अगर आपके मन में यह सवाल चल रहा है कि “2 महीने से पीरियड नहीं आया तो क्या करें?”, तो सबसे पहले घबराएं नहीं। यह एक सामान्य स्थिति है जिससे कई महिलाएं कभी-न-कभी गुजरती हैं। लगातार दो माहवारी चक्र न आने की इस स्थिति को चिकित्सकीय भाषा में ‘सेकेंडरी अमेनोरिया’ कहा जाता है। इस लेख में हम आपको इसके संभावित कारण, एविडेंस-बेस्ड शोध, जरूरी पोषण, और वो सभी कदम बताएंगे जो आपको उठाने चाहिए। अगर आपका पीरियड मिस होना लगातार दूसरे महीने हो रहा है, तो यह लेख आपके लिए ही है।

“मैं प्रेग्नेंट नहीं हूँ फिर भी पीरियड न आने के कारण”: (सिर्फ प्रेगनेंसी ही नहीं है वजह) I am Not pregnant but period missed:
जब 2 महीने से पीरियड नहीं आया हो, तो सबसे पहला ख्याल प्रेगनेंसी का आता है, और यह एक सामान्य कारण भी है। हालांकि, ऐसी कई और महत्वपूर्ण वजहें हैं जिन्हें जानना बेहद जरूरी है।
तनाव (Stress)
तीव्र मानसिक या शारीरिक तनाव आपके हाइपोथैलेमस (मस्तिष्क का वह हिस्सा जो पीरियड साइकिल को रेगुलेट करता है) के कार्य को बाधित कर सकता है। एक रिसर्च के मुताबिक, लंबे समय तक रहने वाला तनाव कोर्टिसोल हार्मोन के स्तर को बढ़ाकर प्रजनन हार्मोन्स के संतुलन को गड़बड़ा देता है। मानसिक तनाव कैसे दूर करें इस पर हमारा यह आर्टिकल आपकी मदद कर सकता है।
वजन में अचानक बदलाव (Sudden Weight Changes)
बहुत अधिक वजन कम करना या अचानक वजन का बढ़ना भी पीरियड रुकने का एक बड़ा कारण है। शरीर में पर्याप्त वसा ऊतक (Fat Tissue) एस्ट्रोजन हार्मोन बनाने के लिए जरूरी होते हैं। अत्यधिक कम वजन होने पर यह प्रक्रिया प्रभावित होती है।
पॉलीसिस्टिक ओवरी सिंड्रोम (PCOS)
यह एक सामान्य हार्मोनल विकार है जिसमें अंडाशय में छोटे-छोटे सिस्ट बन जाते हैं और अनियमित पीरियड्स या पीरियड्स का बंद होना इसका प्रमुख लक्षण है।
थायराइड की समस्या (Thyroid Issues)
अति-सक्रिय (Hyperthyroidism) या अंडर-एक्टिव थायराइड (Hypothyroidism) दोनों ही हार्मोनल असंतुलन पैदा करके पीरियड मिस होना का कारण बन सकते हैं।

अत्यधिक व्यायाम (Excessive Exercise)
जो महिलाएं बहुत अधिक और कठोर व्यायाम करती हैं, उनमें भी शरीर में ऊर्जा की कमी और हार्मोनल बदलाव के चलते पीरियड रुक सकते हैं।
स्तनपान (Breastfeeding)
प्रसव के बाद स्तनपान करवाने वाली महिलाओं में पीरियड्स कई महीनों तक नहीं आते हैं, जो एक सामान्य प्रक्रिया है।
कुछ दवाएं (Certain Medications)
गर्भनिरोधक गोलियों, कुछ एंटीडिप्रेसेंट्स, या ब्लड प्रेशर की दवाओं के साइड इफेक्ट के रूप में भी पीरियड मिस हो सकते हैं।
शोध-आधारित जानकारी: क्या कहती है साइंस?
