दांत में पानी लगना या फिर दांतों में ठंडा गरम पानी लगना जैसी समस्या बहुत परेशान करती है, ऐसे में दांतों में पानी लगना घरेलू उपाय, आपकी खास मदद कर सकता है। यदि आपकी उम्र अधिक नहीं है तो ऐसे में दांतों में पानी लगने पर या फिर कुछ ठंडा या गरम खाने पर, दातों में ठंडा गरम पानी लगना जैसी समस्या महसूस होती है, तो डॉक्टर से जरूर संपर्क करना चाहिए। चलिए अब जानते हैं दांत में पानी लगना घरेलू उपाय क्या हो सकते हैं? जिनके इस्तेमाल से दांतों की संवेदनशीलता (Tooth Sensitivity) को कम किया जा सकता है।
दांतों में पानी लगना घरेलू उपाय (Danto me pani lagna gharelu upay)
दांतों में पानी लगना घरेलू उपाय की मदद से कुछ हद तक ठीक किया जा सकता है। परंतु यदि यह समस्या आपको अधिक समय से है तब आपको चिकित्सक की सलाह जरूर लेनी चाहिए। चलिए जानते हैं कुछ खास ऐसे नुस्खे जिन्हें पुराने समय से हमारे पूर्वजों द्वारा इस्तेमाल में लिया जा रहा है। कुछ लोगों को इसके परिणाम बेहतर मिल सकते हैं, वहीं कुछ लोगों को इसके परिणाम उम्मीद से कम देखने को मिल सकते हैं। इसलिए बताए हुए नुस्खे को अपने सुविधा के अनुसार इस्तेमाल करें।
पीपल और गाय का घी
दांत में पानी लगना या फिर दांत में दर्द होने, ठंडा गरम खाने पर दांतों में झनझनाहट महसूस होने पर रोगी को पीपर, शहद और गाय का घी इन तीनों को समान अनुपात में मिला करके मुख में उस स्थान पर रखें जहां पर दांत का दर्द या झनझनाहट अधिक महसूस होती है, ऐसा करने से कुछ ही समय में दातों में ठंडा गरम पानी लगना जैसी समस्या से आराम मिल सकता है।
हल्दी
हल्दी का सिर्फ मसाले में ही नहीं बल्कि दांतों से संबंधित हर प्रकार की समस्या में भी इस्तेमाल किया जाता है। इसके लिए हल्दी के पाउडर का इस्तेमाल किया जाता है। यदि आपको ठंडा या गरम खाने पर हल्की-फुल्की झनझनाहट महसूस होती है, या फिर दांत में पानी लगना जैसी समस्या महसूस हो रही है,
तब आपको हल्दी के पाउडर को दुखने वाले या प्रभावित स्थान पर दांत से सटा करके रखें। और दिन में एक से दो बार हल्दी से ही दांतों पर हल्के हाथों से मंजन करें, ऐसा करने से दांत दर्द के साथ-साथ दांतों में ठंडा गरम पानी लगना जैसी समस्या से भी आराम मिल सकता है। कुछ मामले में हल्दी का इस्तेमाल पायरिया को जड़ से खत्म करने का घरेलू उपाय के तौर पर भी किया जाता है।
अंजीर का दूध
अंजीर के दूध का इस्तेमाल दांतों में पानी लगना घरेलू उपाय के तौर पर पुराने समय से किया जा रहा है। अंजीर के दूध को रुई की मदद से उस दांत के पास लगाये जहां पर दांतों में ठंडा गरम लगने की शिकायत (Tooth Sensitivity) अधिक है। दरअसल अंजीर में कैल्शियम की मात्रा पाई जाती है और कई पोषक तत्वों से भरपूर होने की वजह से यह दातों से संबंधित दर्द में भी आराम देने में सहयोग करती है।
रेवन्द चीनी (Revand Chini)
