कीड़ा जड़ी खाने का तरीका बहुत मायने रखता है जिसकी वजह से कीड़ा जड़ी खाने के फायदे अलग-अलग भी हो सकते हैं, कुछ लोगों को कीड़ा जड़ी का स्वाद पसंद नहीं आता तो वह इसे अलग-अलग प्रकार से प्रयोग में लेते हैं, परंतु सभी प्रकार से (Cordyceps sinensis) कीड़ा जड़ी खाने का तरीका फायदेमंद साबित हो सकता है, कुछ तरीकों में प्रभाव दिखने में थोड़ा बहुत समय लग सकता है।
कीड़ा जड़ी खाने का तरीका (Keeda jadi khane ka sahi tarika)
कीड़ा जड़ी खाने का तरीका मुख्य रूप से सीधे चबाना, चाय के रूप में, सूप में मिलकर या फिर पाउडर के रूप में होता है, कीड़ा जड़ी के फायदे खाने के तरीके पर भी निर्भर कर सकता है यहां हम कीड़ा जड़ी खाने का तरीका जानेंगे और यह भी जानेंगे कि कीड़ा जड़ी खाने का कौन सा तरीका सबसे अच्छा है।
1. चबाकर खाना
कीड़ा जड़ी खाने के तरीके में मुख्य रूप से सीधे चबाना बहुत लोगों को फायदा पहुंचा सकता है, कीड़ा जड़ी (Himalayan Cordyceps) सूखी हुई होती है जिसे मजबूत दातों वाला व्यक्ति आराम से चाबा करके खा सकता है विशेषज्ञ का मानना है कि कीड़ा जड़ी को सुबह के समय सेवन करना चाहिए यदि इसका अधिक लाभ लेना चाहते हैं तो कीड़ा जड़ी को खाली पेट लेना सबसे अच्छा साबित हो सकता है।
2. चाय के रूप में
कीड़ा जड़ी का सेवन यदि चाय के रूप में किया जाए तो भी इसके फायदे मिलते हैं, चाय को पसंद करने वाले कीड़ा जड़ी की चाय बनाने के लिए सबसे पहले कीड़ा जड़ी को 400 से 500 मिली लीटर पानी में 10 से 15 मिनट तक उबाले इसके बाद इसे चाय की तरह सिप-सिप करके पी सकते हैं, यह कीड़ा जड़ी खाने का तरीका चाय प्रेमियों को खास पसंद आता है।
3. सूप बनाकर
ठंडी के दिनों में सूप खास करके पसंद किया जाता है ऐसे में कीड़ा जड़ी का प्रयोग सूप के साथ किया जा सकता है थोड़ी सी मात्रा में कीड़ा जड़ी को सौप में मिला करके इसका सेवन कर सकते हैं इसके सेवन से शरीर की मेटाबॉलिक रिएक्शन बढ़ती है और तापमान में वृद्धि होती है जिससे गर्मी का एहसास होता है इसके साथ यह शरीर में कार्य करने की क्षमता को भी बढ़ता है जो आपके पूरे दिन ऊर्जा से भरपूर रखता है।
4. पाउडर
कीड़ा जड़ी के पाउडर को खाने के लिए आप इसे दूध, फलों का जूस या फिर पानी के साथ मिलकर के सेवन कर सकते हैं। आजकल किड़ा जड़ी का इस्तेमाल पाउडर के रूप में भी किया जाने लगा है, सूखी हुई कीड़ा जड़ी को पीसकर के पाउडर बनाना बहुत आसान है इसे आप किसी मिक्सर या सिल बट्टे की मदद से पाउडर के रूप में पीस सकते हैं, बाजार में मिलने वाला पैक कीड़ा जड़ी का पाउडर कुछ रसायनों के मिश्रण के साथ आ सकता है, इसलिए यदि आप कीड़ा जड़ी खाने का फायदा पूरे तरीके से उठाना चाहते हैं तो बेहतर होगा की पाउडर आप घर पर बनाएं।
