बच्चे का तुतलाना मां बाप के लिए एक बड़ी समस्या हो जाती है, ऐसे में बच्चे का तुतलाना कैसे दूर करें यह एक गंभीर विषय बन जाता है। ज्यादातर मामले में बच्चे का तुतलाना एक समय के बाद ठीक हो जाता है। परंतु कुछ परिस्थितियों में बच्चे का तुतलाना ठीक नहीं हो पाता है, ऐसी स्थिति में यदि आपका बच्चा अधिक हकलाता है तो नीचे बताए गए तरीकों को अपना करके बच्चे का तुतलाना दूर किया जा सकता है, ध्यान रहे यह तरीका अपनाने से पहले एक बार स्पीच थैरेपिस्ट से सलाह लेना चाहिए।
बच्चे का तुतलाना कैसे दूर करें
बच्चे का तुतलाना कैसे दूर करें इसके बारे में जानने से पहले आपको बच्चे के तुतलाने की पीछे की वजह को अच्छे प्रकार से समझ लेना चाहिए। दरअसल बच्चा जब विकास की स्थिति में होता है, तब उसकी जीभ आवश्यकता से अधिक मोटी हो जाती है। इसलिए बोलते समय जीभ मुंह से बाहर कम निकाल पाती है, यही वजह है कि बच्चा तुतलाता है। और बोलते समय अधिक हकलाता है। कभी-कभी यह मानसिक रोग भी माना जा सकता है,
ऐसी स्थिति में बच्चा कुछ शब्द रुक-रुक करके बोलता है। शुरुआती दौर में वह मात्राओं के बोलने में भी अधिक कठिनाई का सामना करता है, परंतु चिंता करने की कोई आवश्यकता नहीं है। बच्चे का तुतलाना या हकलाना समय पर ठीक हो जाता है। किसी भी प्रकार से बच्चे को जबरदस्ती बोलने का दबाव न डालें और ना ही बच्चे का किसी भी प्रकार से हंसी उड़ाएं,
ऐसा करने से बच्चा अवसाद की स्थिति में चल जा सकता है। तथा उसके मानसिक तनाव का कारण भी बन सकता है। बच्चों को यदि अधिक समय से हकलाने की समस्या है तो उसे स्पीच थैरेपिस्ट के पास ले जाना चाहिए यदि कोई अधिक उम्र का बच्चा है, तो उसे हकलाने की समस्या को खत्म करने के लिए खुद बोलने का अभ्यास करना चाहिए।
बच्चे का हकलाना कैसे दूर करें
बच्चे का तुतलाना या हकलाना दूर करने के लिए नीचे कुछ तरीके बताए गए हैं। इन तरीकों के इस्तेमाल से कुछ समय में बच्चे का तुतलाना या बच्चे का अधिक हकलाना ठीक हो सकता है। नीचे बताए गए तरीके पुराने समय से इस्तेमाल किये जा रहे हैं, अक्सर हमारे गांव में दादी और नानी के द्वारा ऐसे नुस्खे के ऊपर चर्चा करते हुए सुना जा सकता है।
यह वह तरीके हैं, जब पुराने समय में लोगों के पास उचित चिकित्सा व्यवस्था नहीं हुआ करती थी, फिर भी यह आश्चर्य की बात है कि लोग आसान से घरेलू उपाय को अपना करके कई बीमारियों को आराम से ठीक कर लेते थे। उन्हीं में से एक है बच्चे का तुतलाना कैसे दूर करें आईए जानते हैं, वह कौन से घरेलू तरीके हैं? जिन्हें अपना कर बच्चे का हकलाना खत्म हो सकता है।
बादाम की गिरी
बादाम की गिरी और काली मिर्च के इस्तेमाल से बच्चे का तुतलाना दूर किया जा सकता है। इस नुस्खे को बनाने के लिए बादाम की 7 गिरी और 7 काली मिर्च को लेकर के दोनों को कुछ बूंद ताजा पानी के साथ, अच्छी प्रकार से पीस करके चटनी बना ले। इसके बाद इस पेस्ट में थोड़ी सी मात्रा में मिश्री मिलाकर सुबह खाली पेट बच्चों को खिलाना चाहिए।
इससे कुछ ही समय में बच्चे का तुतलाना और हकलाना दूर हो सकता है। बादाम में विटामिन-ई, मैग्नीशियम, फोलेट (विटामिन-बी 9) फैटी एसिड, प्रोटीन व जिंक पाया जाता है। यह सभी मिलकर के बच्चों के मस्तिष्क का संपूर्ण विकास करने में मदद करते हैं, इसकी वजह से बच्चे का अपने ऊपर नियंत्रण अच्छे से हो जाता है, और वह शब्दों का सही उच्चारण करने लग जाता है।
आंवला का फल
बच्चे का तुतलाना दूर करने के लिए उसे प्रतिदिन एक ताजा आंवाले का फल खिलाना चाहिए। आंवले मैं मौजूद कसावट बच्चें की आवाज को साफ करने में अहम भूमिका निभाती है। इसके साथ जुबान भी पतली होती है, जिससे बोलने में आसानी होती है। इसके साथ आंवला खाने से बच्चे की मुख की गर्मी भी दूर होती है, जिससे मुंह में छाले पड़ने जैसी समस्या नहीं होती है।
काली मिर्च