रेवन्द चीनी का इस्तेमाल अक्सर दांतों के दर्द को दूर करने के लिए किया जाता है। परंतु कुछ मामले में दातों में ठंडा गरम पानी लगना जैसी समस्या को दूर करने के लिए भी इस्तेमाल किया जा सकता है। इसके लिए रेवन्द चीनी तथा मिश्री को समान अनुपात में मिलाकर के बारीक पीस लें। पाउडर को प्रभावित दांत पर उंगली की मदद से धीमे-धीमे मले इसे रोगी को आराम मिल सकता है।
जामुन की लकड़ी की राख
बातों से संबंधित बीमारी में जामुन की लकड़ी की राख का इस्तेमाल भी किया जाता है जामुन की लकड़ी की राख का इस्तेमाल खास करके दातों से खून आना जैसी समस्या को काम करने के लिए घरेलू तरीके के रूप में इस्तेमाल किया जाता है परंतु कुछ मामले में दांतों में ठंडा गरम पानी लगना जैसी समस्या से भी आराम मिल सकता है।
नमक
यदि दांतों में ठंडा गरम लगने के साथ दांतों का खट्टापन भी महसूस होता है तो ऐसे में नमक को बारीक पाउडर के रूप में पीसकर के प्रभावित दांत पर मलने से दांत का खट्टापन दूर करने में मदद मिलती है।
नीम का काढा
नीम औषधि गुणो से परिपूर्ण पेड़ माना जाता है। इसका इस्तेमाल अनेक प्रकार के रोगों में किया जाता है, इसका इस्तेमाल शरीर की दुर्गंध को दूर करने के लिए भी किया जाता है। यदि हम नीम की जड़ के काढे में फिटकरी के पाउडर को अच्छी प्रकार से गला करके दिन में एक से दो बार कुल्ला करें, तो यह दातों का दर्द और दांतों में ठंडा गर्म पानी लगना जैसी समस्या से भी राहत दिला सकता है।
लौंग का तेल
लौंग के तेल के इस्तेमाल से दांतों में पानी लगने का उपचार किया जाता है। यदि लौंग का तेल ना मिले तो, सीधे तौर पर लौंग को मुंह में रखें और चॉकलेट की तरह चूसते रहे जिससे कुछ समय में दातों के दर्द के साथ-साथ ठंडा दांतों में ठंडा गरम लगने की समस्या भी कम हो सकती है।
लौहबान का तेल
लौहबान अपनी खुशबू के लिए ही नहीं बल्कि दांतों की समस्या को दूर करने के लिए भी जाना जाता है। दरअसल लौहबान का तेल दांतो के दर्द को मिटाने के लिए किया जाता है। कुछ लोगों को जिन्हें हल्का-फुल्का दांतों में पानी लगना जैसी समस्या है उन लोगों को लौहबान के तेल से आराम मिल सकता है।
दांतों में ठंडा गरम पानी लगना किस कारण से होता है
दांतों में पानी पानी लगना कई कारणो के ऊपर निर्भर करता है। ज्यादातर मामले में अधिक खट्टे फल जैसे कि खट्टा आम, कच्चा टमाटर, दही, इमली और नींबू इत्यादि को खाने से हो सकता है। दरअसल अधिक अम्लीय गुणो वाली चीजों के सेवन से हमारे दांत की सबसे बाहरी परत जिसे एनेमल कहते हैं उसको नुकसान पहुंचाते हैं।
जिसकी वजह से दांतों में संवेदनशीलता उत्पन्न हो जाती है जिसकी वजह से हमें दांतों में पानी लगना जैसी समस्या देखने को मिलती है कुछ लोगों में यह समस्या अधिक हो जाने से दांतों में ठंडा गरम पानी लगना जैसी शिकायत भी हो जाती है।
दांतों में ठंडा गरम पानी लगना घरेलू उपाय (Home remedies for Tooth Sensitivity)
कुछ लोग अपने दांतों को चमकाने की चाहत में बहुत कठोरता से ब्रश करते हैं, या फिर ऐसे ब्रश का इस्तेमाल करते हैं जिनके फाइबर बहुत कठोर होते हैं। इसकी वजह से दांत की बाहरी परत इनेमल और मसूड़े को भारी नुकसान पहुंचता है, इस परिस्थिति में दांतों में पानी लगना स्वभाविक हो जाता है।