5. अल्कोहल में भिगोकर
कीड़ा जड़ी का सेवन अल्कोहल में भिगोने के बाद किया जाता है यह कुछ परंपराओं से जुड़ी हुई मान्यता है जैसे चीनी बैजू या नेपाली रक्सी में कीड़ा जड़ी को कई हफ्तों तक अल्कोहल में भिगोकर के रखा जाता है इसके बाद इससे टिंचर बनाया जाता है लोगों की मान्यता है यह है कि इस प्रकार से कीड़ा जड़ी का सेवन अधिक ताकत और सहनशक्ति प्रदान करता है।
कीड़ा जड़ी खाने के फायदे
कीड़ा जड़ी खाने के फायदे मुख्य रूप से शारीरिक शक्ति को बढ़ाने में मिलता है जिसमें ताकत, सहनशक्ति, यौन स्वास्थ्य, थकान, इम्यून सिस्टम, स्वसन संबंधी समस्या, हृदय के स्वास्थ्य, मधुमेह तथा कुछ रिसर्च में कैंसर के उपचार में भी सहायक माना जाता है। कीड़ा जड़ी जिसे यार्सागुम्बा (Yarsagumba) भी कहा जाता है,
यह हिमालय के पहाड़ी क्षेत्रों में पाई जाती है, इस जड़ी का मिलना बहुत ही दुर्लभ होता है इसकी वजह से कीड़ा जड़ी की कीमत लाखों में होती है आपको बता दें कि कीड़ा जड़ी एक प्रकार का फंगस है जो कैटपिलर के शरीर पर संक्रमण करके एक परजीवी के रूप में अपना भोजन ग्रहण करता है और जीवन चक्र को चलाता है।
1. ताकत बढ़ाने के लिए कीड़ा जड़ी का इस्तेमाल
ताकत बढ़ाने के लिए कीड़ा जड़ी का इस्तेमाल पारंपरिक चिकित्सा पद्धति में देखने को मिलता है कीड़ा जड़ी का उपयोग करने वाले इसे शारीरिक शक्ति और सहनशक्ति को बढ़ाने के लिए करते हैं, क्योंकि कीड़ा जड़ी में अमीनो एसिड मौजूद होते हैं। पहाड़ी क्षेत्रों में रहने रहने वाले लोग कीड़ा जड़ी का सेवन अधिक करते हैं इसके पीछे का एक कारण यह भी है कि कीड़ा जड़ी सबसे ज्यादा पहाड़ी क्षेत्रों में पाई जाती है।
2. यौन स्वास्थ्य
कीड़ा जड़ी का उपयोग शारीरिक कमजोरी दूर करने के साथ-साथ सेक्सुअल डिस्फंक्शन के उपचार में भी किया जाता है जिन लोगों में यौन इच्छा की कमी हो जाती है उसे बढ़ाने के लिए कीड़ा जड़ी का उपयोग किया जाता है यौन स्वास्थ्य अक्सर लोगों की ना समझी से उत्पन्न होता है जिसमें अधिक मात्रा में हस्तमैथुन करने से नुकसान भी शामिल होता है।
3. ऊर्जा बढ़ाने के लिए
कीड़ा जड़ी खाने के फायदे अक्सर उन लोगों को मिलता है जिनके शरीर में ऊर्जा की कमी रहती है दरअसल कीड़ा जड़ी शारीरिक ऊर्जा को बढ़ाने में मदद करती है जिससे थकान और कमजोरी का एहसास नहीं होता, यह इसलिए होता है क्योंकि कीड़ा जड़ी में एडेनोसिन मौजूद होता है, कुछ लोग कीड़ा जड़ी को एक टॉनिक के रूप में भी लेते हैं परंतु ऐसा करने से पहले आपको डॉक्टर से सलाह जरूर लेनी चाहिए।
4. रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाने में