पीरियड न आने की समस्या पर दुनिया भर में लगातार शोध हो रहे हैं। एक महत्वपूर्ण शोध जो ‘द जर्नल ऑफ क्लिनिकल एंडोक्रिनोलॉजी एंड मेटाबॉलिज्म’ में प्रकाशित हुआ, उसने पाया कि PCOS से पीड़ित 70% से अधिक महिलाओं में हार्मोनल असंतुलन का सही निदान और उपचार नहीं हो पाता,
जिसके कारण उन्हें लंबे समय तक अनियमित पीरियड्स की समस्या झेलनी पड़ती है। इस शोध में जीवनशैली में बदलाव (डाइट और एक्सरसाइज) को PCOS प्रबंधन की आधारशिला माना गया है। रिसर्च लिंक:- Polycystic Ovary Syndrome – Journal of Clinical Endocrinology & Metabolism
यह बात समझना जरूरी है कि अगर 2 महीने से पीरियड नहीं आया है, तो यह सिर्फ एक लक्षण है, कोई बीमारी नहीं। अंतर्निहित कारण का पता लगाना ही सही इलाज की दिशा में पहला कदम है।
कब है डॉक्टर से संपर्क करना जरूरी?
अगर आप प्रेगनेंट नहीं हैं और फिर भी आपका पीरियड मिस होना लगातार दो या तीन महीने से जारी है, तो डॉक्टर से सलाह लेना अनिवार्य है। इसके अलावा निम्न लक्षण दिखने पर तुरंत डॉक्टर को दिखाएं:
- सिर में तेज दर्द या नजर में बदलाव।
- चेहरे पर अत्यधिक बाल आना (Hirsutism)।
- स्तनों से दूध जैसा स्राव होना।
- पेल्विक एरिया में तेज दर्द।
- मुंहासे तेजी से निकलना।
2 महीने से पीरियड न आने पर क्या खाना चाहिए?
| फूड कैटेगरी | क्या खाना चाहिए? (Food Items) | क्यों फायदेमंद? (Benefits for Periods) |
|---|---|---|
| आयरन युक्त खाद्य पदार्थ (Iron-rich foods) | पालक, मेथी, बीन्स, गुड़, चुकंदर, अनार, सूखे मेवे | खून की कमी दूर कर के हार्मोन बैलेंस में मदद, ओव्यूलेशन को सपोर्ट करता है |
| फोलेट/विटामिन B कॉम्प्लेक्स | दालें, अंकुरित अनाज (Sprouts), साबुत अनाज, ब्रोकली, अंडे | प्रजनन हार्मोन (FSH, LH) को नियमित करता है और पीरियड नियमित करने में मदद |
| विटामिन D | धूप, दूध, दही, पनीर, अंडे, मशरूम | विटामिन D की कमी से पीरियड अनियमित होते हैं; हार्मोन बैलेंस के लिए जरूरी |
| ओमेगा-3 फैटी एसिड | अलसी के बीज, चिया सीड्स, अखरोट, फैटी फिश (सैल्मन) | सूजन कम करता है, PCOS में लाभदायक, ओव्यूलेशन सुधारता है |
| कैल्शियम + मैग्नीशियम | बादाम, कद्दू के बीज, तिल, केले, दही | Uterus को रिलैक्स करता है, हार्मोन संतुलन में मदद |
| प्रोटीन | दाल, पनीर, अंडे, चने, राजमा, टोफू | हार्मोन बनाने के लिए आवश्यक बिल्डिंग ब्लॉक |
| हाइड्रेटिंग फूड्स | नारियल पानी, फलों का रस (घर का), खीरा, तरबूज | शरीर की सूजन कम करता है और हार्मोनल फंक्शन को सपोर्ट |
| एंटीऑक्सिडेंट फूड्स | ब्लूबेरी, स्ट्रॉबेरी, टमाटर, गाजर | शरीर को डीटॉक्स करते हैं और ओवेरियन फंक्शन ठीक करते हैं |
| फाइबर युक्त फूड्स | ओट्स, दलिया, ब्राउन राइस, सब्जियाँ | एस्ट्रोजन को नियंत्रित करता है, PCOS में सहायक |
| हर्बल सपोर्ट | अदरक, हल्दी, दालचीनी, अजवाइन पानी | माहवारी को प्राकृतिक रूप से नियमित करने में मददगार |
2 महीने से पीरियड नहीं आया तो क्या करें? अपनाएं यह जरूरी पोषण
आपकी डाइट आपके हार्मोन्स को सीधे तौर पर प्रभावित करती है। अगर 2 महीने से पीरियड नहीं आया है, तो अपने आहार में इन पोषक तत्वों को शामिल करना शुरू कर दें:
आयरन (Iron)
पालक, बीन्स, दालें, कद्दू के बीज और रेड मीट आयरन के अच्छे स्रोत हैं। पीरियड न आने पर भी शरीर में आयरन का स्टोर बनाए रखना जरूरी है।
ओमेगा-3 फैटी एसिड (Omega-3 Fatty Acids)
अलसी के बीज, चिया सीड्स, अखरोट और फैटी फिश (जैसे सैल्मन) में पाया जाने वाला ओमेगा-3 सूजन को कम करके हार्मोनल संतुलन में मदद करता है।

कैल्शियम और विटामिन D (Calcium & Vitamin D)
दूध, दही, पनीर, हरी पत्तेदार सब्जियां कैल्शियम का अच्छा स्रोत हैं। विटामिन D के लिए सुबह की धूप लें और अंडे की जर्दी, मछली का सेवन करें। एक रिसर्च में PCOS से पीड़ित महिलाओं में विटामिन D की कमी को एक बड़ा फैक्टर पाया गया है।
मैग्नीशियम (Magnesium)
यह हार्मोन्स को रेगुलेट करने और तनाव कम करने में मददगार है। केला, एवोकाडो, डार्क चॉकलेट और नट्स में भरपूर मैग्नीशियम होता है।
फाइबर (Fiber)
फल, सब्जियां और साबुत अनाज शरीर से एक्स्ट्रा एस्ट्रोजन को बाहर निकालने में मदद करते हैं।
अगर आपका वजन कम है, तो हेल्दी तरीके से वजन बढ़ाने का डाइट प्लान अपनाना फायदेमंद हो सकता है। वहीं, अगर वजन ज्यादा है, तो वजन कम करने का हेल्दी तरीका आजमा सकती हैं।
पीरियड न आने पर ध्यान देने योग्य पोषण तत्व
- आयरन युक्त आहार लें (पालक, दालें)
- ओमेगा-3 फैटी एसिड का सेवन बढ़ाएं (अलसी, अखरोट)
- कैल्शियम और विटामिन D का सेवन पर्याप्त करें
- मैग्नीशियम से भरपूर खाद्य पदार्थ खाएं
- हाई फाइबर डाइट लें
2 महीने से पीरियड न आने पर इन चीजों से बचें (Avoid List)
| खाद्य पदार्थ | नुकसान |
|---|---|
| जंक फूड | हार्मोन बिगाड़ता है |
| ज्यादा चीनी | PCOS/इंसुलिन बढ़ाता है |
| कोल्ड ड्रिंक, पैक्ड जूस | सूजन बढ़ाते हैं |
| ज्यादा कैफीन | पीरियड और अनियमित करता है |
| तला-भुना | हार्मोन संतुलन बिगड़ता है |
जीवनशैली में बदलाव: घरेलू उपाय नहीं हैं पूरी तरह से भरोसेमंद
इंटरनेट पर आपको कई तरह के ‘पीरियड लाने के घरेलू उपाय’ मिल जाएंगे, लेकिन इन पर पूरी तरह भरोसा करने से पहले सावधानी बरतें। अगर 2 महीने से पीरियड नहीं आया है, तो यह किसी गंभीर समय का संकेत हो सकता है। हां, जीवनशैली में कुछ स्वस्थ बदलाव निश्चित रूप से मददगार साबित हो सकते हैं:
1. तनाव प्रबंधन (Stress Management)
योग, ध्यान (मेडिटेशन), और गहरी सांस लेने के व्यायाम तनाव के स्तर को कम करने में अहम भूमिका निभाते हैं।
2. नियमित, संतुलित व्यायाम (Regular, Moderate Exercise)
कठोर एक्सरसाइज की जगह हल्की-फुल्की वॉक, तैराकी या योग करें। इससे शरीर का वजन संतुलित रहता है और हार्मोन्स पर सकारात्मक प्रभाव पड़ता है।
3. पर्याप्त नींद (Adequate Sleep)
रोजाना 7-8 घंटे की अच्छी नींद लेना हार्मोनल संतुलन के लिए बेहद जरूरी है। नींद की कमी कोर्टिसोल लेवल को बढ़ा सकती है।
4. शराब और धूम्रपान से परहेज (Avoid Alcohol and Smoking)
ये दोनों ही आदतें हार्मोनल असंतुलन को बढ़ावा देती हैं और पीरियड साइकिल को गड़बड़ा सकती हैं।

अक्सर पूछे जाने वाले सवाल (FAQs)
क्या 2 महीने पीरियड न आना नॉर्मल है?