विटामिन-सी की कमी होने से कुछ लोगों में मसूड़े से संबंधित बीमारियां हो जाती हैं जिसकी वजह से मसूड़े सिकुड़ करके दांत को छोड़ देते हैं और दांतों का संवेदनशील हिस्सा सीधे खान और पानी के संपर्क में आ जाता है जिसकी वजह से दांतों में पानी लगना जैसी समस्या देखने को मिलती है।
दांतों में ठंडा गरम पानी लगने से कैसे रोके
कुछ लोग जिन्हें दांतों में पानी लगना घरेलू उपाय की मदद से आराम मिल सकता है। वहीं कुछ लोगों को यह समस्या अधिक समय तक परेशान कर सकती है, इसलिए यदि आपको यह समस्या अधिक समय से है तो नजदीकी डॉक्टर से मिल करके दांतों में ठंडा गरम लगने का उपचार करें। आईए अब जानते हैं वह कौन से ऐसी सावधानियां हैं जिन्हें सभी को ध्यान में रखना चाहिए;
- कभी भी अधिक खट्टे फलों का सेवन नहीं करना चाहिए
- कैल्शियम से भरपूर भोजन को अपने आहार में शामिल करें। यहां पढ़े कैल्शियम की कमी को दूर करने के लिए केला और चूना खाने के फायदे।
- दांतों की नियमित सफाई करते रहें
- सोने से पहले ब्रश जरूर करें
- इस्तेमाल किए जाने वाले टूथपेस्ट का इंग्रेडिएंट्स जरूर चेक करें
- ऐसे टूथपेस्ट जिसमें बेकिंग सोडा और पराक्साइड की मात्रा अधिक हो उसका इस्तेमाल करने से बचना चाहिए
- फ्लोराइड की माताजी पेस्ट में मौजूद हो ऐसे पेस्ट को करना चाहिए
- कभी भी दातों को सफेद करने वाले रासायनिक उत्पादों का प्रयोग बिना डॉक्टर की सलाह से नहीं करना चाहिए
- दांतों पर अनावश्यक अधिक दबाव देने से बचें
- प्रत्येक 6 महीने के बाद डेंटिस्ट से जरूर मिले
- अधिक मीठा खाने से बचें
- टूटे हुए दांतों का विशेष ख्याल रखें अन्यथा प्लाक जमा होने से दांतों में कीड़ा लगने जैसी समस्या भी हो सकती है। इस लेख में पढ़े दातों में कीड़ा लगने का घरेलू उपाय, इसके बारे में सभी को जानना जरूरी है।
दांतों में पानी लगना घरेलू उपाय -निष्कर्ष
दांतों में पानी लगना घरेलू उपाय के इस लेख में हमने ऐसे तरीकों के बारे में जाना जो पुराने समय से दातों से संबंधित अनेक प्रकार के रोगों में इस्तेमाल किए जाते हैं हमने जाना कि दांतों में होने वाली संवेदनशीलता जिसे हम दातों में पानी लगना या फिर दांतों में ठंडा गरम पानी लगना के नाम से जानते हैं,
यह किन कारणो से होता है और क्या-क्या सावधानी रखनी चाहिए यह किसी भी उम्र के व्यक्ति को हो सकता है परंतु ज्यादातर मामले में यह अधिक उम्र के लोगों में देखने को मिलता है क्योंकि समय के साथ दांत की बाहरी परत घुस जाती है जिससे दांतों में पानी लगना जैसी समस्या उत्पन्न हो जाती है हमें एक साल में काम से कम 6 महीने के अंतराल पर दो बार डेंटिस्ट से जरूर मिलना चाहिए।
मेडिको सूत्र (MedicoSutra) पर आने के लिए दिल से धन्यवाद, हम आपके बेहतर स्वास्थ्य की कामना करते हैं
कृपया अपने स्वास्थ्य को प्राथमिकता दें।