कीड़ा जड़ी का उपयोग इम्यून सिस्टम को मजबूत करने के लिए भी किया जाता है दरअसल किड़ा जड़ी में पोलीसैकराइड्स जैसे कि बीटा ग्लूकान्स मौजूद होते हैं जो इम्यून सिस्टम को मजबूत करने में मदद करते हैं इसके साथ यह एंटीऑक्सीडेंट भी प्रदान करते हैं।
5. स्वसन संबंधी विकार में
कीड़ा जड़ी का उपयोग अस्थमा और अन्य प्रकार की सांस संबंधी उपचारों में भी किया जाता है कुछ लोगों का मानना है कि सिगरेट और बीड़ी के धूम्रपान से फेफड़ों को जो नुकसान पहुंचा है उसे काम करने के लिए भी कीड़ा जड़ी का प्रयोग किया जाता है परंतु अभी भी यह शोध का विषय बना हुआ है, या हमारी जानकारी में नहीं है।
6. दिल से संबंधित बीमारी
हाल ही में कुछ अध्ययन के बाद पता चला है कि कीड़ा जड़ी का इस्तेमाल हृदय से संबंधित रोगों में भी किया जाने लगा है परंतु कीड़ा जड़ी का इस्तेमाल हृदय संबंधी किसी भी रोग में करने से पहले डॉक्टर की सलाह अवश्य लेनी चाहिए वरना यह नुकसानदायक साबित हो सकता है।
7. कैंसर के इलाज में
शुरुआत के समय में कीड़ा जड़ी पर कुछ अध्ययन किए गए जिसमें यह पता चला कि कीड़ा जड़ी में कोर्डिसेपिन (Cordycepin) एक अद्वितीय न्यूक्लियोसाइड एनालॉग मौजूद होता है जो एंटी-कैंसर वाले गुणो से भरपूर होता है। कोर्डिसेपिन मे एंटी-इन्फ्लेमेटरी, एंटी-वायरल और यहां तक की इम्यून माड्यूलेटिंग गुण भी पाए जाते हैं।
8. मधुमेह के इलाज में
कीड़ा जड़ी का इस्तेमाल शुगर के मरीजों को ठीक करने के लिए भी किया जाता है कुछ शोध में यह पता चला है कि कीड़ा जड़ी के इस्तेमाल से मधुमेह के मरीजों में शुगर लेवल को नियंत्रित किया जा सकता है परंतु यदि आपका शुगर लेवल नियंत्रित नहीं रहता है तो कीड़ा जड़ी का इस्तेमाल करने से पहले डॉक्टर से सलाह अवश्य लें।
कीड़ा जड़ी में क्या पाया जाता है
कीड़ा जड़ी में विभिन्न प्रकार के रासायनिक घटक पाए जाते हैं परंतु यह कीड़ा जड़ी के प्रकार और उसकी गुणवत्ता के ऊपर भी निर्भर करता है, यहां नीचे दिए हुए टेबल में विभिन्न स्रोतों से लिए हुए अनुमानित आंकड़ा दिया हुआ है जिसे देखकर के आपको भली-भांति समझ में आएगा कि कीड़ा जड़ी में क्या-क्या पाया जाता है अर्थात कीड़ा जड़ी में कौन-कौन से तत्व होते हैं;
घटक | प्रतिशत (%) | टिप्पणी |
---|---|---|
कार्बोहाइड्रेट | 25-35% | मुख्य रूप से मैनिटोल |
प्रोटीन | 25-30% | अमीनो अम्ल समृद्ध |
फैटी एसिड | 8-10% | असंतृप्त फैटी एसिड शामिल हैं |
न्यूक्लियोसाइड्स | 3-5% | जैसे कॉर्डाइसेपिन |
पॉलीसैकेराइड्स | 7-11% | इम्यूनोमोड्यूलेटरी प्रभाव |
विटामिन और मिनरल्स | 5-8% | विटामिन B12, K, E, जिंक, सेलेनियम आदि |
अन्य यौगिक | 2-4% | एडेनोसाइन, कॉर्डिसेपिक एसिड आदि |
कीड़ा जड़ी के नुकसान