नहीं, लगातार दो महीने तक पीरियड न आना सामान्य नहीं माना जाता। यह शरीर में किसी अंतर्निहित समस्या का संकेत हो सकता है, इसलिए डॉक्टर से सलाह लेना जरूरी है।
बिना प्रेगनेंसी के पीरियड क्यों मिस होते हैं?
प्रेगनेंसी के अलावा तनाव, वजन में उतार-चढ़ाव, PCOS, थायराइड, अत्यधिक व्यायाम, या कुछ दवाओं के कारण भी पीरियड मिस हो सकते हैं।
पीरियड लाने के लिए कौन सी दवा लें?
बिना डॉक्टर की सलाह के कोई भी दवा न लें। डॉक्टर आपकी जांच के बाद कारण के अनुसार हार्मोनल दवाएं (जैसे प्रोजेस्टेरोन) या अन्य उपचार बता सकते हैं।
क्या तनाव से पीरियड रुक सकते हैं?
हां, लंबे समय तक रहने वाला तनाव पीरियड साइकिल को डिस्टर्ब कर सकता है और कई बार पीरियड्स को पूरी तरह रोक सकता है। इस लिए ये लेख 2 महीने से पीरियड नहीं आया तो क्या करें को पूरा अच्छे से पढ़े और शेयर भी करे।
PCOS में पीरियड न आना कैसे ठीक करें?
PCOS में डॉक्टर जीवनशैली में बदलाव (हेल्दी डाइट और एक्सरसाइज), वजन प्रबंधन, और हार्मोन को संतुलित करने वाली दवाओं की सलाह देते हैं।
क्या डाइट बदलने से पीरियड वापस आ सकते हैं?
हां, संतुलित और पोषक तत्वों से भरपूर आहार हार्मोनल संतुलन बनाने में मदद करता है, जिससे नियमित पीरियड साइकिल को बहाल करने में मदद मिल सकती है।
पीरियड मिस होने पर प्रेगनेंसी के क्या शुरुआती लक्षण हैं?
मॉर्निंग सिकनेस, थकान, स्तनों में कोमलता, बार-बार पेशाब आना, और खाने की इच्छा में बदलाव प्रेगनेंसी के शुरुआती लक्षण हो सकते हैं। पीरियड मिस होने से पहले प्रेगनेंसी के लक्षण जानने के लिए यह लेख पढ़ें।
क्या थायराइड पीरियड न आने का कारण बन सकता है?
जी हां, थायराइड हार्मोन्स का सीधा असर ओव्यूलेशन और मासिक धर्म चक्र पर पड़ता है। थायराइड का सही इलाज कराने से पीरियड्स नॉर्मल हो सकते हैं।
एक महीना पीरियड न आना कितना कॉमन है?
एक-आध बार एक महीना पीरियड न आना या देरी से आना आम बात है, खासकर तनाव या बीमारी के दौरान। लेकिन लगातार दो या तीन महीने न आना चिंता का विषय है।

क्या अचानक वजन बढ़ने से पीरियड रुक सकते हैं?
हां, अचानक वजन बढ़ने से शरीर में एस्ट्रोजन हार्मोन का स्तर बढ़ सकता है, जो ओव्यूलेशन को रोककर पीरियड मिस होने का कारण बन सकता है। फ्री में चेक करो अपना ओव्यूलेशन टाइम
2 महीने से पीरियड नहीं आया तो क्या करें – निष्कर्ष
अगर आपके मन में भी यह सवाल है कि “2 महीने से पीरियड नहीं आया तो क्या करें?”, तो सबसे पहले प्रेगनेंसी टेस्ट करें। अगर रिजल्ट नेगेटिव आता है, तो तुरंत किसी गायनाकोलॉजिस्ट से संपर्क करें। अपने मन से कोई दवा न लें और न ही इसे नजरअंदाज करें। सही निदान और समय पर इलाज से इस समस्या का समाधान संभव है। अपनी सेहत का ख्याल रखें।