यदि बच्चे की उम्र अधिक हो जाती है फिर भी बच्चे का तुतलाना या हकलाना दूर नहीं होता, तो ऐसी स्थिति में उसे 2 काली मिर्च को प्रत्येक दिन, कम से कम 2 बार चबा-चबा करके चूसते रहना चाहिए। ऐसा करने से कुछ ही दिनों में बच्चे का तुतलाना खत्म हो सकता है। (यह प्रयोग लंबे समय तक अपेक्षित है)
बच्चे का तुतलाना दूर करने का घरेलू उपाय
बच्चे का तुतलाना दूर करने का घरेलू उपाय के लिए 5 ग्राम सौंफ को थोड़ा सा कूट लें, इसके बाद 300 मिलीलीटर पानी में उबाल लें, और पानी को तब तक उबाले जब तक वह कम हो करके 100 मिलीलीटर ना बच जाए। इसके बाद उसमें 50 ग्राम मिश्री और ढाई सौ मिलीग्राम (250 ML) गाय का दूध मिलाकर के प्रत्येक दिन रात को सोने से पहले बच्चे को खिलाएं। ऐसा करने से कुछ ही दिनों में बच्चे का तुतलाना और आवश्यकता से अधिक हकलाना ठीक हो सकता है।
ऊपर बताए गए प्रयोग बड़े के लोगों के लिए हैं किंतु बच्चों में भी सफलतापूर्वक किया जा सकता है। छोटे आयु के बच्चों को कम मात्रा में देकर के प्रयोग कराया जाना चाहिए बेहतर होगा कि किसी स्पीच थैरेपिस्ट से संपर्क जरूर करें।
बच्चे तोतला क्यों बोलते हैं
जैसा कि हमने ऊपर जाना बच्चे जब विकास की स्थिति में होते हैं तब उनकी जुबान आवश्यकता से अधिक मोटी हो जाती है या अपने स्थान से थोड़ा बहुत इधर-उधर हो जाती है जिसे बोलते वक्त बच्चों को हकलाने जैसी समस्या का सामना करना पड़ जाता है परंतु ज्यादातर मामले में समय बीतने के साथ यह समस्या अपने आप ही ठीक हो जाती है।
बच्चे के जन्म के बाद उनके विकास की विभिन्न अवस्थाओं का विवरण निम्नलिखित तालिका में दिया गया है;
आयु | शारीरिक विकास | संज्ञानात्मक विकास |
0-1 माह | सिर स्थिर नहीं, हाथ-पैरों की हरकतें अनियंत्रित | ध्वनियों पर प्रतिक्रिया, चेहरों पर ध्यान |
1-12 माह | सिर उठाना, पलटना, बैठना, रेंगना, चलने की शुरुआत | वस्तुओं की पहचान, आंख-हाथ समन्वय |
1-3 वर्ष | चलना, दौड़ना, सीढ़ियाँ चढ़ना-उतरना | भाषा विकास, छोटे वाक्य बोलना |
3-5 वर्ष | संतुलन बेहतर, कूदना, लात मारना | संख्याओं और रंगों की पहचान, सरल कहानियों को समझना |
5-7 वर्ष | हाथों की गतिविधियों में कुशलता, साइकल चलाना | पढ़ाई और लिखाई में सुधार, समस्या समाधान |
7-12 वर्ष | शारीरिक गतिविधियों में वृद्धि, खेल-कूद में रुचि | स्वतंत्र रूप से पढ़ाई, तर्क और गणित की समझ |
बच्चे का तुतलाना दूर करने के लिए प्रतिदिन ध्यान में रखने वाली बातें
बच्चे का तुतलाना दूर करने के लिए हमें कुछ बातों का प्रतिदिन ध्यान रखना चाहिए इन बातों को ध्यान में रख करके हकलाना जल्द से जल्द काम किया जा सकता है यह तरीका बच्चों के अलावा वयस्क में भी काम आ सकते हैं;
- बच्चों को प्रत्येक दिन अपने साथ सरल और स्पष्ट शब्दों का उच्चारण करने का अभ्यास करवाते रहें।
- यदि बच्चा अधिक नहीं बोलता तो उसे गाना गाने के लिए भी कह सकते हैं।
- बच्चों को उनके मनपसंद कहानी को सुनाएं और कहानी के कुछ हिस्से से सवाल जवाब करें इससे बच्चा अधिक बोलने और बात करने में अपनी रुचि अधिक दिखाएगा।
- यदि बच्चा बोलते वक्त अधिक हकलाता है तो उसे धीमे-धीमे और स्पष्ट बोलते की आदत डालने में सहयोग करें।
- प्रत्येक दिन स्वस्थ आहार जैसे की फल सब्जियां और प्रोटीन से भरपूर भोजन करना चाहिए।
- यदि तुतलाने की समस्या अधिक समय से है तो स्पीच थैरेपिस्ट से जरूर मिले।
बच्चे का तुतलाना कैसे दूर करें -निष्कर्ष
बच्चे का तुतलाना कैसे दूर करें के इस लेख में हमने विभिन्न प्रकार के घरेलू उपाय के बारे में जाना, जिसे अपना करके बच्चों का हकलाना कुछ समय में खत्म किया जा सकता है। इसके साथ हमने जाना कि अधिकतर बच्चों का हकलाना समय के साथ अपने से खत्म हो जाता है। बच्चे के हकलाने का मजाक नहीं बनना चाहिए, बल्कि बच्चे का तुतलाना दूर करने के लिए, उनके साथ मिलकर के उत्साह वर्धन के साथ दैनिक अभ्यास और व्यायाम करवाना चाहिए। धीमे-धीमे कुछ समय तक प्रयास करने से बच्चे का तुतलाना दूर हो जाता है।
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