बिना किसी डॉक्टर की सलाह के या फिर अधिक मात्रा में कीड़ा जड़ी के सेवन से स्वास्थ्य संबंधी अनेक प्रकार के नुकसान हो सकते हैं जैसे की पाचन संबंधी समस्या, अनिद्रा, एलर्जी या दिल से संबंधित समस्या हो सकती है।
पाचन संबंधी समस्या
कीड़ा जड़ी का इस्तेमाल कुछ लोगों के लिए तकलीफदायक हो सकता है जिसमें मुख्य रूप से पाचन संबंधी समस्या हो सकती है जैसे कि, पेट में दर्द, दस्त आदि समस्या हो सकती है।
अनिद्रा
कीड़ा जड़ी के इस्तेमाल से अनिद्रा जैसी शिकायत भी हो सकती है दरअसल कीड़ा जड़ी में मौजूद रासायनिक तत्व शरीर में उत्तेजना को बढ़ाने का कार्य भी करते हैं, जिसकी वजह से नींद का ना आना जैसी समस्या का सामना करना पड़ सकता है इसलिए इनसोम्निया के मरीजों को कीड़ा जड़ी का सेवन नहीं करना चाहिए।
हृदय की तेज धड़कन
कुछ मामलों में यदि कीड़ा जड़ी का सेवन अधिक उम्र का व्यक्ति करता है तो उसके हृदय की धड़कन आवश्यकता से अधिक हो सकती है, यहां तक की उसका ब्लड प्रेशर अधिक हो सकता है जिसे हृदय से संबंधित समस्या उत्पन्न होती है जिनका रक्तचाप अधिक होता है उसे नियंत्रित करना चाहिए इसके बाद डॉक्टर की सलाह से कीड़ा जड़ी का इस्तेमाल कर सकते हैं।
एलर्जी
कीड़ा जड़ी में एर्गोस्टेराॅल (Ergosterol) पाया जाता है जो एक प्रकार से एंटी-फंगल और एंटी-ट्यूमर गुण से भरपूर होता है, परंतु कुछ लोगों को कीड़ा जड़ी के इस्तेमाल से एलर्जी का सामना करना पड़ सकता है यदि किसी को पहले से फंगल का संक्रमण है तो उसे कीड़ा जड़ी खाने से बचना चाहिए।
कीड़ा जड़ी का इस्तेमाल किसे नहीं करना चाहिए
कीड़ा जड़ी का इस्तेमाल गर्भावस्था के दौरान और शिशु को स्तनपान कराने के दौरान नहीं करना चाहिए जिन लोगों को ऑटो इम्यून जैसे की रुमेटॉइड अर्थराइटिस और सिस्टमिक ल्यूपस एरिथेमेटोसस आदि है उन्हें कीड़ा जड़ी का इस्तेमाल नहीं करना चाहिए जिन लोगों को हृदय से संबंधित रोग या उच्च रक्तचाप की शिकायत है उन्हें भी कीड़ा जड़ी का प्रयोग नहीं करना चाहिए, जिन लोगों को नींद नहीं आती है या फिर किसी प्रकार की दवा खा रहे हैं तो उन्हें भी कीड़ा जड़ी का इस्तेमाल नहीं करना चाहिए।
कीड़ा जड़ी का इस्तेमाल और उससे जुड़े मिथक
कीड़ा जड़ी का इस्तेमाल और उससे जुड़े कुछ मिथक अक्सर सुनने को मिलते हैं, हम कीड़ा जड़ी के प्रयोग से जुड़े उन सभी सवालों का जवाब देने का प्रयास करेंगे, कुछ सवालों के जवाब समय के साथ बदल भी सकते हैं (भविष्य में होने वाली शोध के अनुसार) इसलिए बेहतर जवाब के लिए आपको विशेषज्ञ डॉक्टर से संपर्क जरूर करना चाहिए।
कीड़ा जड़ी बूटी एक चमत्कारी जड़ी बूटी है
कई लोगों का यह मानना होता है कि कीड़ा जड़ी में चमत्कारिक शक्तियां हैं जो हर प्रकार की बीमारी को ठीक कर सकती हैं, परंतु वैज्ञानिक शोध किस बात को नहीं मानता है।
कीड़ा जड़ी की कीमत कितनी होती है
