, इसके साथ हमने कुछ रिसर्च के बारे में भी जाना जो सी बकथाॅर्न के लिए होना बाकी है। रिसर्च पूरा होने पर हम आपको अपडेट जरूर करेंगे। आईए अब हम जानते हैं कि सी बकथाॅर्न का उपयोग किस प्रकार, किस मात्रा, में व कैसे किया जा सकता है।
सी बकथाॅर्न का उपयोग कैसे करें
पुराने समय से सी बकथाॅर्न का उपयोग अनेक प्रकार से किया जाता था, जिसमें मुख्य रूप से सी बकथाॅर्न का पल्प अर्थात जूस को निकाल करके किया जाता था। इसके बाद कुछ लोग सी बकथाॅर्न के तेल का भी इस्तेमाल करने लगे, इसके तेल को शरीर के त्वचा, बाल और आंतरिक रूप से भी इस्तेमाल किया जाने लगा।
आधुनिकता बढ़ने के साथ सी बकथाॅर्न का कैप्सूल, सप्लीमेंट, सी बकथाॅर्न पाउडर भी मिलने लगा है। इसके साथ सी बकथाॅर्न कुछ विशेष रूप से तैयार किए गए क्रीम में मिलाकर के बेचा जाता है, जिसे त्वचा पर लगाने से विशेष फायदा मिल सकता है। आईए अब हम सी बकथाॅर्न की उपयोग मात्रा के बारे में जानते हैं।
सी बकथाॅर्न की कितनी मात्रा का उपयोग करना चाहिए
सी बकथाॅर्न पर अभी भी रिसर्च चल रही है इसलिए इसके बारे में सही-सही बताना मुश्किल होगा लेकिन एक मानक के तौर पर देखा जाए तो अधिकांश अध्ययन हमें न्यूनतम 500 व अधिकतम 1500 मिलीग्राम प्रतिदिन की खुराक तक सुरक्षित मानते हैं
सी बकथाॅर्न का उपयोग यदि आप तेल के रूप में करना चाहते हैं तो 1 से 2 ग्राम तेल पर्याप्त हो सकता है।
सी बकथाॅर्न उपयोग करने के नुकसान
सी बकथाॅर्न खाने के फायदे के साथ कुछ लोगों को इसके तेल से त्वचा पर एलर्जी महसूस हो सकती है इसलिए सबसे पहले थोड़ी सी मात्रा लगाकर पैच टेस्ट जरूर करें।
कुछ लोग जिनका खून पतला करने की दवा या शुगर से संबंधित दवा चल रही है ऐसे लोग डॉक्टर की सलाह के बिना सी वक्त फॉर्म का उपयोग बिल्कुल ना करें।
सी बकथाॅर्न के तेल का उपयोग कैसे करें
सी बकथाॅर्न के तेल का उपयोग आप कई प्रकार से कर सकते हैं जिसमें मुख्य रूप से हल्का गुनगुना पानी वह शहद शामिल हैं। यदि आप चाहे तो इसे अन्य फलों के रसों के साथ मिलकर के भी कर सकते हैं, यह पाचन स्वास्थ्य के लिए भी फायदेमंद साबित हो सकता है।
सी बकथाॅर्न के रस का उपयोग कैसे करें
जैसा कि ऊपर बताया गया है सी बकथाॅर्न के रस को गुनगुने पानी शहद या अन्य फलों के रस में मिलाकर के सेवन कर सकते हैं यदि आप पहली बार सेवन कर रहे हैं तो थोड़ी सी मात्रा में करें।
सी बकथाॅर्न का पाउडर कैसे खाएं
सी बकथाॅर्न के पाउडर को हम अपने पसंदीदा हरी पत्तेदार सब्जियां के साथ सेवन कर सकते हैं इसके साथ यदि हम चाहे तो इसके पाउडर को फलों के रसों में मिलाकर या हल्के गुनगुने पानी में मिलाकर के पी सकते हैं, और सी बकथाॅर्न खाने के फायदे उठा सकते हैं।

सी बकथाॅर्न के साइड इफेक्ट्स
कई चिकित्सक और रिसर्च ने सी बकथाॅर्न को लगभग सुरक्षित माना है। लेकिन कुछ सावधानियां अवश्य रखनी चाहिए, चलिए हम जानते हैं कि सी बकथाॅर्न के साइड इफेक्ट क्या-क्या हो सकते हैं।
- पेट में हल्की गैस दस्त या अपच हो सकती है।
- यदि आप खून को पतला करने वाली दवा खा रहे हैं तो यह शरीर में खून के रिसाव के खतरे को बढ़ा सकता है।
- कुछ लोग जिनकी त्वचा अधिक संवेदनशील है ऐसे लोगों की त्वचा में खुजली की शिकायत हो सकती है।
- गर्भवती व स्तनपान करने वाली महिलाओं के ऊपर अभी इसका कोई विशेष रिसर्च या अनुसंधान हमें नहीं मिला है, इसलिए हमारी सलाह यह है कि गर्भवती स्तनपान करने वाली महिलाएं सी बकथाॅर्न का उपयोग ना करें इसके लिए डॉक्टर की सलाह अति आवश्यक है।
- यदि आप लंबे समय से दिल से संबंधित समस्या ( हाई ब्लड प्रेशर और लो ब्लड प्रेशर) से परेशान है तो सी बकथाॅर्न का इस्तेमाल करने से पहले डॉक्टर से जरूर सलाह लें वरना, सी बकथाॅर्न खाने के फायदे से ज्यादा नुक्सान हो सकता है।
निष्कर्ष ( सी बकथाॅर्न खाने के फायदे )
डॉ आदित्य ने कई लोगों के ऊपर सी बकथाॅर्न के अलग-अलग असर को देखा है। अभी भी सी बकथाॅर्न में काफी सारे अध्ययन किए जाने बाकी हैं, सामान्य तौर पर यह देखा गया है कि सी बकथाॅर्न का किसी भी प्रकार से साइड इफेक्ट जल्दी देखने को नहीं मिलता है। परंतु हमारी यह सलाह रहेगी की सी बकथाॅर्न का इस्तेमाल डॉक्टर से पूछ करके अवश्य करें। ताकि आप सी बकथाॅर्न खाने के फायदे उठा सकें,
यदि आप स्वत: इस्तेमाल कर रहे हैं तो थोड़ी सी मात्रा का इस्तेमाल पहले करके अवश्य जांच लें। गर्भवती व स्तनपान करने वाली महिलाओं को सी बकथाॅर्न खाने से परहेज करना चाहिए। व ऐसे लोग जिनका दिल से संबंधित समस्या काफी समय से है, उन्हें भी सी बकथाॅर्न खाने की सलाह आमतौर पर कम दी जाती है।