कुछ लोगों का ऐसा सोचना है कि कीड़ा जड़ी की कीमत अधिक होने से उसकी गुणवत्ता और असर दोनों अच्छे होंगे परंतु यह हमेशा सत्य नहीं होता बाजार में कई प्रकार की नकली उत्पाद भी मिलते हैं जो अधिक दाम पर बेचे जाते हैं।
क्या कीड़ा जड़ी से अधिक ऊर्जा मिलती है
कीड़ा जड़ी खाने का तरीका; शरीर में ऊर्जा की कमी को महसूस करने वाले लोगों का ऐसा मानना है कि कीड़ा जड़ी के इस्तेमाल से असीमित ऊर्जा मिलेगी परंतु यह गलत है, कीड़ा जड़ी सिर्फ ऊर्जा के स्तर का सुधार करता है और सहनशक्ति को धीमे-धीमे बढ़ता है यह समय गुजारने के साथ अपना असर दिखाता है।
क्या कीड़ा जड़ी सभी लोग खा सकते हैं
कुछ लोगों का ऐसा मानना है कि कीड़ा जड़ी का सेवन सभी के लिए होता है परंतु यह गलत है कीड़ा जड़ी का इस्तेमाल करने से पहले और कीड़ा जड़ी खाने का तरीका डॉक्टर की सलाह अवश्य लेनी चाहिए अन्यथा यह एलर्जी, पाचन संबंधी समस्या व अन्य प्रकार की साइड इफेक्ट्स हो सकते हैं।
कीड़ा जड़ी कहां मिलती है
लोगों की यह अवधारणा है कि कीड़ा जड़ी सिर्फ हिमालय के क्षेत्र में ही मिलती है यह बात कुछ हद तक सत्य है लेकिन वैज्ञानिक तकनीकियों की मदद से कीड़ा जड़ी को हम नियंत्रित वातावरण में भी पैदा कर सकते हैं।
क्या कीड़ा जड़ी खाने से वजन घटता है
कीड़ा जड़ी का इस्तेमाल वजन घटाने के लिए कुछ लोग करते हैं परंतु इसका किसी भी प्रकार के वैज्ञानिक शोध में प्रमाण अभी तक नहीं मिले हैं
क्या कीड़ा जड़ी खाने से यौन शक्ति बढ़ती है
हां, कीड़ा जड़ी खाने से यौन शक्ति बढ़ती है, परंतु कुछ लोगों की यह अवधारणा है कि कीड़ा जड़ी खाने से तुरंत उनकी यौन क्षमता में बढ़ोतरी होगी परंतु यह गलत है, कुछ अध्ययन ने इस बात का दावा किया है कि कीड़ा जड़ी यौन शक्ति को बढ़ाने में मदद करती है, परंतु यह एक समय लेने वाली प्रक्रिया है इसके फायदे को देखने के लिए आपको थोड़ा इंतजार करना पड़ सकता है।
कीड़ा जड़ी खाने का तरीका -निष्कर्ष
डॉ आदित्य के इस लेख कीड़ा जड़ी खाने का तरीका में हमने जाना की कीड़ा जड़ी खाने के फायदे क्या है और कीड़ा जड़ी के नुकसान क्या है इसके साथ हमने यह भी जाना की कीड़ा जड़ी किसको खानी चाहिए और किसको नहीं खानी चाहिए वैसे तो कीड़ा जड़ी प्राकृतिक रूप से हमें पहाड़ी क्षेत्रों में मिलती है जिसकी कीमत लाखों में होती होती है फिर भी स्वास्थ्य के दृष्टिकोण से लाभ देने वाली चीजों का सेवन भी विशेषज्ञ की देखरेख में करना चाहिए हो सकता है जो औषधि दूसरे के लिए फायदेमंद है वह आपके लिए नुकसानदायक साबित हो सकती है।
मेडिको सूत्र (MedicoSutra) पर आने के लिए धन्यवाद हम आपके बेहतर स्वास्थ्य की कामना करते हैं
कृपया अपने स्वास्थ्य को प्राथमिकता दें
धन्यवाद